खगड़िया(Khagaria)। Khagaria Arms Factory Raid: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार तस्करों के नेटवर्क पर करारा प्रहार किया है। खगड़िया जिले के पसराहा थाना क्षेत्र के बसुआ बहियार में रविवार को एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर एक मिनी आर्म्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। यह फैक्ट्री लंबे समय से गुप्त रूप से संचालित हो रही थी और चुनावी मौसम में हिंसा फैलाने की आशंका के चलते इसका खुलासा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
Khagaria Arms Factory Raid: छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से सात तैयार देशी कट्टे, चार अधबने कट्टे, बड़ी मात्रा में बारूद, नाल, ट्रिगर, औजार और हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाले अन्य उपकरण बरामद किए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मौके पर बरामद सामग्री से साफ है कि यह फैक्ट्री लंबे समय से सक्रिय थी और चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर हथियारों की आपूर्ति की तैयारी की जा रही थी।
तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मौके से मुंगेर जिले के रहने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि ये आरोपी पिछले कई वर्षों से अवैध हथियार निर्माण और सप्लाई के धंधे में सक्रिय थे। पुलिस का मानना है कि इनका नेटवर्क खगड़िया समेत आसपास के जिलों तक फैला हुआ है। अब पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है, ताकि पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।
चुनावी हिंसा की साजिश नाकाम
Khagaria Arms Factory Raid: खगड़िया एसपी राकेश कुमार ने मीडिया को बताया कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए जिले में लगातार सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “चुनाव से पहले इस तरह की बड़ी कार्रवाई पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है। इस फैक्ट्री से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है और अभियान लगातार जारी रहेगा।”
पुलिस को आशंका है कि बरामद हथियारों का इस्तेमाल चुनाव के दौरान आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए किया जाना था। अधिकारियों ने माना कि अगर यह फैक्ट्री समय रहते पकड़ी नहीं जाती, तो चुनावी माहौल में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क सकती थी।
मुंगेर कनेक्शन पर पुलिस की नज़र
Khagaria Arms Factory Raid: गौरतलब है कि मुंगेर जिला लंबे समय से अवैध हथियार निर्माण और तस्करी का गढ़ माना जाता है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों का मुंगेर से ताल्लुक होना इस बात की पुष्टि करता है कि हथियार तस्करी का यह नेटवर्क अभी भी सक्रिय है और चुनाव जैसे संवेदनशील समय में ज्यादा सक्रिय हो जाता है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।
शांतिपूर्ण चुनाव की तैयारी
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि खगड़िया में मिली इस सफलता से स्थानीय प्रशासन को चुनावी शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी। एसपी ने साफ किया कि आने वाले दिनों में जिले में और भी अभियान चलाए जाएंगे। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत जिले के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
खगड़िया में मिली यह सफलता न केवल पुलिस की सतर्कता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि चुनाव से पहले आपराधिक नेटवर्क कितने सक्रिय हो जाते हैं। अवैध हथियार फैक्ट्रियों के खिलाफ यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा, ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में किसी भी तरह की बाधा न आए और शांतिपूर्ण चुनाव हो सके।