Maharashtra Heavy Rain ने एक बार फिर राज्य के किसानों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। लगातार जारी भारी बारिश और अतिवृष्टि से महाराष्ट्र के विदर्भ, मराठवाड़ा और पश्चिम महाराष्ट्र क्षेत्र में हजारों एकड़ फसलें पूरी तरह तबाह हो गई हैं। धान, कपास, सोयाबीन और दालों की फसलें जलमग्न हो चुकी हैं, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है।
कई जिलों में खेतों में खड़ी फसलें या तो सड़ चुकी हैं या गिर चुकी हैं। इससे किसानों की आय पर गहरी चोट पड़ी है और जिन लोगों ने कर्ज लेकर खेती की थी, वे अब और बड़े संकट का सामना कर रहे हैं।
Amit Shah को सौंपा गया निवेदन
इसी गंभीर स्थिति को लेकर नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah से मुलाकात की और उन्हें एक विस्तृत निवेदन सौंपा। इस निवेदन में मांग की गई कि केंद्र सरकार तुरंत NDRF Relief Package जारी करे, ताकि प्रभावित किसानों को ठोस और पर्याप्त मदद मिल सके।
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नेताओं ने कहा कि Maharashtra Heavy Rain सिर्फ़ एक प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि किसानों की आजीविका पर सीधा हमला है। ऐसे में केंद्र सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाना होगा।
प्रमुख मांगें
निवेदन में रखी गई प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
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प्रभावित जिलों को आपदा ग्रस्त घोषित किया जाए।
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किसानों को सीधे NDRF Relief से आर्थिक सहायता मिले।
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कर्ज़ पर Loan Moratorium लागू किया जाए।
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बीमा कंपनियों को किसानों के दावे तुरंत निपटाने के निर्देश दिए जाएं।
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रबी सीजन की तैयारी के लिए बीज और खाद पर सब्सिडी बढ़ाई जाए।
किसानों की पीड़ा
बारिश से खेतों में लंबे समय तक पानी जमा रहने के कारण किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। एक तरफ फसलें बर्बाद हो रही हैं, तो दूसरी तरफ वे नए सीजन की खेती की तैयारी भी नहीं कर पा रहे हैं। किसान संगठनों का कहना है कि यदि समय पर राहत नहीं मिली तो राज्य में farmer suicides का खतरा और बढ़ सकता है।
Amit Shah का आश्वासन
गृह मंत्री Amit Shah ने नेताओं को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार स्थिति पर गंभीरता से विचार कर रही है और प्रभावित किसानों की मदद के लिए जल्द ही NDRF Relief Package पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
विपक्ष का बयान
विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार पर दबाव डाला है। उनका कहना है कि मदद की प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति होनी चाहिए, अन्यथा किसान सड़क पर उतर सकते हैं।
वेब स्टोरी:
नतीजा
स्पष्ट है कि Maharashtra Heavy Rain ने किसानों की जिंदगी अस्त-व्यस्त कर दी है। अब पूरा ध्यान इस बात पर है कि केंद्र सरकार कब और कैसे राहत पैकेज की घोषणा करती है। यदि मदद समय पर मिली तो किसानों की स्थिति सुधर सकती है, अन्यथा आने वाले दिनों में यह संकट और गहरा हो सकता है।