नवरात्रि 2025 का पावन पर्व पूरे देश में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जा रहा है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश के Chhindwara District स्थित चमत्कारिक Jamsavli Hanuman Mandir में एक विशेष दृश्य देखने को मिला, जब प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री Sadhvi Uma Bharti जी ने श्री हनुमान जी की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
वेब स्टोरी:
उमाभारती का विशेष आगमन
शनिवार की सुबह साध्वी उमा भारती जी मंदिर पहुंचीं, जहां मंदिर संस्थान के पदाधिकारियों और स्थानीय श्रद्धालुओं ने उनका आत्मीय स्वागत किया। पूरे मंदिर परिसर में “जय श्री राम” और “जय बजरंगबली” के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
साध्वी उमा भारती जी ने श्री मूर्ति के समक्ष विशेष Puja Archana, Ramcharitmanas Path और Hanuman Chalisa का पाठ किया। इस दौरान उन्होंने देश और प्रदेश की सुख-शांति, समृद्धि और धार्मिक एकता के लिए प्रार्थना की।
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सनातन संस्कृति पर विचार
पूजा-अर्चना के बाद साध्वी उमा भारती जी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि Sanatan Dharma केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक प्रेरणा है।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा:
“हमारी भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन और समृद्ध संस्कृति है। इसे बचाना और आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। धर्म हमें सही और गलत में फर्क करना सिखाता है और यही हमें शक्ति प्रदान करता है।”
उन्होंने आगे जोड़ा कि Navratri Festival शक्ति की उपासना का पर्व है। यह त्योहार हमें सिखाता है कि हम अपने भीतर की बुराइयों को समाप्त कर अच्छाई की ओर बढ़ें। श्री हनुमान जी का मंदिर इस बात का प्रतीक है कि धर्म और भक्ति हमेशा निस्वार्थ भाव से किए जाने चाहिए।

मंदिर संस्थान ने किया सम्मान
पूजा के बाद मंदिर संस्थान द्वारा साध्वी उमा भारती जी का सम्मान किया गया। उन्हें Shri Murti की प्रतिकृति और स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष Gopal Sharma, अनुविभागीय अधिकारी Siddharth Patel, उपाध्यक्ष Santosh Davre, सचिव Tikaram Karokar, ट्रस्टीगण Sandeep Mohod, Ajay Dhawle, Vitthal Davre, Mohan Tajne सहित कई गणमान्य व्यक्ति और सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
चमत्कारिक श्री हनुमान मंदिर जामसांवली
जामसांवली का यह हनुमान मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि यहां आने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं, विशेषकर नवरात्रि के दौरान यहां का धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है।
धार्मिक और सांस्कृतिक संदेश
साध्वी उमा भारती जी के इस दौरे ने न केवल नवरात्रि की धार्मिक भावना को और प्रगाढ़ किया, बल्कि सनातन संस्कृति और भारतीय परंपरा के संरक्षण पर भी जोर दिया। उनका यह संदेश कि धर्म केवल कर्मकांड नहीं, बल्कि जीवन का आधार है—श्रोताओं को गहराई तक प्रभावित कर गया।
नवरात्रि जैसे पर्व भारतीय समाज को एकता, शक्ति और भक्ति का संदेश देते हैं। साध्वी उमा भारती जी का यह दौरा एक बार फिर इस तथ्य को पुष्ट करता है कि धर्म और संस्कृति का संरक्षण हमारे समाज की मूलभूत जिम्मेदारी है।