धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Dussehra 2025 का पर्व हर साल बड़े हर्ष और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह दिन अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है और प्रभु श्रीराम को समर्पित माना जाता है। साथ ही यह दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है।
ऐसा कहा जाता है कि दशहरे के दिन घर के सही स्थानों पर दीपक (Diya) जलाने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, नकारात्मकता दूर होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। आइए जानते हैं Dussehra 2025 Deepak Rituals के बारे में।
घर का मुख्य द्वार
घर का मुख्य द्वार सकारात्मक ऊर्जा और मां लक्ष्मी के आगमन का प्रतीक माना जाता है। इस स्थान पर दीपक जलाने से राहु और अन्य नकारात्मक ग्रहों के प्रभाव से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही यह घर के भीतर सकारात्मकता और शुभता का संचार करता है।
इस दिन मुख्य द्वार पर घी का दीपक (Ghee Diya) जलाना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। इसे जलाते समय मन में साफ विचार और भक्ति भाव रखना चाहिए।
शमी पेड़ के नीचे
शमी का पेड़ विजय, सौभाग्य और धन का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने लंका जाने से पहले शमी वृक्ष की पूजा की थी।
इसलिए दशहरे की शाम को शमी के पेड़ के पास घी का दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है। यह उपाय कोर्ट-कचहरी और अन्य कानूनी मामलों में सफलता दिलाने के लिए भी फायदेमंद कहा जाता है।
घर का पूजा स्थान
घर के पूजा स्थान या मंदिर में रातभर अखंड दीपक जलाना अत्यंत शुभ होता है। इससे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पूजा स्थान पर दीपक जलाते समय मंत्र जाप और भजन का उच्चारण करना लाभकारी होता है। दीपक के प्रकाश से घर के वातावरण में शांति का अनुभव होता है और यह मां लक्ष्मी के लिए आमंत्रण का प्रतीक माना जाता है।
तुलसी का पौधा
तुलसी के पौधे को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। दशहरे के दिन शाम को तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाने से घर में आर्थिक समृद्धि आती है और धन की कमी दूर होती है।
तुलसी के पास दीपक जलाने के समय सादगी और भक्ति भाव रखना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
पूजन मंत्र
दशहरे के दिन दीपक जलाते समय निम्न मंत्र का उच्चारण किया जा सकता है:
ॐ राम ॐ राम ॐ राम ह्रीं राम ह्रीं राम श्रीं राम श्रीं राम –
क्लीं राम क्लीं राम। फ़ट् राम फ़ट् रामाय नमः।।
लोकाभिरामं रणरंगधीरं राजीवनेत्रं रघुवंशनाथम्।
कारुण्यरूपं करुणाकरं तं श्रीरामचन्द्रं शरणं प्रपद्ये॥
आपदामपहर्तारं दातारं सर्वसम्पदाम्।
लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्।
मंत्र जाप से दीपक का प्रभाव और बढ़ जाता है और यह घर के वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है।
Dussehra 2025 पर घर के मुख्य द्वार, पूजा स्थान, तुलसी और शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाना शुभ माना जाता है। ये उपाय न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति लाने में भी सहायक माने जाते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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