Sitamarhi CSP Operator Murder: बिहार के सीतामढ़ी में CSP संचालक की हत्या, पुलिस पर उठे सवाल
बिहार एक बार फिर अपराध की वजह से चर्चा में है। मंगलवार को हुई Sitamarhi CSP Operator Murder की वारदात ने राज्य की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। सीतामढ़ी ज़िले के चोरौत थाना क्षेत्र के निमबाड़ी में CSP (Customer Service Point) संचालक श्रवण कुमार राय की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। अपराधियों ने उन्हें पांच गोलियां दागकर मौत के घाट उतार दिया।
घटना का विवरण
मंगलवार की दोपहर बाइक सवार दो हमलावर CSP केंद्र पहुंचे और बिना किसी चेतावनी के ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पांच गोलियां लगते ही श्रवण कुमार राय वहीं गिर पड़े और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इलाके में अचानक गोलियों की आवाज़ गूंजी और लोग भयभीत होकर इधर-उधर भागने लगे।
CCTV फुटेज ने खोली हकीकत
स्थानीय CCTV कैमरों में पूरी वारदात कैद हो गई। फुटेज में साफ दिख रहा है कि अपराधी आराम से आए, CSP संचालक पर गोलियां चलाईं और फिर बिना किसी डर के बाइक से फरार हो गए। यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और लोग पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
घटना के बाद सीतामढ़ी के SP अमित रंजन खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और इस केस को प्राथमिकता पर सुलझाया जाएगा। लेकिन स्थानीय लोग सवाल पूछ रहे हैं कि इतनी बड़ी वारदात से पहले पुलिस को भनक क्यों नहीं लगी?
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अपराध की बढ़ती घटनाएं
सीतामढ़ी ही नहीं, पूरे बिहार में CSP केंद्र अपराधियों के निशाने पर आ रहे हैं। CSP संचालक नकदी और बैंकिंग कार्य से जुड़े होने के कारण अपराधियों के लिए आसान लक्ष्य बन जाते हैं। बैंकिंग सुरक्षा की कमी और पुलिस गश्ती व्यवस्था की नाकामी ने अपराधियों के हौसले और बुलंद कर दिए हैं।
पिछले कुछ महीनों में लूट, रंगदारी और हत्या जैसी घटनाओं में वृद्धि हुई है। ग्रामीण इलाकों में CSP संचालकों पर हमले आम बात बनते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गश्ती पुलिस सिर्फ़ कागज़ों पर मौजूद है, ज़मीनी हकीकत बिल्कुल अलग है।
जनता का गुस्सा और राजनीतिक असर
Sitamarhi CSP Operator Murder अब केवल एक आपराधिक मामला नहीं रह गया। यह सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने का कारण बन गया है। विपक्ष इस घटना को सरकार पर हमला करने का मौका मान सकता है। वहीं आम जनता में गुस्सा और असुरक्षा की भावना तेज़ी से बढ़ रही है।
लोगों का कहना है कि अगर CSP संचालक की दिनदहाड़े हत्या हो सकती है तो आम नागरिक कैसे सुरक्षित रहेंगे? इस घटना ने प्रशासनिक तंत्र की पूरी नाकामी को उजागर कर दिया है।
वेब स्टोरी:
आगे की जरूरत
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CSP केंद्रों की सुरक्षा के लिए CCTV और प्रशिक्षित सुरक्षा गार्ड तैनात करना होगा।
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बैंकिंग पॉइंट्स पर नियमित पुलिस गश्त अनिवार्य की जानी चाहिए।
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पुलिस खुफिया नेटवर्क को मज़बूत बनाकर अपराधियों की पहचान पहले ही करनी होगी।
अगर तुरंत ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो बिहार में Law and Order की स्थिति और बिगड़ेगी और आम जनता का भरोसा प्रशासन से पूरी तरह उठ जाएगा।
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