डिजिटल डेस्क, सूरत।
Surat Metro Project Update 2025: गुजरात की टेक्सटाइल और डायमंड हब सूरत जल्द ही मेट्रो रेल सेवा से जुड़ने वाला है। Surat Metro Project पर काम तेजी से जारी है और जून 2026 तक इसके शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। 42 किलोमीटर लंबी इस परियोजना में 40 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। मेट्रो सेवा शुरू होने से सूरतवासियों के सफर का अनुभव पूरी तरह बदल जाएगा और यातायात दबाव कम होगा।
2021 में हुई थी शुरुआत | Surat Metro Project Update 2025
सूरत मेट्रो परियोजना की नींव साल 2021 में रखी गई थी। इसका निर्माण कार्य दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) को सौंपा गया। परियोजना का कुल बजट 12,020 करोड़ रुपये है। इसे दो चरणों (Phase-1 और Phase-2) में पूरा किया जा रहा है।

कितना काम हुआ पूरा?
सूरत मेट्रो का निर्माण कार्य लगातार प्रगति पर है।
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सरथाणा से ड्रीम सिटी तक 22.7 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर का 75% काम पूरा हो चुका है।
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मेट्रो रूट में 7 किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग (Tunnel) बनाई जा रही है।
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सेंट्रल वेयरहाउस से कापोद्रा तक की सुरंग पूरी हो चुकी है।
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वहीं चौकबाजार से सूरत रेलवे स्टेशन तक की सुरंग का आधा काम पूरा हुआ है।
दो कॉरिडोर – रेड लाइन और ग्रीन लाइन
Surat Metro Project Update 2025: सूरत मेट्रो को दो प्रमुख कॉरिडोर में बांटा गया है:
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रेड लाइन (Red Line): 21 किलोमीटर लंबी होगी और शहर के प्रमुख इलाकों को जोड़गी।
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ग्रीन लाइन (Green Line): दूसरे प्रमुख कॉरिडोर को ग्रीन लाइन नाम दिया गया है।
कुल मिलाकर मेट्रो नेटवर्क 42 किलोमीटर का होगा और इसमें 40 स्टेशन होंगे, जिनमें से अधिकांश Elevated (उच्च स्तरीय) होंगे, जबकि कई स्टेशन Underground (भूमिगत) भी रहेंगे।
सफर होगा आसान और तेज़
Surat Metro Project Update 2025: सूरत मेट्रो शुरू होने के बाद:
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शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक का सफर बेहद आसान और तेज़ हो जाएगा।
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यातायात जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
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लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का एक और आधुनिक विकल्प मिलेगा।
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Textiles और Diamond Hub होने के कारण रोज़गार और व्यापारिक यात्राओं में भी सुविधा बढ़ेगी।
क्यों है सूरत मेट्रो खास?
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लंबाई: 42 किलोमीटर
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स्टेशन: 40 (30 से अधिक Elevated, कई Underground)
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कुल लागत: 12,020 करोड़ रुपये
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पूरा होने की डेडलाइन: जून 2026
यात्रियों के लिए क्या फायदे?
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तेज़ और सस्ता पब्लिक ट्रांसपोर्ट
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पर्यावरण प्रदूषण में कमी
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रोड ट्रैफिक दबाव में कमी
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समय और ऊर्जा की बचत
चुनौतियां भी बाकी
हालांकि, परियोजना में कई बार देरी भी हुई है। पहले उम्मीद थी कि इसका पहला चरण मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा, लेकिन तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से डेडलाइन बढ़ा दी गई। अब अधिकारियों का कहना है कि 2026 में यह सेवा जनता के लिए शुरू हो जाएगी।
भविष्य की तस्वीर
सूरत मेट्रो न केवल गुजरात बल्कि पूरे देश के लिए एक Model Urban Transport Project साबित हो सकती है। अहमदाबाद मेट्रो के बाद सूरत मेट्रो गुजरात का दूसरा सबसे बड़ा Metro Network होगा। इसके संचालन के बाद शहर की आर्थिक गतिविधियां और तेज़ होने की संभावना है।
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