Jitan Ram Manjhi Final Election में अतरी से पार्टी का उम्मीदवार खड़ा करने का किया ऐलान
केंद्रीय मंत्री और जनता दल (हम) के अध्यक्ष Jitan Ram Manjhi ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल पैदा कर दी है। मांझी ने साफ शब्दों में कहा कि यह उनका final election होगा और उनके प्रयास से अतरी विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार खड़ा किया जाएगा। राजनीति के पचास सालों के अपने अनुभव का हवाला देते हुए मांझी ने कहा कि उन्होंने अब तक कुल 13 चुनाव लड़े, जिनमें 8 में जीत हासिल की और लोकसभा में 3 बार चुनाव लड़ा, जिसमें एक बार विजयी रहे।
अतरी से उम्मीदवार खड़ा करने का ऐलान
मांझी ने अपने अतरी संबंध का भी ज़िक्र किया। उनका घर और ससुराल इसी क्षेत्र में हैं, और उनका मानना है कि स्थानीय जनता के लिए उनकी उपस्थिति और अनुभव ज़रूरी है। उन्होंने कहा, “हमने पहले कहा था कि 75 साल के बाद चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुरोध पर 2020 में चुनाव लड़ा। अब हमारी कोशिश है कि अपने क्षेत्र से हमारी पार्टी का प्रत्याशी खड़ा हो।”
तेजस्वी यादव पर तीखा हमला
राजनीतिक बयानबाजी में मांझी ने Tejashwi Yadav पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी के पिता ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटवाने की कोशिश की थी। मांझी ने कहा, “(Tejashwi) कहते थे कि चूहा खाने, बकरी चराने वालों को पढ़ना-लिखना सिखाओ, लेकिन अपने मंत्रिमंडल में क्या किया — चरवाहा स्कूल खोले और लाठी में तेल पिलाकर भजन कराने जैसा काम किया। मेरी हटाने के लिए राज्यपाल तक गए थे।”
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पाकिस्तान और सुरक्षा नीति पर बयान
मांझी ने अपनी foreign policy और defense stance को लेकर भी खुलकर बात की। पाकिस्तान पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वह हमारे सामने कुछ नहीं है और उनका नक्शा भविष्य में मिट जाएगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया और बताया कि आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया, जबकि एक तरफ से पाकिस्तान को माफ भी किया गया। उनका कहना था कि अब भारत की सैन्य क्षमता और तकनीक पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो चुकी है।
स्थानीय विकास और अधूरे प्रोजेक्ट्स | Jitan Ram Manjhi Final Election
स्थानीय विकास और unfinished projects के मुद्दे पर मांझी ने कहा कि वह अपने क्षेत्र को अधूरे कामों के साथ नहीं छोड़ना चाहते। अतरी से उम्मीदवार खड़ा करने का उनका यह प्रयास इसी सोच का हिस्सा है। उन्होंने दोहराया कि यह उनका अंतिम चुनाव होगा, और इसके बाद वह अपने क्षेत्र को राजनीतिक रूप से मजबूत करने पर ध्यान देंगे।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि Jitan Ram Manjhi Final Election Challenge बिहार की राजनीति में नई रणनीति को जन्म दे सकता है। उनके बयान न केवल स्थानीय जनता के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि राज्य और केंद्र की नीतियों पर भी असर डाल सकते हैं। उनका जोर स्थानीय प्रतिनिधित्व, सुरक्षा और विदेशी नीति पर केंद्रित है, जो आने वाले चुनावों के दृष्टिकोण को प्रभावित कर सकता है।
समग्र रूप से देखा जाए तो मांझी का यह बयान और रणनीति बिहार के political landscape में बदलाव का संकेत देती है। अतरी से उम्मीदवार खड़ा करना उनके राजनीतिक करियर का अंतिम अध्याय और पार्टी की ताकत बढ़ाने की कोशिश दोनों है।
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