कोटा (राजस्थान)।
राजस्थान के कोटा में बुधवार को दिल्ली निवासी छात्र लकी चौधरी की संदिग्ध मौत के बाद नया मोड़ सामने आया है। प्रारंभिक तौर पर इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा था, लेकिन मृतक के पिता दिलीप चौधरी ने इसे हत्या बताते हुए बेटे के रूममेट पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पिता का चौंकाने वाला बयान
गुरुवार को कोटा पहुँचे लकी के पिता ने कहा—
“मेरा बेटा हमेशा कहता था कि पापा, मैं इतना कमजोर नहीं हूँ कि आत्महत्या कर लूँ। उसकी सोच सकारात्मक थी और वह हिम्मत वाला बच्चा था।”
दिलीप चौधरी का कहना है कि बेटे ने कुछ दिन पहले उनसे पैसों की समस्या साझा की थी और ₹40 हजार रुपये की मांग की थी। पिता ने तत्काल ₹10 हजार भेज दिए थे और बाकी रकम जल्द भेजने का आश्वासन दिया था। लेकिन इस बीच बेटे की मौत की खबर आई, जिसने पूरे परिवार को झकझोर दिया।
रूममेट पर शक गहराया
लकी के पिता ने बताया कि उनका बेटा शुरू में हॉस्टल में रहता था, बाद में बिहार निवासी राहुल के साथ किराए पर कमरा लेकर रहने लगा था। घटना के बाद कमरे से लकी का मोबाइल, बैग और पर्स गायब है। सबसे बड़ी बात यह है कि राहुल भी अचानक गायब हो गया।
पिता ने आरोप लगाया कि राहुल शराब पीने का आदी था और आए दिन उनके बेटे से झगड़ा करता था। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले दोनों के बीच विवाद हुआ था। उनका मानना है कि बेटे को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया या फिर राहुल की सीधी संलिप्तता हत्या में हो सकती है।
पुलिस की जांच जारी
पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। फिलहाल कमरे से बरामद साक्ष्यों की जाँच की जा रही है और राहुल की तलाश की जा रही है। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर ही आगे की स्थिति स्पष्ट होगी।
कोटा में बढ़ती आत्महत्या की घटनाएँ
कोटा को लंबे समय से ‘कोचिंग सिटी’ कहा जाता है, लेकिन यहाँ छात्र आत्महत्याओं के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले हजारों छात्र यहाँ रहते हैं। मानसिक दबाव, प्रतियोगी माहौल और आर्थिक चुनौतियाँ कई बार छात्रों को आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर करती हैं।
हालांकि लकी चौधरी का मामला अब आत्महत्या से आगे बढ़कर हत्या के शक में तब्दील हो गया है, जिससे पुलिस और प्रशासन पर जल्द और निष्पक्ष जाँच करने का दबाव बढ़ गया है।
परिजनों की अपील
लकी के पिता ने पुलिस और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि उनका इकलौता बेटा मेहनती और हिम्मती था, उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया। परिवार ने मामले की निष्पक्ष जाँच और आरोपी को पकड़ने की माँग की है।