धर्मेंद्र निधन: बॉलीवुड के सिनेमा का एक युग समाप्त
नई दिल्ली। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और ‘ही-मैन’ के नाम से प्रसिद्ध धर्मेंद्र का निधन 89 वर्ष की आयु में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ। उनके निधन की खबर ने फिल्म जगत, राजनेताओं और आम जनता में शोक की लहर दौड़ा दी। धर्मेंद्र ने भारतीय सिनेमा में लगभग सात दशकों तक अद्वितीय योगदान दिया।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का शोक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “धर्मेंद्र जी के जाने से भारतीय सिनेमा में एक युग का अंत हो गया है। वह एक आइकॉनिक फिल्म पर्सनैलिटी थे और उनके हर रोल में चार्म और गहराई देखने को मिलती थी। मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के साथ हैं।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी धर्मेंद्र के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए लिखा कि उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने भी सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि धर्मेंद्र जी ने फिल्म जगत में अपनी सादगी और अभिनय से सभी का दिल जीत लिया।
कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं की संवेदनाएँ
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भारतीय फिल्म जगत ने आज एक बहुमूल्य सितारा खो दिया। उन्होंने धर्मेंद्र के पद्मभूषण सम्मान और उनके सादगीपूर्ण जीवन को याद किया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने धर्मेंद्र के योगदान को हमेशा सम्मान के साथ याद रखने की बात कही।
The demise of veteran actor and former Member of Parliament Shri Dharmendra Ji is a great loss to Indian cinema. One of the most popular actors, he delivered numerous memorable performances during his decades-long illustrious career. As a towering figure of Indian cinema, he…
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 24, 2025
सिनेमा जगत और प्रशंसकों का शोक
धर्मेंद्र के निधन पर फिल्म उद्योग के कई दिग्गज कलाकारों ने भी शोक व्यक्त किया। उनके मित्र और सह-कलाकारों ने बताया कि धर्मेंद्र हमेशा विनम्र और सादगीपूर्ण स्वभाव के व्यक्ति रहे। ‘शोले’ में उनका निभाया रोल ‘वीरू’ आज भी भारतीय दर्शकों के दिलों में जीवित है।
The passing of Dharmendra Ji marks the end of an era in Indian cinema. He was an iconic film personality, a phenomenal actor who brought charm and depth to every role he played. The manner in which he played diverse roles struck a chord with countless people. Dharmendra Ji was…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 24, 2025
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा
1960 के दशक में सिनेमा में पदार्पण करने वाले धर्मेंद्र ने आम लोगों की कहानियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और सिनेमा प्रेमियों का दिल जीत लिया। उनकी कार्यशैली, अभिनय की गहराई और पर्दे पर छवि ने उन्हें हर युग के दर्शकों के लिए प्रेरणा बना दिया।
अपने बेहतरीन अभिनय से 6 दशकों तक हर देशवासी के दिल को छूने वाले धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय सिनेमा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। एक सामान्य परिवार से आकर उन्होंने फिल्म जगत में अपनी अमिट पहचान बनाई।
धर्मेंद्र जी उन चुनिंदा अभिनेताओं में से एक रहे, जिन्होंने जिस किरदार को छुआ, वह…— Amit Shah (@AmitShah) November 24, 2025
केंद्रीय और राज्य नेताओं की श्रद्धांजलि
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि धर्मेंद्र का निधन भारतीय सिनेमा और कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। अखिलेश यादव ने भी धर्मेंद्र के सादगीपूर्ण व्यक्तित्व और सहज अभिनय को याद करते हुए कहा कि उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
धर्मेंद्र की फिल्मी यात्रा और योगदान
धर्मेंद्र ने सत्तर वर्ष के करियर में लगभग 150 फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने विभिन्न भूमिकाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और कई पुरस्कार जीते। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘शोले’, ‘चुपके चुपके’, ‘सत्ते पे सत्ता’ और ‘अमृत’ शामिल हैं।
भारतीय फ़िल्म जगत ने आज एक बहुमूल्य सितारा खो दिया। मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे। 2012 में पद्मभूषण से सम्मानित, धर्मेंद्र ने दशकों तक सिनेमा प्रेमियों के दिलों पर राज किया और अपने अभूतपूर्व अभिनय व सादगीपूर्ण जीवन से एक गहरी छाप छोड़ी।
उनका निधन एक युग का अंत… pic.twitter.com/Ys1lIHx2LY
— Mallikarjun Kharge (@kharge) November 24, 2025
सादगी और व्यक्तिगत जीवन
धर्मेंद्र ने हमेशा सादगीपूर्ण जीवन जिया और अपने परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखा। उन्होंने अपने जीवन में कभी भी लोकप्रियता के साथ अहंकार नहीं किया। यही कारण है कि उन्हें सभी पीढ़ियों द्वारा अत्यधिक सम्मान और प्यार मिला।
धर्मेंद्र का फिल्मी करियर और योगदान
धर्मेंद्र ने भारतीय सिनेमा में अपने लगभग सात दशक लंबे करियर में अनेक यादगार भूमिकाएँ निभाई। उनके अभिनय की विशेषता यह थी कि वह हर किरदार में वास्तविकता और भावनाओं को बखूबी उतार देते थे। ‘शोले’, ‘चुपके चुपके’, ‘सत्ते पे सत्ता’ जैसी फिल्मों में उनके अभिनय ने दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी। उनका करियर न केवल फिल्मों की संख्या में विशाल था, बल्कि गुणवत्ता और विविधता में भी अद्वितीय रहा।
महान अभिनेता धर्मेंद्र जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है और भारतीय कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। सिनेमा में लगभग सात दशकों के उनके अद्वितीय योगदान को हमेशा सम्मान और मोहब्बत के साथ याद रखा जाएगा।
धर्मेंद्र जी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस दुख की घड़ी में… pic.twitter.com/a4Wl1JOM3G
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 24, 2025
राजनीतिक नेताओं द्वारा जताया शोक
धर्मेंद्र के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और केंद्रीय मंत्री अमित शाह सहित कई शीर्ष नेताओं ने संवेदना व्यक्त की। उन्होंने धर्मेंद्र के योगदान को भारतीय सिनेमा के लिए अपूरणीय बताया। नेताओं ने उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति सांत्वना व्यक्त की और कहा कि उनकी यादें हमेशा जीवित रहेंगी।
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा
धर्मेंद्र की जीवन शैली और सादगी युवा कलाकारों और दर्शकों के लिए प्रेरणा रही है। उन्होंने हमेशा अपने अभिनय में नैतिकता, आत्मीयता और ईमानदारी का संदेश दिया। उनका जीवन यह सिखाता है कि लोकप्रियता और सफलता के बीच भी विनम्रता और साधारण जीवन संभव है। नए कलाकार उनके कार्य और शैली से प्रेरित होकर भारतीय सिनेमा में नए प्रयोग कर रहे हैं।
१९६० च्या दशकात भारतीय सिनेसृष्टीत पदार्पण करून चित्रपटात सर्वसामान्य माणसांचं प्रतिनिधित्व करणाऱ्या कथानकांमधून उठावदार भूमिका साकारणारे आणि भारतीय प्रेक्षकांची मनं जिंकून सिनेजगतात आपली स्वतंत्र ओळख निर्माण करणाऱ्या ज्येष्ठ अभिनेते धर्मेंद्र देओल यांची मृत्यूशी झुंज अखेर अपयशी… pic.twitter.com/oEfS3OYc7e
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) November 24, 2025
प्रशंसकों का भावनात्मक शोक
धर्मेंद्र के निधन की खबर सुनते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। उनके प्रशंसक सोशल मीडिया पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। युवा से लेकर बुजुर्ग सभी उनके व्यक्तित्व, हास्य और हीरोइक भूमिकाओं को याद कर भावुक हो रहे हैं। धर्मेंद्र केवल अभिनेता नहीं थे, बल्कि उनकी छवि और किरदार भारतीय संस्कृति और सिनेमा के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं।
बॉलीवुड में छोड़ गई अमिट छाप
धर्मेंद्र की यादें केवल फिल्मों तक सीमित नहीं हैं। उनके योगदान ने भारतीय सिनेमा को नई दिशा दी। उनकी फिल्मों में भावनाओं, साहस और हास्य का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है। उनकी छवि आज भी नयी पीढ़ी के कलाकारों और दर्शकों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
अंतिम संदेश और श्रद्धांजलि
धर्मेंद्र का निधन एक युग का अंत है। उनके जीवन और कार्य ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। फिल्म जगत, राजनेताओं और आम जनता की संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ हैं। उनके योगदान को भारतीय सिनेमा हमेशा याद रखेगा।