निर्देशक नीरज घायवान की फिल्म ‘होमबाउंड’ ने एक बार फिर भारतीय सिनेमा का नाम रोशन किया है। यह फिल्म 98वें अकादमी पुरस्कारों की बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी की शॉर्टलिस्ट में शामिल हो गई है। यह खबर पूरे भारतीय फिल्म उद्योग के लिए गर्व का विषय बनी हुई है। ईशान खट्टर और विशाल जेठवा अभिनीत यह फिल्म अब उन 15 चुनिंदा फिल्मों में शामिल है जो ऑस्कर नामांकन की दौड़ में आगे बढ़ी हैं।
शॉर्टलिस्ट में शामिल होना बड़ी उपलब्धि
अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर यह घोषणा की। दुनियाभर के 86 देशों और क्षेत्रों से आई फिल्मों में से केवल 15 को यह सम्मान मिला है। इन 15 फिल्मों में से अंतिम पांच का चयन किया जाएगा जो ऑस्कर के लिए आधिकारिक रूप से प्रतिस्पर्धा करेंगी। यह चयन अकादमी सदस्यों की सक्रिय भागीदारी से तय हुआ है।
धर्मा प्रोडक्शंस ने बुधवार को इंस्टाग्राम पर इस खुशखबरी को साझा किया। उनके संदेश में लिखा था कि ‘होमबाउंड’ को 98वें अकादमी पुरस्कारों में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। उन्होंने दुनियाभर से मिले प्यार और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
करण जौहर का भावुक संदेश
फिल्म के निर्माता करण जौहर ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह यह बता नहीं सकते कि वह कितने गर्वित और खुश हैं। उन्होंने कहा कि धर्मा मूवीज के लिए यह फिल्म उनकी फिल्मोग्राफी में एक गौरवशाली और महत्वपूर्ण जगह रखती है। करण ने नीरज घायवान का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उन्होंने उनके कई सपने पूरे किए हैं। कान्स से लेकर ऑस्कर शॉर्टलिस्ट तक का यह सफर बेहद शानदार रहा है। उन्होंने पूरी टीम और कलाकारों को प्यार भेजा।
विशाल जेठवा की प्रतिक्रिया
फिल्म में चंदन कुमार का किरदार निभाने वाले विशाल जेठवा भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि यह पल बेहद खास और विनम्र बनाने वाला है। होमबाउंड को ऑस्कर की दिशा में आगे बढ़ते देखना एक सपने जैसा है। उन्होंने करण जौहर का शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने इस कहानी और कलाकारों पर विश्वास जताया। विशाल ने कहा कि करण की दूरदर्शिता और समर्थन ने होमबाउंड को पंख दिए।
विशाल ने निर्देशक नीरज घायवान की संवेदनशीलता और ईमानदारी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि नीरज के निर्देशन में काम करना उनके लिए परिवर्तनकारी अनुभव रहा। उनके मार्गदर्शन ने उन्हें भावनात्मक गहराई तक पहुंचने में मदद की जहां वे पहले कभी नहीं पहुंचे थे। उन्होंने अपने सह-कलाकार ईशान खट्टर का भी शुक्रिया अदा किया जिनकी प्रतिबद्धता ने हर दृश्य को बेहतर बनाया।
ईशान खट्टर ने जताई खुशी
ईशान खट्टर ने भी इस बड़ी घोषणा को अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर साझा किया। उन्होंने इसे दिल के इमोजी के साथ सेलिब्रेट किया। यह उनके करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
किन फिल्मों से होगी प्रतिस्पर्धा
होमबाउंड को नामांकन के लिए कई देशों की दमदार फिल्मों से प्रतिस्पर्धा करनी होगी। इनमें अर्जेंटीना की ‘बेलेन’, ब्राजील की ‘द सीक्रेट एजेंट’, फ्रांस की ‘इट वाज जस्ट एन एक्सीडेंट’, जर्मनी की ‘साउंड ऑफ फॉलिंग’, इराक की ‘द प्रेसिडेंट्स केक’, जापान की ‘कोकुहो’, जॉर्डन की ‘ऑल दैट्स लेफ्ट ऑफ यू’, नॉर्वे की ‘सेंटीमेंटल वैल्यू’, फिलिस्तीन की ‘पैलेस्टाइन 36’, दक्षिण कोरिया की ‘नो अदर चॉइस’, स्पेन की ‘सिरात’, स्विट्जरलैंड की ‘लेट शिफ्ट’, ताइवान की ‘लेफ्ट-हैंडेड गर्ल’ और ट्यूनीशिया की ‘द वॉइस ऑफ हिंद रजब’ शामिल हैं।
होमबाउंड की कहानी
यह फिल्म बचपन के दोस्तों शोएब और चंदन की कहानी है। ईशान खट्टर शोएब का किरदार निभाते हैं जबकि विशाल जेठवा चंदन बने हैं। दोनों का सपना पुलिस फोर्स में शामिल होने का है। फिल्म में जाह्नवी कपूर भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। यह फिल्म दोस्ती, महत्वाकांक्षा और युवा भारत पर पड़ने वाले दबावों पर आधारित है। कहानी बेहद संवेदनशील और यथार्थवादी तरीके से बताई गई है।
कान्स से ऑस्कर तक का सफर
होमबाउंड का सफर शुरू से ही शानदार रहा है। फिल्म को कान्स फिल्म फेस्टिवल में भी सराहना मिली थी। आलोचकों ने इसकी कहानी और निर्देशन की खूब तारीफ की। अब ऑस्कर शॉर्टलिस्ट में जगह बनाना भारतीय सिनेमा के लिए बड़ी बात है। यह दिखाता है कि भारतीय फिल्मकार विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हैं।
नीरज घायवान का फिल्मी सफर
नीरज घायवान पहले भी अपनी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। उनकी फिल्में संवेदनशील विषयों को छूती हैं और समाज को आईना दिखाती हैं। उनका निर्देशन हमेशा यथार्थवादी और प्रभावशाली रहा है। होमबाउंड के साथ उन्होंने एक बार फिर साबित किया है कि वे बेहतरीन कहानियां बयां कर सकते हैं।
आगे की प्रक्रिया
98वें अकादमी पुरस्कारों के अंतिम नामांकनों की घोषणा 22 जनवरी को होगी। उस दिन पता चलेगा कि होमबाउंड आधिकारिक नामांकन में जगह बना पाती है या नहीं। ऑस्कर समारोह 15 मार्च 2026 को होगा। इस बार कॉनन ओ’ब्रायन होस्ट के रूप में वापसी करेंगे।
भारतीय सिनेमा के लिए गर्व की बात
होमबाउंड का शॉर्टलिस्ट में आना पूरे भारतीय फिल्म उद्योग के लिए गौरव का क्षण है। यह दिखाता है कि हमारे फिल्मकार विश्व मंच पर अपनी प्रतिभा साबित कर रहे हैं। युवा कलाकार और निर्देशक नई ऊंचाइयां छू रहे हैं। यह फिल्म युवा भारत की कहानी कहती है जो आज के समय में बेहद प्रासंगिक है।
अब सभी की नजरें 22 जनवरी पर टिकी हैं जब अंतिम नामांकनों की घोषणा होगी। पूरा देश होमबाउंड के लिए उंगलियां क्रॉस किए बैठा है। अगर यह फिल्म अंतिम पांच में जगह बनाती है तो यह भारतीय सिनेमा के लिए ऐतिहासिक पल होगा।