Diesel Price Today: देश में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें लंबे समय से आम जनता की चिंता का विषय रही हैं। ऐसे में डीजल की कीमतों में स्थिरता एक असामान्य लेकिन राहत देने वाली स्थिति के रूप में सामने आई है। आज यानी 17 दिसंबर को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में डीजल की कीमत ₹90.03 प्रति लीटर दर्ज की गई। खास बात यह है कि इस दर में न तो आज कोई बदलाव हुआ है और न ही बीते एक वर्ष से इसमें कोई संशोधन किया गया है।
17 दिसंबर 2024 के बाद से डीजल की कीमतें लगातार स्थिर बनी हुई हैं। यह स्थिति न केवल उपभोक्ताओं के लिए बल्कि परिवहन, कृषि और उद्योग जैसे क्षेत्रों के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। आमतौर पर अंतरराष्ट्रीय बाजार, कच्चे तेल के दाम और टैक्स संरचना में बदलाव का सीधा असर ईंधन की कीमतों पर पड़ता है, लेकिन इस बार तस्वीर कुछ अलग दिखाई दे रही है।
डीजल कीमतों की स्थिरता का आर्थिक महत्व
डीजल भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। मालवाहक वाहनों से लेकर कृषि उपकरणों तक, इसकी भूमिका हर स्तर पर अहम है। जब डीजल के दाम स्थिर रहते हैं, तो परिवहन लागत नियंत्रित रहती है, जिसका सीधा असर महंगाई दर पर पड़ता है। सब्जियों से लेकर रोजमर्रा के उपभोक्ता सामान तक की कीमतें अप्रत्यक्ष रूप से डीजल पर निर्भर करती हैं।
पिछले एक साल में जब पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में उतार-चढ़ाव की आशंका बनी रही, तब डीजल का स्थिर रहना नीति-निर्माताओं के लिए भी एक संतुलनकारी कदम माना जा रहा है।
मुंबई से देश तक समान रुझान
मुंबई में डीजल ₹90.03 प्रति लीटर की दर पर स्थिर है, लेकिन यही स्थिति देश के अन्य राज्यों और जिलों में भी देखने को मिल रही है। हालांकि अलग-अलग राज्यों में टैक्स संरचना के कारण कीमतों में मामूली अंतर हो सकता है, लेकिन मूल दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह संकेत देता है कि केंद्र और राज्य स्तर पर फिलहाल ईंधन मूल्य को लेकर स्थिर नीति अपनाई गई है।
राज्यवार डीजल कीमतों की तालिका
| राज्य / केंद्र शासित प्रदेश | डीजल कीमत (₹ प्रति लीटर) | मूल्य परिवर्तन (₹) |
|---|---|---|
| अंडमान और निकोबार | 78.05 | 0.00 |
| आंध्र प्रदेश | 97.47 | 0.00 |
| अरुणाचल प्रदेश | 80.21 | -0.28 |
| असम | 89.56 | +0.10 |
| बिहार | 91.77 | +0.28 |
| चंडीगढ़ | 82.45 | 0.00 |
| छत्तीसगढ़ | 93.39 | 0.00 |
| दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव | 87.87 | 0.00 |
| दिल्ली | 87.67 | 0.00 |
| गोवा | 89.03 | +0.56 |
| गुजरात | 90.60 | +0.31 |
| हरियाणा | 88.40 | 0.00 |
| हिमाचल प्रदेश | 87.36 | 0.00 |
| जम्मू और कश्मीर | 83.33 | -0.12 |
| झारखंड | 92.62 | 0.00 |
| कर्नाटक | 90.99 | 0.00 |
| केरल | 96.48 | 0.00 |
| लद्दाख | 87.72 | 0.00 |
| लक्षद्वीप | 95.71 | 0.00 |
| मध्य प्रदेश | 91.89 | 0.00 |
| महाराष्ट्र | 90.03 | 0.00 |
| मणिपुर | 85.21 | 0.00 |
| मेघालय | 87.81 | +0.29 |
| मिज़ोरम | 88.04 | 0.00 |
| नागालैंड | 88.24 | -0.61 |
| ओडिशा | 92.77 | +0.08 |
| पुडुचेरी | 86.47 | -0.06 |
| पंजाब | 88.09 | 0.00 |
| राजस्थान | 90.21 | +0.09 |
| सिक्किम | 90.45 | 0.00 |
| तमिलनाडु | 92.61 | 0.00 |
| तेलंगाना | 95.70 | 0.00 |
| त्रिपुरा | 86.59 | +0.04 |
| उत्तर प्रदेश | 87.98 | +0.17 |
| उत्तराखंड | 88.34 | +0.17 |
| पश्चिम बंगाल | 92.02 | 0.00 |
आम आदमी को कितनी राहत
एक सामान्य उपभोक्ता के नजरिए से देखें तो डीजल की स्थिर कीमतें अप्रत्यक्ष राहत देती हैं। भले ही उपभोक्ता सीधे डीजल न खरीदता हो, लेकिन ट्रांसपोर्ट खर्च नियंत्रित रहने से जरूरी वस्तुओं की कीमतें भी स्थिर रहती हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां कृषि और परिवहन डीजल पर निर्भर हैं, यह स्थिरता जीवनयापन को थोड़ा आसान बनाती है।
परिवहन और उद्योग पर प्रभाव
ट्रक, बस और अन्य व्यावसायिक वाहन डीजल पर चलते हैं। कीमतें स्थिर रहने से परिवहन कंपनियों को अपने किराए बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ती। इससे लॉजिस्टिक्स सेक्टर में लागत नियंत्रण बना रहता है, जिसका फायदा अंततः उपभोक्ता तक पहुंचता है। उद्योगों के लिए भी यह स्थिति उत्पादन लागत को स्थिर रखने में मददगार है।
कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय संकेत
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में समय-समय पर बदलाव होता रहा है। इसके बावजूद देश में डीजल के दाम स्थिर रहना यह दर्शाता है कि सरकार ने वैश्विक दबावों के बीच घरेलू उपभोक्ताओं को प्राथमिकता दी है। यह एक रणनीतिक निर्णय भी माना जा सकता है, जिससे आर्थिक स्थिरता बनी रहे।
आगे क्या रहेंगे संकेत
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में बड़े स्तर पर उथल-पुथल नहीं होती, तो आने वाले समय में भी डीजल की कीमतें स्थिर रह सकती हैं। हालांकि, यह पूरी तरह नीति और वैश्विक परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। फिलहाल आम जनता के लिए यह स्थिति राहत भरी कही जा सकती है।