Silver Price Today: सिल्वर प्राइस टुडे ने भारतीय बाज़ार में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। 27 सितंबर को चाँदी का भाव 1,49,000 रुपये प्रति किलो तक पहुँच गया, जो अब तक का सबसे ऊँचा स्तर है। हालांकि, अगले ही दिन हल्की मुनाफावसूली (प्रॉफ़िट बुकिंग) देखने को मिली और दाम घटकर 1,48,900 रुपये पर आ गए। लेकिन बाज़ार विशेषज्ञों का मानना है कि यह केवल एक छोटा उतार-चढ़ाव है, असली रैली अभी बाकी है।
पिछले कुछ महीनों से चाँदी के भाव में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। अंतरराष्ट्रीय और भारतीय विश्लेषकों का अनुमान है कि आने वाले समय में चाँदी का भाव चार गुना तक बढ़ सकता है।
औद्योगिक मांग ने बदली तस्वीर
Silver Price Today: पारंपरिक रूप से चाँदी का उपयोग आभूषण और निवेश के लिए किया जाता रहा है, लेकिन अब इसकी मांग का आधे से अधिक हिस्सा औद्योगिक क्षेत्र से आने लगा है। खासतौर पर इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, सौर पैनल, विद्युत चालित वाहन (ईवी) और 5जी ढाँचे में चाँदी की खपत तेज़ी से बढ़ रही है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2025 लगातार पाँचवाँ साल होगा जब चाँदी की मांग उसकी आपूर्ति से अधिक रहेगी। इसका अर्थ यह है कि बाज़ार में आपूर्ति की कमी (सप्लाई डेफ़िसिट) बनी रहेगी, जिससे कीमतों में और उछाल की संभावना है।
Silver Price Today: नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र बना बड़ा चालक
Silver Rate Today: चाँदी का सबसे अधिक उपयोग सौर पैनलों में होता है। पूरी दुनिया में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएँ तेज़ी से बढ़ रही हैं। भारत से लेकर अमेरिका और यूरोप तक स्वच्छ ऊर्जा को लेकर बड़े निवेश हो रहे हैं। इस वजह से आने वाले समय में चाँदी की मांग ऐतिहासिक स्तर पर पहुँच सकती है।
साथ ही विद्युत चालित वाहन (ईवी) और 5जी ढाँचे में भी चाँदी का उपयोग अनिवार्य है। तकनीकी क्षेत्र की यह बढ़ती निर्भरता चाँदी को लंबे समय के लिए एक मजबूत संपत्ति बना रही है।
विशेषज्ञों की राय: “चार गुना तक बढ़ सकता है दाम”
Silver Price Today: रघुनाथ कैपिटल के प्रबंध निदेशक सौरव चौधरी का कहना है कि चाँदी में असली वृद्धि अभी बाकी है।
उनके अनुसार –
“सोने ने जनवरी 2024 से अब तक 60% की तेजी दिखाई है, लेकिन असली संभावनाएँ चाँदी में हैं। जब सोना बढ़ता है, तो चाँदी उससे कहीं अधिक तेजी से उछलती है। सोना-चाँदी अनुपात इस समय 87:1 पर है, जबकि इसका ऐतिहासिक औसत 63:1 रहा है। इसका मतलब है कि चाँदी में विस्फोटक बढ़त की पूरी संभावना है। औसत स्तर पर लौटने से भी 40% से अधिक लाभ दिख सकते हैं, और यदि तेजी का रुख बढ़ा तो चाँदी की कीमतें आसानी से चार गुना तक बढ़ सकती हैं।”
सोना बनाम चाँदी: कहाँ है बेहतर निवेश? | Silver Rate Today
पिछले एक वर्ष में सोना भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचा है और निवेशकों ने इसे सुरक्षित साधन माना है। लेकिन अब विशेषज्ञ मानते हैं कि चाँदी सोने की तुलना में अधिक आकर्षक विकल्प बन गई है।
-
सोना अब तक 60% की तेजी दिखा चुका है।
-
चाँदी ने अभी तक सीमित बढ़त दिखाई है, लेकिन भविष्य की संभावनाएँ सोने से कहीं अधिक हैं।
-
सोना-चाँदी अनुपात (87:1) यह संकेत देता है कि चाँदी का मूल्य अभी कम आँका गया है और इसमें तेज़ी से सुधार (कैच-अप रैली) आ सकती है।
क्या निवेशकों के लिए सही समय है?
Silver Price Today: त्योहारी मौसम नज़दीक है और परंपरागत रूप से इस समय सोना-चाँदी की खरीदारी बढ़ जाती है। विश्लेषकों का मानना है कि दीर्घकालिक निवेशकों को इस समय चाँदी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ानी चाहिए।
हालाँकि, अल्पकाल में मुनाफावसूली और वैश्विक परिस्थितियों के कारण उतार-चढ़ाव बने रहेंगे। इसलिए खुदरा निवेशकों को व्यवस्थित ढंग से निवेश करना चाहिए, जैसे – किस्तों में खरीदारी या नियमित अंतराल पर निवेश (एसआईपी मॉडल)।
यह भी पढ़ें:
Sensex-Nifty लगातार 6वें दिन गिरे, IT-Pharma और PSU Banks ने खींचा बाजार; Smallcap Index में 1.5% की गिरावट
Silver Price Today
सिल्वर प्राइस टुडे ने भारतीय बाज़ार को चौंका दिया है। रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुँचने के बावजूद विशेषज्ञों का मानना है कि चाँदी की असली रैली अभी शुरू हुई है। औद्योगिक मांग, नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएँ और आपूर्ति की कमी मिलकर आने वाले वर्षों में चाँदी को एक बहुगुणी वृद्धि वाली संपत्ति बना सकती हैं।
अगर विश्लेषकों की मानें तो आज की चाँदी कल की “बहुगुणी विकास गाथा” साबित हो सकती है।
Disclaimer
यह समाचार केवल सामान्य जानकारी और शैक्षिक उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है। इसमें दी गई जानकारी निवेश या वित्तीय सलाह (Investment/Financial Advice) नहीं है। बाज़ार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।