भारत की ऑटोमोबाइल क्षेत्र में सितंबर 2025 का महीना टाटा मोटर्स के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहा। कंपनी ने हुंडई मोटर इंडिया और महिंद्रा & महिंद्रा को पीछे छोड़ते हुए यात्री वाहन (Passenger Vehicle – PV) बाजार में दूसरी स्थिति प्राप्त की। यह सफलता SUV और विद्युत वाहन (EV) क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण संभव हुई।
बाजार में स्थिति
सरकारी वाहन पोर्टल (Vahan Portal) के अनुसार, टाटा मोटर्स ने पिछले वर्ष चौथे स्थान से अब दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस समय भी बाजार में मारुति सुज़ुकी अग्रणी बनी हुई है। सितंबर में टाटा मोटर्स ने कुल 40,594 वाहन पंजीकृत किए, जो पिछले वर्ष के समान माह में 31,581 यूनिट्स की तुलना में 28% वृद्धि दर्शाता है।
इसी अवधि में, हुंडई की बिक्री घटकर 35,443 यूनिट्स रह गई, जबकि महिंद्रा ने 37,015 वाहन पंजीकृत किए, जो उसे तीसरे स्थान पर बनाए रखते हैं। मारुति सुज़ुकी ने इस दौरान 1,22,278 वाहन पंजीकृत किए, जो पिछले वर्ष के 1,13,560 से अधिक हैं।
विद्युत वाहन (EV) की वृद्धि
सितंबर में विद्युत वाहन पंजीकरण पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना से अधिक बढ़कर 15,040 यूनिट्स हो गया, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 6,210 यूनिट्स थी। इस वृद्धि में टेस्ला और विनफास्ट जैसी नई कंपनियों के प्रवेश का भी योगदान रहा।
टाटा मोटर्स के Nexon EV, Tiago EV और Punch EV जैसे मॉडल्स ने कुल बिक्री में लगभग 13–15% का योगदान दिया। इस प्रदर्शन ने MG मोटर्स के सामने टाटा की बढ़त और अधिक मजबूत की। MG की ZS EV और Comet मॉडल्स ने अपेक्षाकृत कम वॉल्यूम दर्ज किया, जिससे टाटा का अनुमानित 70% हिस्सा मास EV सेगमेंट में बना रहा।
पेट्रोल और डीज़ल मॉडल्स का योगदान
टाटा की वृद्धि केवल EV तक सीमित नहीं रही। इसके Nexon, Punch और Harrier जैसे आंतरिक दहन इंजन (Internal Combustion Engine) मॉडल्स ने भी बिक्री में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस संतुलित पोर्टफोलियो ने टाटा को पूरे PV क्षेत्र में मजबूत स्थिति प्रदान की।
हुंडई और महिंद्रा की स्थिति
हुंडई की चौथे स्थान पर गिरावट मुख्य रूप से Creta और Venue मॉडल्स की कम मांग के कारण हुई। वहीं, प्रीमियम EVs जैसे Ioniq 5 और Creta EV अभी भी सीमित सेगमेंट में ही हैं। महिंद्रा तीसरे स्थान पर बनी हुई है, इसके लोकप्रिय मॉडल्स जैसे Scorpio-N, Bolero, XUV700 और Thar ने स्थिर बिक्री सुनिश्चित की। हालांकि, महिंद्रा के मास-मार्केट EVs 2026 तक आने की संभावना है।
विशेषज्ञों का विश्लेषण
विशेषज्ञों के अनुसार, सितंबर 2025 के पंजीकरण आंकड़े पिछले वर्ष के आंकड़ों से सीधे तुलना के योग्य नहीं हैं। इसका कारण छोटे वाहनों पर GST में कटौती, श्राद्ध अवधि और नवरात्रि का समय परिवर्तन है, जिसने कई बिक्री को महीने के अंत तक खींच दिया।
टाटा मोटर्स की यह उपलब्धि भारत के PV बाजार में कंपनी की रणनीति और तकनीकी नवाचार का स्पष्ट प्रमाण है। SUV और EV क्षेत्र में निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन ने टाटा को न केवल दूसरी स्थिति दिलाई, बल्कि EV बाजार में भी अग्रणी बनाए रखा। इसके विपरीत, हुंडई और महिंद्रा को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता प्रतीत होती है।
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