अल्लू अर्जुन का ‘कांतारा: अध्याय १’ पर उत्साह
तेलुगु सुपरस्टार अल्लू अर्जुन ने X (पूर्व ट्विटर) पर कन्नड़ फिल्म ‘कांतारा: अध्याय १’ की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने इस फिल्म को ट्रान्स-इंड्यूसिंग सिनेमा करार दिया और रिषभ शेट्टी के प्रदर्शन को एक-व्यक्ति का उत्कृष्ट अभिनय बताया। 2 अक्टूबर 2025 को रिलीज हुई यह फिल्म तटीय कर्नाटक की पौराणिक कथाओं और एक्शन का अद्वितीय मिश्रण है।
फिल्म ने वैश्विक स्तर पर ₹818 करोड़ से अधिक का कारोबार किया, इसे 2025 की सबसे अधिक कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बना दिया।
रिषभ शेट्टी का अभिनव अभिनय
रिषभ शेट्टी ने फिल्म में अपने चरित्र को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। उनकी अदाकारी, संवाद शैली और भावनात्मक गहराई ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अल्लू अर्जुन ने इसे एक ‘वन-मैन शो’ कहा, जो दर्शाता है कि शेट्टी ने पूरी फिल्म को अपने अभिनय के दम पर जीवंत किया।
साथ ही, सह-कलाकार रुक्मिणी वसंत और निर्माता होम्बाले फिल्म्स ने भी अर्जुन के प्रशंसापत्र का स्वागत किया।
पौराणिक कथानक और तटीय कर्नाटक का आकर्षण
फिल्म ‘कांतारा: अध्याय १’ तटीय कर्नाटक की लोककथाओं और परंपराओं से प्रेरित है। इसकी कहानी में पौराणिक तत्व और आधुनिक एक्शन का अद्भुत मिश्रण है। फिल्म का विजुअल ग्राफिक्स, प्राकृतिक दृश्यों और सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व ने दर्शकों को भारतीय सिनेमा के पारंपरिक और नवीनतम पहलुओं से रूबरू कराया।
भारतीय सिनेमा में क्रॉस-रेजियॉन समर्थन
अल्लू अर्जुन की प्रशंसा के साथ ही अभिनेता प्रभास और यश ने भी फिल्म की सराहना की। इस प्रकार यह फिल्म विभिन्न क्षेत्रों के दर्शकों और सितारों का समर्थन प्राप्त करने में सफल रही। यह दर्शाता है कि भारतीय सिनेमा में क्षेत्रीय बाधाओं के बावजूद उत्कृष्ट फिल्में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त कर सकती हैं।
वैश्विक सफलता और बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड
‘कांतारा: अध्याय १’ ने ₹818 करोड़ से अधिक की कमाई कर २०२५ में भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा वाणिज्यिक सफलता का उदाहरण प्रस्तुत किया। फिल्म की सफलता ने यह साबित किया कि पौराणिक कथाओं और आधुनिक सिनेमा का संयोजन दर्शकों के बीच अत्यधिक प्रभावशाली हो सकता है।
अल्लू अर्जुन द्वारा रिषभ शेट्टी की ‘कांतारा: अध्याय १’ की प्रशंसा न केवल फिल्म के कलाकार और निर्माता के लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि यह भारतीय सिनेमा के क्रॉस-रेजियॉन समर्थन और गुणवत्तापूर्ण फिल्म निर्माण की महत्ता को भी उजागर करता है। फिल्म का वैश्विक स्तर पर सफलता प्राप्त करना भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का विषय है।