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फरहाना भट्ट ने गौरव खन्ना को बताया अयोग्य विजेता, कहा बिग बॉस में कुछ नहीं किया

Bigg Boss 19: फरहाना ने गौरव को कहा अयोग्य विजेता
Bigg Boss 19: फरहाना ने गौरव को कहा अयोग्य विजेता (IG Photo)
बिग बॉस 19 की रनर अप फरहाना भट्ट ने विजेता गौरव खन्ना को अयोग्य विजेता बताया है। फरहाना का कहना है कि गौरव ने शो में कुछ खास नहीं किया जो उन्हें ट्रॉफी का हकदार बनाए। हालांकि उन्होंने दर्शकों की पसंद का सम्मान किया। फरहाना ने कहा कि उन्होंने दर्शकों का दिल जीता है जो ट्रॉफी से बड़ा है।
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बिग बॉस 19 का समापन हो चुका है और गौरव खन्ना ने विजेता की ट्रॉफी अपने नाम की है। लेकिन इस जीत को लेकर अब विवाद शुरू हो गया है। शो की प्रतियोगी और रनर अप रहीं फरहाना भट्ट ने गौरव खन्ना की जीत पर सवाल खड़े किए हैं। फरहाना ने साफ शब्दों में कहा है कि गौरव को यह खिताब मिलना उचित नहीं था क्योंकि उन्होंने शो में कुछ खास नहीं किया।

बिग बॉस 19 के फिनाले में फरहाना भट्ट और गौरव खन्ना के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी। दोनों को ही अपने प्रशंसकों का भरपूर समर्थन मिल रहा था। लेकिन अंत में ट्रॉफी गौरव खन्ना के हाथों में गई। गौरव की इस जीत पर जहां उनके चाहने वालों ने खुशी मनाई, वहीं कई लोगों को यह जीत सही नहीं लगी। अब फरहाना ने भी खुलकर अपनी राय रखी है और गौरव को अयोग्य विजेता करार दिया है।

फरहाना ने क्या कहा गौरव के बारे में

फरहाना भट्ट से जब पूछा गया कि क्या उन्हें गौरव खन्ना योग्य विजेता लगते हैं, तो उन्होंने बिना किसी झिझक के अपनी बात रखी। फिल्मीज्ञान को दिए गए एक साक्षात्कार में फरहाना ने कहा कि उन्हें बिल्कुल नहीं लगता कि गौरव यह ट्रॉफी जीतने के योग्य थे। उनका मानना है कि गौरव ने पूरे शो के दौरान कुछ भी ऐसा नहीं किया जो उन्हें विजेता बनाता।

फरहाना ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि गौरव ने बिग बॉस में एक भी ऐसा काम नहीं किया जो उन्हें विजेता की उपाधि दिलाता। लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि गौरव पहले से टेलीविजन और रियलिटी शो का हिस्सा रहे हैं। इसलिए संभव है कि टेलीविजन दर्शकों ने उन्हें खूब वोट दिए हों। फरहाना ने कहा कि वह दर्शकों की पसंद का सम्मान करती हैं, भले ही उनकी राय अलग हो।

गौरव का खेल कैसा रहा शो में

बिग बॉस 19 में गौरव खन्ना का खेल शुरू से अंत तक काफी अलग रहा। शो की शुरुआत में गौरव ज्यादातर शांत रहे और किसी भी विवाद से दूर रहने की कोशिश की। उन्होंने घर के अन्य सदस्यों के साथ सामान्य व्यवहार रखा और बड़े झगड़ों से बचते रहे। कई लोगों ने इसे उनकी कमजोरी माना और कहा कि वह घर में अपनी उपस्थिति नहीं दिखा पा रहे हैं।

लेकिन जैसे-जैसे शो आगे बढ़ा, गौरव के खेल में बदलाव देखने को मिला। फिनाले के करीब आते-आते उन्होंने अपना असली खेल दिखाना शुरू कर दिया। उन्होंने कई बार अपनी राय रखी और घर के सदस्यों से अपनी बात मनवाई। गौरव के प्रशंसकों का कहना है कि उन्होंने समझदारी से खेल खेला और बिना किसी नाटकीयता के अपनी जगह बनाई।

फरहाना का गेम प्लान क्या था

दूसरी ओर, फरहाना भट्ट का खेल बिल्कुल अलग था। वह शुरू से ही काफी मुखर और सक्रिय रहीं। फरहाना ने घर में कई विवादों में हिस्सा लिया और अपनी बात रखने में कभी पीछे नहीं हटीं। उनका स्वभाव काफी तेज था और वह किसी भी मुद्दे पर चुप रहने वाली नहीं थीं। फरहाना ने घर में कई बार नाटकीय दृश्य पैदा किए जिससे उन्हें काफी ध्यान मिला।

फरहाना के समर्थकों का मानना है कि उन्होंने शो को मनोरंजक बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनकी वजह से कई बार घर में रोचक स्थितियां बनीं जो दर्शकों को पसंद आईं। फरहाना ने हर टास्क में पूरी ताकत से भाग लिया और अपनी टीम के लिए लड़ीं। उनका यह खेल कई लोगों को पसंद आया और उन्हें मजबूत प्रतियोगी माना गया।

दोनों के खेल में क्या था फर्क

फरहाना और गौरव के खेल में साफ अंतर देखा गया। जहां फरहाना हमेशा आगे रहकर अपनी बात रखती थीं, वहीं गौरव शांति से हालात को संभालते थे। फरहाना का तरीका था हर बात पर प्रतिक्रिया देना, जबकि गौरव केवल जरूरी मामलों में ही बोलते थे। यह अंतर ही दोनों के व्यक्तित्व को अलग बनाता था।

कई दर्शकों को लगता है कि फरहाना का खेल ज्यादा दिखाई देता था क्योंकि वह लगातार सक्रिय रहती थीं। वहीं गौरव का खेल सूक्ष्म था जो धीरे-धीरे असर दिखाता था। दोनों के अपने-अपने तरीके थे जो उनकी सोच और रणनीति को दर्शाते थे।

फरहाना ने क्या कहा दर्शकों के दिल जीतने पर

एक अन्य साक्षात्कार में फरहाना ने यह भी कहा था कि भले ही गौरव ने ट्रॉफी जीती हो, लेकिन उन्होंने दर्शकों का दिल जीता है। फरहाना ने स्पष्ट किया कि उनकी नजर कभी सिर्फ ट्रॉफी पर नहीं थी। उनका मकसद था लोगों से जुड़ना और अपनी सच्चाई दिखाना। फरहाना का मानना है कि उन्होंने यह काम सफलतापूर्वक किया।

फरहाना के इस बयान से साफ होता है कि वह अपनी हार से निराश नहीं हैं। उन्हें अपने प्रशंसकों पर पूरा भरोसा है और वह मानती हैं कि जनता ने उन्हें पहचाना है। उनके लिए यह पहचान किसी ट्रॉफी से बड़ी है।

सोशल मीडिया पर क्या है प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर इस विवाद को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग फरहाना की बात से सहमत हैं और मानते हैं कि गौरव का खेल कमजोर था। वहीं गौरव के प्रशंसक उनकी रणनीति और संयम की तारीफ कर रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि गौरव ने बिना शोर मचाए अपना काम किया और यही उनकी जीत की वजह बनी।

कुछ दर्शकों का मानना है कि फरहाना अपनी हार को स्वीकार नहीं कर पा रही हैं इसलिए गौरव पर सवाल उठा रही हैं। लेकिन कई लोग यह भी कह रहे हैं कि हर किसी को अपनी राय रखने का अधिकार है और फरहाना ने बस अपनी भावना व्यक्त की है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

रियलिटी शो के विशेषज्ञों का मानना है कि बिग बॉस में जीत केवल खेल पर निर्भर नहीं करती बल्कि दर्शकों से जुड़ाव भी जरूरी है। गौरव ने संभवतः दर्शकों के साथ भावनात्मक जुड़ाव बनाया होगा जो फरहाना नहीं बना पाईं। यह भी संभव है कि गौरव के पहले के काम ने उन्हें एक मजबूत फैन बेस दिया हो।

विशेषज्ञों के अनुसार बिग बॉस में कई बार शांत खिलाड़ी भी जीत जाते हैं क्योंकि दर्शक नाटकीयता से ज्यादा सच्चाई को पसंद करते हैं। गौरव की जीत इसी बात का उदाहरण हो सकती है।

आगे क्या

फरहाना और गौरव दोनों ने अब शो समाप्त होने के बाद अपने-अपने करियर पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। दोनों को ही कई नए प्रोजेक्ट्स मिलने की उम्मीद है। फरहाना के बयान ने भले ही विवाद खड़ा कर दिया हो, लेकिन इससे दोनों को ही मीडिया में जगह मिल रही है।

अब देखना यह है कि गौरव इन आरोपों का जवाब देते हैं या नहीं। फिलहाल उन्होंने अपनी जीत का जश्न मनाने में व्यस्त हैं और अपने प्रशंसकों का धन्यवाद कर रहे हैं।

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Asfi Shadab

एक लेखक, चिंतक और जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता, जो खेल, राजनीति और वित्त की जटिलता को समझते हुए उनके बीच के रिश्तों पर निरंतर शोध और विश्लेषण करते हैं। जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों को सरल, तर्कपूर्ण और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध।