बिग बॉस 19 में उठे पक्षपात के प्रश्न
बिग बॉस 19 इन दिनों अपने विवादों के चलते निरंतर चर्चा में बना हुआ है। जैसे-जैसे शो अपने फिनाले के करीब पहुँच रहा है, वैसे-वैसे दर्शकों में उत्सुकता और असंतोष दोनों ही बढ़ते जा रहे हैं। हाल के घटनाक्रमों ने शो की विश्वसनीयता और कार्यप्रणाली पर नए सिरे से प्रश्न खड़े कर दिए हैं। विशेषकर प्रतियोगी मृदुल तिवारी के अचानक हुए एविक्शन ने दर्शकों और उनके समर्थकों में गहरी नाराजगी जगाई है।
मृदुल तिवारी के अचानक एविक्शन ने खड़े किए कई प्रश्न
शो से बाहर किए जाने के बाद मृदुल तिवारी के प्रशंसकों में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है। उनका कहना है कि मृदुल की लोकप्रियता और मजबूत फैन-बेस को देखते हुए यह संभव ही नहीं था कि वे वोटिंग में हार जाएं। कई दर्शकों का मानना है कि यह निर्णय जानबूझकर लिया गया और पूरी प्रक्रिया पर संदेह जताया जा रहा है।
इसी बीच मृदुल की बहन और लोकप्रिय यूट्यूबर प्रगति तिवारी ने इस एविक्शन पर खुलकर आवाज उठाई है। उन्होंने एक भावुक वीडियो जारी कर बिग बॉस और इसके निर्माताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
प्रगति तिवारी का आरोप: वोटिंग महज दिखावा
प्रगति तिवारी ने अपने वीडियो में आरोप लगाया कि शो के मेकर्स ने सोची-समझी रणनीति के तहत मृदुल को शो से बाहर किया है। उनका कहना है कि यदि पहले से ही निर्णय लेना था तो वोटिंग की प्रक्रिया का आयोजन करना केवल दर्शकों को भ्रमित करने जैसा है।
प्रगति ने कहा कि मेकर्स जानते थे कि मृदुल को खुली वोटिंग में हराना संभव नहीं है क्योंकि उन्हें दर्शकों का भारी समर्थन प्राप्त है। इसीलिए कथित तौर पर पेड ऑडियंस को शामिल कर वोटआउट करवाया गया। उनके अनुसार यह सब पहले से तय था और वास्तविक परिणामों से इसका कोई ताल्लुक नहीं था।
क्या शो स्क्रिप्टेड है—दर्शकों में गहरा असंतोष
मृदुल तिवारी के एविक्शन के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया की मानो बाढ़ सी आ गई। कई प्रशंसकों ने यह दावा किया कि वे मुख्य रूप से मृदुल के कारण ही इस शो को देख रहे थे और उनकी अनुपस्थिति शो के प्रति रुचि कम कर रही है।
इसके साथ ही यह बहस एक बार फिर जोर पकड़ चुकी है कि क्या बिग बॉस जैसा शो वास्तव में निष्पक्ष है या फिर पर्दे के पीछे किसी खास स्क्रिप्ट पर ही सब कुछ संचालित किया जाता है। दर्शक यह भी कह रहे हैं कि अब वोटिंग पर भरोसा करना कठिन हो गया है और यह केवल मनोरंजन का एक माध्यम बनकर रह गया है, जिसकी पारदर्शिता पर लगातार प्रश्न उठ रहे हैं।
निर्माताओं की चुप्पी बढ़ा रही है संदेह
अभी तक शो के निर्माताओं ने इन आरोपों पर कोई अधिकृत प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन प्रगति तिवारी के गंभीर आरोप और दर्शकों की तीखी प्रतिक्रियाओं ने विवाद को और हवा दे दी है।
हालांकि, बिग बॉस से जुड़े विवाद नए नहीं हैं। पहले भी कई सीजन में पक्षपात और स्क्रिप्टेड एपिसोड को लेकर चर्चाएं सामने आई थीं, लेकिन इस बार मामला ज्यादा तेज़ी से पकड़ रहा है क्योंकि सोशल मीडिया पर भारी समर्थन रखने वाले प्रतिभागी के एविक्शन ने पूरे चयन-प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
इन सबके बावजूद बिग बॉस 19 आगे बढ़ रहा है और फिनाले की ओर शो का सफर जारी है। लेकिन इस बीच दर्शकों और प्रतिभागियों के आरोपों ने शो की छवि को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मेकर्स इन आरोपों पर कब और कैसे प्रतिक्रिया देते हैं, और क्या यह विवाद शो की TRP पर असर डालता है या नहीं। फिलहाल मृदुल तिवारी का बाहर होना उनके समर्थकों और परिवार के लिए एक बड़ा झटका बना हुआ है, जो बिग बॉस की निष्पक्षता पर प्रश्न उठाता है।