बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में गरमा गया माहौल
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का तीखा बयान
बगहा (पश्चिम चंपारण)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तहत जैसे-जैसे चुनावी अभियान तेज हो रहा है, वैसे-वैसे नेताओं के बयान भी सुर्खियों में आ रहे हैं। इसी क्रम में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को बिहार के रामनगर विधानसभा क्षेत्र के तौलाहा स्थित खेल मैदान में आयोजित एक जनसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सीधा प्रहार किया।
उन्होंने राहुल गांधी पर भारत की निंदा करने और देश की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि राहुल गांधी को भारत से इतनी शिकायत है, तो उन्हें पाकिस्तान की नागरिकता ग्रहण कर लेनी चाहिए। सरमा ने कहा कि “जो व्यक्ति अपने ही देश की आलोचना करता है, वह इस पवित्र भूमि के योग्य नहीं है।”
बिहार के विकास को सरमा ने बताया प्राथमिकता
हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार अब विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है और जनता का मत इस प्रगति को और सशक्त बनाएगा। उन्होंने कहा कि पश्चिम चंपारण की यह भूमि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, जनकनंदिनी माता सीता और भ्राता लक्ष्मण की पावन धरती है, जहां राष्ट्र की मर्यादा सर्वोपरि है।
सरमा ने कहा कि बिहार की जनता ने जंगलराज का युग देखा है और अब वह दोबारा अराजकता को नहीं आने देगी। “चंपारण की भूमि सदैव सत्य, त्याग और सेवा का प्रतीक रही है। यही भूमि आज विकास और राष्ट्रवाद के संदेश को आगे बढ़ा रही है।”
लालू यादव और राजद पर भी साधा निशाना
असम के मुख्यमंत्री ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी तंज कसते हुए कहा कि जब बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर निर्माण के लिए यात्रा पर निकले थे, तब लालू यादव ने उन्हें रोकने का काम किया था। लेकिन अब रामलला अयोध्या में विराजमान हैं और यह राष्ट्र के लिए गर्व का क्षण है।
सरमा ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हमेशा से राष्ट्रीय एकता के खिलाफ खड़े रहे हैं। “इन लोगों ने देश की आस्था को चुनौती दी, परंतु आज जनता जाग चुकी है। अब भारत विकास और संस्कृति की दिशा में आगे बढ़ चुका है।”
चंपारण की जनता से किया विशेष आग्रह
अपने संबोधन के दौरान सरमा ने चंपारण की जनता से आह्वान किया कि वे इस चुनाव में ऐसे नेताओं को चुनें जो विकास और राष्ट्रहित के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि “महर्षि वाल्मीकि की इस पावन भूमि पर विकास होकर रहेगा, क्योंकि यहां की जनता सच्चाई और परिश्रम में विश्वास रखती है।”
राहुल गांधी पर तीखी प्रतिक्रिया
अपने भाषण के अंत में सरमा ने एक बार फिर राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “जो व्यक्ति घुसपैठियों का समर्थन करता है, जो भारत के विरोधियों की भाषा बोलता है, उसे भारत की राजनीति करने का कोई अधिकार नहीं है। राहुल गांधी को यदि भारत की नीतियों से इतनी असहमति है, तो उन्हें पाकिस्तान जाकर वहीं की नागरिकता ले लेनी चाहिए।”
सरमा के इस बयान से बिहार की चुनावी राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस ने इस बयान को राजनीतिक असहिष्णुता करार दिया है, जबकि भाजपा समर्थकों ने सरमा के वक्तव्य को राष्ट्रवादी भावना का प्रतीक बताया है।
बिहार की धरती पर गरमाया चुनावी संग्राम
बिहार की राजनीति में अब हर भाषण और हर मंच पर राष्ट्रवाद, विकास और नेतृत्व क्षमता जैसे मुद्दे छा गए हैं। असम के मुख्यमंत्री का यह बयान चुनावी परिदृश्य को और तीखा बना गया है।
चंपारण की जनता अब विकास और स्थिरता के पक्ष में अपने मत का प्रयोग करेगी या विपक्षी दलों को अवसर देगी, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।