नागपुर, 9 सितम्बर:
Nagpur Mahanagarpalika Election 2025: नागपुर महानगरपालिका (Nagpur Mahanagarpalika) चुनाव 2025 की तैयारियों ने अब तेज़ी पकड़ ली है। आगामी Mahanagarpalika Election 2025 के लिए तैयार की गई प्रारूप प्रभाग रचना (Draft Ward Formation) पर नागरिकों से दर्ज आपत्तियों और सुझावों की औपचारिक सुनवाई मंगलवार को पूरी हो गई। यह सुनवाई मनपा मुख्यालय स्थित आयुक्त कार्यालय के सभागार में हुई, जहां राज्य नगर विकास विभाग (Urban Development Department) द्वारा नियुक्त प्राधिकृत अधिकारी और Maharashtra Metro के प्रबंध निदेशक श्री श्रावण हर्डीकर ने अध्यक्षता की।
इस महत्वपूर्ण सुनवाई के दौरान नागपुर महानगरपालिका के आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी भी उपस्थित रहे। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी ने इस प्रक्रिया को और भी पारदर्शी तथा प्रभावी बनाया।
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आपत्तियाँ और सुझावों का ब्योरा | Nagpur Mahanagarpalika Election 2025
सुनवाई में कुल 115 आपत्तियाँ और सुझाव दर्ज किए गए थे, जिनमें से 15 नागरिक उपस्थित नहीं हो सके। प्राप्त आपत्तियों में सबसे अधिक संख्या सीमा परिवर्तन (Boundary Change) से संबंधित रही।
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सीमा परिवर्तन (Boundary Issues): 60 मामले
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मतदाता सूची और विधानसभा आधारित प्रभाग (Voter List & Assembly-based Formation): 16 मामले
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क्षेत्र नाम (Ward Naming Issues): 25 मामले
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आरक्षण (Reservation-related): 7 मामले
इन मुद्दों ने साफ़ कर दिया कि नागरिकों की चिंताएँ सिर्फ़ क्षेत्रीय सीमाओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि नामकरण और आरक्षण व्यवस्था को लेकर भी व्यापक चर्चा और आपत्तियाँ सामने आई हैं।
Nagpur Mahanagarpalika Election 2025: प्रारूप प्रभाग रचना कब जारी हुई?
ज्ञातव्य है कि यह प्रारूप रचना 23 अगस्त 2025 को जारी की गई थी। इसके बाद नागरिकों से 4 सितम्बर तक आपत्तियाँ और सुझाव दर्ज करने की समयसीमा दी गई थी। इस अवधि में कुल 115 आवेदन आए, जोकि नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है।
सुनवाई की प्रक्रिया
सुनवाई के दौरान न केवल नागरिकों की आपत्तियाँ सुनी गईं, बल्कि कई नागरिकों ने अपनी ओर से ठोस सुझाव भी प्रस्तुत किए। इनमें कुछ ने मौजूदा प्रभागों में पारदर्शिता बनाए रखने की मांग की, तो कुछ ने अपने क्षेत्र के नामकरण में ऐतिहासिक या सांस्कृतिक पहचान को जोड़ने का सुझाव रखा।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख अधिकारी थे:
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अतिरिक्त आयुक्त श्रीमती वैष्णवी बी
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उपायुक्त श्रीमती विजया बनकर
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उपायुक्त श्री मिलिंद मेश्राम
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नगररचना उप संचालक श्री गिरीश गोडबोले
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श्री ऋतुराज जाधव
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कार्यकारी अभियंता श्री सुनील उईके
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श्री रितेश लोखंडे
इन सभी अधिकारियों ने आपत्तियों और सुझावों को विधिवत दर्ज करने तथा आगे की कार्यवाही के लिए संकलित करने का काम किया।
क्यों अहम है यह सुनवाई?
नागपुर महानगरपालिका चुनाव 2025, शहर के राजनीतिक और प्रशासनिक भविष्य को तय करेगा। Ward Delimitation Process यानी प्रभाग रचना, चुनावी राजनीति में बेहद निर्णायक मानी जाती है। सीमा निर्धारण, मतदाता संख्या का संतुलन और आरक्षण—ये सभी तत्व चुनाव परिणामों को प्रभावित करने वाले बड़े कारक होते हैं।
इस बार की प्रक्रिया में खास बात यह रही कि नागरिकों ने अपनी सक्रिय भागीदारी दिखाई। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे चुनाव प्रक्रिया न केवल पारदर्शी होगी, बल्कि लोगों में विश्वास भी बढ़ेगा।
आगे क्या?
अब नगर विकास विभाग (Urban Development Department, Maharashtra) और नियुक्त प्राधिकृत अधिकारी इन सभी आपत्तियों व सुझावों पर अंतिम निर्णय लेंगे। उम्मीद की जा रही है कि अंतिम प्रभाग रचना (Final Ward Structure) जल्द ही जारी की जाएगी, जिससे चुनावी प्रक्रिया की आधिकारिक शुरुआत हो सके।
निष्कर्ष
Nagpur Mahanagarpalika Election 2025 के लिए प्रभाग रचना पर हुई यह सुनवाई सिर्फ़ एक प्रशासनिक औपचारिकता नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक सहभागिता का उदाहरण है। नागपुर के नागरिकों ने अपने विचार, आपत्तियाँ और सुझाव खुले तौर पर रखकर इस प्रक्रिया को सार्थक बनाया। अब सबकी नज़रें इस बात पर टिकी हैं कि अंतिम प्रभाग रचना कैसी होगी और वह किस तरह चुनावी समीकरणों को प्रभावित करेगी।