पीएम मोदी ने नव रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का किया उद्घाटन
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन किया। नव रायपुर अटल नगर में बने इस आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल भवन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने इसे राज्य की पहचान और प्रगतिशील सोच का प्रतीक बताया।
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णु देव साई और नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण भी किया।

324 करोड़ की लागत से बना 51 एकड़ में फैला भव्य परिसर
यह नया विधानसभा भवन 51 एकड़ क्षेत्र में फैला है और 324 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इसे पारंपरिक कला और आधुनिक इंजीनियरिंग के अद्भुत संगम के रूप में तैयार किया गया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह भवन छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान और भविष्य की तकनीकी जरूरतों — दोनों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
‘चावल के कटोरे’ की पहचान को साकार करती कलाकृतियां
मुख्य सभा कक्ष की छत पर धान के दानों और पत्तियों की नक्काशीदार आकृतियां उकेरी गई हैं, जो राज्य की पहचान ‘Rice Bowl of India’ को दर्शाती हैं।

भवन के दरवाजे और फर्नीचर बस्तर के कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित हैं, जो इसे स्थानीय कला की आत्मा से जोड़ते हैं। वास्तुकार संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि भवन को आने वाले दशकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर टिकाऊ और ऊर्जा-कुशल बनाया गया है।
हर विंग में प्रशासन और लोकतंत्र की झलक
भवन को तीन विंग्स में विभाजित किया गया है —
-
विंग-ए: विधानसभा सचिवालय
-
विंग-बी: मुख्य सदन, सेंट्रल हॉल, अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के कार्यालय
-
विंग-सी: सभी मंत्रियों के कार्यालय
इसके अलावा, परिसर में 500 सीटों वाला अत्याधुनिक ऑडिटोरियम और 100 सीटों की सेंट्रल हॉल भी बनाई गई है, जहां उच्चस्तरीय विचार-विमर्श होंगे।
ग्रीन एनर्जी और पेपरलेस असेंबली की दिशा में कदम
भवन में सोलर पावर प्लांट और दो वर्षा जल संचयन तालाब बनाए गए हैं, जिससे यह परिसर पूर्णतः ग्रीन और टिकाऊ बनेगा।
यह असेंबली भविष्य में पेपरलेस सेशन के लिए भी पूरी तरह सुसज्जित है।
छत्तीसगढ़ की आत्मा को दर्शाता है हर कोना
भवन की हर दीवार, गलियारा और कलाकृति छत्तीसगढ़ की संस्कृति, लोककला और परंपरा की कहानी कहती है।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, “यह सिर्फ एक भवन नहीं, बल्कि वह जगह है जहां तीन करोड़ लोगों के सपने आकार लेंगे।”
इतिहास से वर्तमान तक
छत्तीसगढ़ की पहली विधानसभा सत्र राजकुमार कॉलेज (रायपुर) के जशपुर हॉल में हुआ था। इसके बाद यह विधानसभा अस्थायी रूप से रायपुर-बालोदाबाजार रोड स्थित सरकारी भवन में चली गई थी।
राज्य गठन के समय विधानसभा में 91 सदस्य थे (90 निर्वाचित, 1 नामांकित), जबकि वर्तमान में विधानसभा में 90 सदस्य हैं।