सिवान(Siwan), बिहार।
Durga Puja जैसे पावन पर्व पर आमतौर पर देवी-देवताओं की भक्ति और पूजा का दृश्य देखने को मिलता है, लेकिन इस बार Siwan Kachahri Durga Mandir में एक अलग ही नज़ारा देखने को मिला। यहां देवी दुर्गा की भव्य प्रतिमा के साथ-साथ प्रधानमंत्री Narendra Modi का एक पुतला भी सजाकर रखा गया। और यही नहीं, बीजेपी महिला प्रकोष्ठ की कार्यकर्ताओं ने बाकायदा थाल लेकर उस पुतले की आरती भी उतारी।
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यह अद्भुत दृश्य जैसे ही बाहर आया, सोशल Media पर आग की तरह फैल गया। वीडियो और तस्वीरें कुछ ही घंटों में Viral हो गईं और इसके बाद से ही विपक्षी दलों से लेकर आम जनता तक, हर कोई इस अनोखी पूजा पर अपनी राय और कटाक्ष देने लगा।
Viral हुआ अनोखा नज़ारा
भक्ति और राजनीति का यह संगम सोशल Media पर जमकर चर्चा का विषय बना। किसी ने इसे ‘राजनीतिक भक्ति का नया रूप’ बताया तो किसी ने लिखा कि “Durga Puja में Modi Puja—क्या यही नया चुनावी एजेंडा है?”
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि महिला कार्यकर्ता पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से पुतले की आरती उतार रही हैं। इस दृश्य को देखकर कई लोग हैरान रह गए कि आखिर राजनीति किस हद तक आस्था के मंच पर प्रवेश कर चुकी है।
विपक्ष का हमला
इस घटना को लेकर विपक्षी पार्टियों ने तीखा हमला बोला। एक नेता ने व्यंग्य करते हुए कहा—“जब कामकाज और उपलब्धियां जनता को नज़र न आएं, तो पूजा और आरती से ही वोट खींचने की कोशिश की जाती है।”
दूसरे नेताओं ने इसे जनता की आस्था से खिलवाड़ और धर्मस्थलों का राजनीतिकरण करार दिया।
जनता की प्रतिक्रिया
सिवान की गलियों से लेकर WhatsApp ग्रुप और Facebook पेजों तक इस ‘Modi Aarti’ की चर्चा छाई हुई है।
लोग तंज कस रहे हैं—“क्या अब राजनीति में देवत्व का नया अध्याय शुरू हो गया है?”
कई लोगों का कहना है कि देवी-देवताओं के बीच किसी राजनीतिक नेता के पुतले को स्थान देना न सिर्फ परंपरा से हटकर है, बल्कि आस्था और राजनीति की सीमाओं को धुंधला कर देता है।
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BJP महिला प्रकोष्ठ की सफाई
दूसरी ओर, इस अनोखी पूजा का आयोजन करने वाले BJP महिला प्रकोष्ठ का कहना है कि इसमें कोई राजनीति नहीं है। उनका दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के विकास और जनता की भलाई के लिए निरंतर काम कर रहे हैं, और इस पूजा के माध्यम से उन्हें शुभकामनाएँ और सम्मान दिया गया है।
उनका कहना है कि यह कोई धार्मिक प्रतिस्थापन नहीं, बल्कि ‘सम्मान का प्रतीक’ है।
सोशल मीडिया पर बहस
इस पूरे घटनाक्रम ने सोशल Media पर एक नई बहस छेड़ दी है। कुछ लोग इसे भावनात्मक जुड़ाव मान रहे हैं तो कई लोग इसे चुनावी रणनीति बता रहे हैं।
#ModiPuja और #SiwanDurgaPuja जैसे हैशटैग Twitter और Facebook पर लगातार ट्रेंड कर रहे हैं।
सिवान की इस अद्भुत पूजा ने यह साफ कर दिया है कि भारत में राजनीति और आस्था के बीच की सीमाएँ लगातार धुंधली होती जा रही हैं। Durga Puja जैसे धार्मिक उत्सव में प्रधानमंत्री Modi का पुतला स्थापित कर आरती उतारना आस्था का नया प्रयोग है या चुनावी स्टंट—इस पर बहस जारी है।
लेकिन इतना तय है कि इस घटना ने Durga Puja की परंपरा में एक नया और विवादास्पद अध्याय जोड़ दिया है, जिसकी गूंज आने वाले दिनों में भी सुनाई देगी।