Tej Pratap Yadav on Bihar Assembly Election 2025
Bihar Assembly Election 2025 की तारीखों के ऐलान के साथ ही बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। चुनाव आयोग ने दो चरणों में मतदान और 14 नवंबर को नतीजों की घोषणा की है। इस ऐलान के बाद सभी राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
इसी बीच जनशक्ति जनता दल (JJD) के संस्थापक और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने भी चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूरे जोश और मजबूती के साथ Bihar Assembly Election 2025 में मैदान में उतरेगी।
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तेज प्रताप ने कहा, “जनशक्ति जनता दल किसी दबाव या समझौते की राजनीति नहीं करेगी। हम जनता के मुद्दों और बिहार के युवाओं की आवाज को केंद्र में रखकर चुनाव लड़ेंगे।”
उन्होंने जानकारी दी कि पार्टी 8 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी, जिसमें यह ऐलान किया जाएगा कि गठबंधन में शामिल दल किन सीटों से अपने उम्मीदवार उतारेंगे और सीट बंटवारे की प्रक्रिया क्या होगी। तेज प्रताप ने संकेत दिए कि पार्टी युवाओं और नए चेहरों को चुनाव में मौका देगी ताकि राजनीति में नई ऊर्जा और विश्वास का संचार हो सके।
पटना मेट्रो सेवा पर तेज प्रताप का तंज
राजधानी पटना में शुरू हुई Patna Metro Service को लेकर तेज प्रताप यादव ने व्यंग्य करते हुए कहा, “देखना होगा कि राजधानी वासी कितनी तादाद में मेट्रो में सफर करते हैं। डर के मारे लोग ताकत से मेट्रो में चढ़ने से बचेंगे।”
उन्होंने कहा कि विकास केवल उद्घाटन से नहीं होता, बल्कि जनता की सुरक्षा और भरोसे से होता है। हाल ही में मीठापुर इलाके में हुई भारी बारिश के बाद सड़क धंसने की घटना को लेकर उन्होंने नीतीश सरकार पर निशाना साधा।
तेज प्रताप बोले, “जब सड़कें ही धंस जाएं तो मेट्रो की सुरक्षा पर लोगों का भरोसा कैसे रहेगा? यह सरकार की लापरवाही का परिणाम है। राजधानी की सड़कों की हालत देखकर कोई भी कह सकता है कि सरकार के लिए जनता की सुरक्षा प्राथमिकता में नहीं है।”
नीतीश सरकार पर हमला
तेज प्रताप यादव ने नीतीश कुमार की सरकार को विकास के मोर्चे पर पूरी तरह विफल बताया। उन्होंने कहा कि “सरकार ने सिर्फ घोषणाएं की हैं, लेकिन धरातल पर नतीजे नजर नहीं आते। जब राजधानी में जलजमाव और सड़क धंसने जैसी घटनाएं हो रही हैं, तो ग्रामीण इलाकों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि इस बार जनता मुद्दों पर वोट करेगी, झूठे वादों पर नहीं। “जनता अब जान चुकी है कि कौन विकास की बात करता है और कौन सिर्फ सत्ता के लिए राजनीति करता है,” तेज प्रताप ने कहा।
जनशक्ति जनता दल की रणनीति
तेज प्रताप यादव ने बताया कि जनशक्ति जनता दल का मुख्य फोकस युवाओं, किसानों और बेरोजगारी पर रहेगा। उन्होंने कहा कि बिहार के नौजवानों में प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन मौजूदा सरकार ने उन्हें अवसर नहीं दिए।
उन्होंने कहा, “हम युवाओं को राजनीति में भागीदारी देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बिहार को एक नए नेतृत्व और नई दिशा की जरूरत है, और जनशक्ति जनता दल इस दिशा में पूरी तरह तैयार है।”
तेज प्रताप का यह बयान तब आया है जब राज्य की राजनीति में गठबंधन की जोड़-तोड़ जारी है। आरजेडी, जेडीयू और बीजेपी तीनों ही अपने-अपने संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं। इस बीच तेज प्रताप की सक्रियता यह दर्शाती है कि वे अपनी पार्टी को स्वतंत्र राजनीतिक पहचान देना चाहते हैं।
वेब स्टोरी:
जनता के बीच भरोसा बनाने की कोशिश
तेज प्रताप यादव की हालिया बयानबाजी से यह साफ झलकता है कि वे खुद को एक अलग राजनीतिक चेहरा बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। वे अब केवल लालू प्रसाद यादव के बेटे के रूप में नहीं, बल्कि एक स्वतंत्र नेता के तौर पर अपनी छवि बनाना चाहते हैं।
उनका यह कहना कि “जनशक्ति जनता दल जनता की आवाज बनेगी” यह दर्शाता है कि वे जनता के बीच नई उम्मीद और भरोसे का माहौल बनाना चाहते हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि तेज प्रताप की यह रणनीति Bihar Assembly Election 2025 में कितना असर दिखा पाती है।