IPL 2026 Auction: आईपीएल 2026 की नीलामी आखिरकार उस मोड़ पर पहुंच चुकी है, जिसका इंतजार खिलाड़ियों से लेकर फ्रेंचाइज़ियों और करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को महीनों से था। आज अबू धाबी में दोपहर 2 बजे से शुरू होने वाली इस नीलामी को सिर्फ खिलाड़ियों की खरीद-फरोख्त नहीं, बल्कि अगले कुछ सालों की रणनीति तय करने वाला निर्णायक मंच माना जा रहा है। 350 से ज्यादा खिलाड़ी, 10 टीमें और महज 77 उपलब्ध स्लॉट—यही वह समीकरण है, जिसने इस नीलामी को असाधारण रूप से प्रतिस्पर्धी बना दिया है।
सीमित स्लॉट, असीमित दांव
आईपीएल 2026 की नीलामी की सबसे बड़ी खासियत यही है कि खिलाड़ियों की संख्या अधिक है, लेकिन मौके बेहद सीमित। 10 टीमों के पास कुल मिलाकर केवल 77 स्लॉट बचे हैं। इसका साफ मतलब है कि हर टीम को बेहद सटीक और रणनीतिक फैसले लेने होंगे।
इस बार टीमों की सोच “सिर्फ स्टार खिलाड़ी” तक सीमित नहीं है, बल्कि वे ऐसे क्रिकेटरों को तलाश रही हैं, जो लंबे समय तक टीम की रीढ़ बन सकें। युवा ऑलराउंडर, डेथ ओवर स्पेशलिस्ट और मध्यक्रम को संभालने वाले बल्लेबाज सबसे ज्यादा मांग में हैं।
कैमरन ग्रीन पर टिकी सबकी निगाहें
इस नीलामी का सबसे बड़ा नाम ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन हैं। तेज गेंदबाजी, ऊंचा कद और आक्रामक बल्लेबाजी—तीनों का संयोजन उन्हें दुर्लभ खिलाड़ी बनाता है। ग्रीन सिर्फ एक सीजन का विकल्प नहीं, बल्कि किसी भी टीम के भविष्य की नींव माने जा रहे हैं।
क्रिकेट गलियारों में चर्चा है कि उन पर रिकॉर्ड तोड़ बोली लग सकती है। फिलहाल आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी ऋषभ पंत हैं, जिन्हें पिछली मेगा नीलामी में 27 करोड़ रुपये में खरीदा गया था। लेकिन इस बार माना जा रहा है कि ग्रीन उस आंकड़े को भी पीछे छोड़ सकते हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स की आक्रामक तैयारी
तीन बार की चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स इस नीलामी में सबसे मजबूत पर्स के साथ उतर रही है। 64.30 करोड़ रुपये की राशि और 13 खाली स्लॉट के साथ केकेआर के पास खुलकर खेलने की आजादी है।
टीम के छह विदेशी स्लॉट अभी खाली हैं, जिससे साफ संकेत मिलते हैं कि केकेआर बड़े विदेशी सितारों पर दांव लगाने से नहीं हिचकेगी। कैमरन ग्रीन के अलावा श्रीलंका के तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना भी केकेआर की प्राथमिक सूची में बताए जा रहे हैं। टीम का लक्ष्य एक ऐसी कोर टीम बनाना है, जो अगले तीन-चार सीजन तक स्थिर प्रदर्शन कर सके।
चेन्नई सुपर किंग्स: बदलाव की दरकार
पांच बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए यह नीलामी बेहद अहम मानी जा रही है। 2025 सीजन में आखिरी स्थान पर रहने के बाद टीम के भीतर आत्ममंथन का दौर चला है।
43.40 करोड़ रुपये और नौ खाली स्लॉट के साथ सीएसके इस बार संतुलित टीम बनाने पर जोर दे रही है। मथीशा पथिराना को दोबारा टीम से जोड़ना उनकी पहली प्राथमिकता मानी जा रही है। इसके अलावा रवींद्र जडेजा के लंबे समय के विकल्प की तलाश भी टीम की रणनीति का अहम हिस्सा है। चेन्नई का फोकस अनुभव और युवा जोश के संतुलन पर रहेगा।
मुंबई इंडियंस की मजबूरी भरी रणनीति
पांच बार की विजेता मुंबई इंडियंस इस नीलामी में सबसे कठिन स्थिति में नजर आ रही है। टीम के पास सिर्फ 2.75 करोड़ रुपये बचे हैं। ऐसे में मुंबई के लिए हर बोली जोखिम और मजबूरी के बीच संतुलन साधने जैसी होगी।
मुंबई संभवतः अनकैप्ड खिलाड़ियों और सस्ते लेकिन प्रभावी विकल्पों पर नजर रखेगी। यह नीलामी मुंबई के स्काउटिंग सिस्टम की असली परीक्षा मानी जा रही है।
अन्य टीमों का समीकरण
सनराइजर्स हैदराबाद, दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के पास 20 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट है, जिससे नीलामी और भी रोमांचक हो गई है। ये टीमें बड़े नामों के साथ-साथ भविष्य के सितारों पर भी दांव लगा सकती हैं।
लखनऊ के लिए यह नीलामी खास इसलिए भी है, क्योंकि टीम पहले ही इतिहास की सबसे महंगी बोली लगा चुकी है और अब उस निवेश को सही दिशा देने की चुनौती है।