Mohammed Shami: टीम इंडिया ने भविष्य की सोच पर रखा जोर, नए खिलाड़ियों को दिया मौका

Mohammed Shami
Mohammed Shami: टीम इंडिया ने भविष्य की सोच पर रखा जोर, नए खिलाड़ियों को दिया मौका
मोहम्मद शमी को दक्षिण अफ्रीका टेस्ट श्रृंखला से बाहर रखने पर पूर्व कोच अभिषेक नायर ने कहा कि यह टीम इंडिया की भविष्य दृष्टि का संकेत है। आकाश दीप की वापसी और चयनकर्ताओं की रणनीति बताती है कि अब टीम प्रबंधन नई पीढ़ी के खिलाड़ियों पर निवेश कर रहा है।
नवम्बर 12, 2025

Mohammed Shami: भविष्य की तैयारी का संकेत

पूर्व भारतीय सहायक कोच अभिषेक नायर ने मोहम्मद शमी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला से बाहर रखने के फैसले को टीम इंडिया की “भविष्य दृष्टि” का स्पष्ट संकेत बताया है। उनका मानना है कि चयनकर्ताओं का यह कदम न केवल खिलाड़ियों की रोटेशन नीति का हिस्सा है, बल्कि यह आने वाले वर्षों के लिए एक मजबूत गति आक्रमण तैयार करने की रणनीति भी है।

शमी की अनुपस्थिति से उठे सवाल

बीसीसीआई ने हाल ही में दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा की। बंगाल के तेज गेंदबाज आकाश दीप को टीम में शामिल किया गया है, जबकि अनुभवी गेंदबाज मोहम्मद शमी को बाहर रखा गया है।
शमी ने रणजी ट्रॉफी के इस सत्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए केवल दो मैचों में 15 विकेट हासिल किए हैं। उनकी फिटनेस और लय दोनों ही बेहतरीन नजर आईं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया।

‘यह स्पष्ट संकेत है कि टीम आगे देख रही है’

स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में नायर ने कहा, “यह एक स्पष्ट संकेत है कि टीम इंडिया अब भविष्य की ओर देख रही है। यह सही है या गलत, इसका निर्णय वक्त करेगा, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि यह चयन नीति एक पीढ़ीगत बदलाव का हिस्सा है।”

नायर का मानना है कि आकाश दीप को शामिल करना एक दूरदर्शी निर्णय है। उन्होंने कहा, “आकाश दीप घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वह बंगाल के खिलाड़ी हैं और घरेलू परिस्थितियों को बखूबी समझते हैं। जब भी उन्हें मौका मिला है, उन्होंने नई गेंद से असरदार प्रदर्शन किया है। यह टीम के भविष्य के लिए एक सकारात्मक निवेश है।”

टीम की गहराई और संतुलन पर भरोसा

नायर ने यह भी कहा कि मौजूदा भारतीय टीम इतनी मजबूत है कि वह किसी भी परिस्थिति में संतुलित संयोजन उतार सकती है।
उनके शब्दों में, “यह टीम बेहद मजबूत है। खेल के हर पहलू में हमारे पास विकल्प हैं। चाहे बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी, हर विभाग में गहराई है। इस कारण परिस्थितियां या पिच उतनी मायने नहीं रखतीं।”

शमी का अनुभव और भविष्य की दिशा

Mohammed Shami: मोहम्मद शमी ने पिछला टेस्ट 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खेला था। इसके बाद वह 2025 चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में वनडे प्रारूप में नजर आए थे।
टीम प्रबंधन अब शायद यह सोचकर आगे बढ़ रहा है कि अनुभव के साथ-साथ युवाओं को भी अधिक अवसर देने की आवश्यकता है। यह परिवर्तन भारतीय क्रिकेट की नई सोच को उजागर करता है—जहां निरंतर प्रदर्शन के साथ-साथ भविष्य की स्थिरता पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

चयन नीति में नई सोच

भारतीय चयनकर्ताओं की यह रणनीति इस बात का प्रमाण है कि अब चयन केवल वर्तमान प्रदर्शन के आधार पर नहीं, बल्कि दीर्घकालिक योजनाओं को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
शमी जैसे अनुभवी खिलाड़ी को आराम देना इस दिशा में एक संकेत है कि टीम नए तेज गेंदबाजों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर परखना चाहती है।

क्रिकेट विशेषज्ञों की राय

क्रिकेट जगत के कई विशेषज्ञों ने नायर की इस टिप्पणी से सहमति जताई है। उनका मानना है कि भारतीय टीम अब संक्रमण काल से गुजर रही है, जहां अनुभव और युवा जोश का संतुलन कायम करना प्राथमिकता है।
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि यह नीति टीम इंडिया को लंबे समय में लाभ दे सकती है, बशर्ते नए खिलाड़ियों को पर्याप्त अवसर और भरोसा दिया जाए।

मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति ने न केवल चयन नीति पर सवाल उठाए हैं, बल्कि इसने यह भी दिखाया है कि भारतीय क्रिकेट अब भविष्य की तैयारी में जुटा है। आकाश दीप जैसे युवा खिलाड़ियों को शामिल कर टीम प्रबंधन यह स्पष्ट संदेश दे रहा है कि भारतीय क्रिकेट का अगला अध्याय अब नई पीढ़ी के हाथों में होगा।

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