जरूर पढ़ें

रुतुराज गायकवाड़ की वापसी, विजय हजारे ट्रॉफी में महाराष्ट्र की कप्तानी संभालेंगे

Ruturaj Gaikwad back as Maharashtra captain: विजय हजारे ट्रॉफी में रुतुराज की वापसी, प्रीतम शॉ भी टीम में शामिल
Ruturaj Gaikwad back as Maharashtra captain: विजय हजारे ट्रॉफी में रुतुराज की वापसी, प्रीतम शॉ भी टीम में शामिल (IG Photo)
दक्षिण अफ्रीका में वनडे शतक लगाने के बाद रुतुराज गायकवाड़ 24 दिसंबर से शुरू हो रही विजय हजारे ट्रॉफी में महाराष्ट्र की कप्तानी करेंगे। 18 सदस्यीय टीम में प्रीतम शॉ भी शामिल हैं जो मुंबई से महाराष्ट्र आए हैं। जलज सक्सेना और राहुल त्रिपाठी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ युवा प्रतिभाएं भी टीम में हैं। महाराष्ट्र जयपुर में पंजाब से अपने अभियान की शुरुआत करेगी।
Updated:

दक्षिण अफ्रीका में वनडे सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने के बाद रुतुराज गायकवाड़ अब घरेलू क्रिकेट में वापसी करने जा रहे हैं। 24 दिसंबर से शुरू हो रही विजय हजारे ट्रॉफी में वह महाराष्ट्र की टीम की कप्तानी संभालेंगे। भारतीय टीम के इस बल्लेबाज को पहले तीन मैचों के लिए कप्तान बनाया गया है। घरेलू क्रिकेट अब पूरी तरह से 50 ओवर के फॉर्मेट पर केंद्रित हो गया है और रुतुराज की वापसी महाराष्ट्र के लिए बड़ी खुशखबरी है।

महाराष्ट्र क्रिकेट संघ ने 20 दिसंबर को अपनी 18 सदस्यीय टीम की घोषणा की। इस टीम में रुतुराज को कप्तान बनाया गया है। महाराष्ट्र को एलीट ग्रुप सी में रखा गया है और टीम अपने अभियान की शुरुआत जयपुर में पंजाब के खिलाफ करेगी। इस ग्रुप में हिमाचल प्रदेश, मुंबई, उत्तराखंड, गोवा, छत्तीसगढ़ और सिक्किम भी शामिल हैं।

रुतुराज का शानदार अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन

रुतुराज की राज्य टीम में वापसी उनके करियर के एक खास मोड़ पर हो रही है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में अपना पहला वनडे शतक लगाया था। इस शतक ने भारत की वनडे योजनाओं में उनकी बढ़ती अहमियत को साबित किया है। राष्ट्रीय ड्यूटी से थोड़ा समय मिलने पर महाराष्ट्र उनके फॉर्म और नेतृत्व का पूरा फायदा उठाना चाहेगी।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रुतुराज का प्रदर्शन लगातार बेहतर होता जा रहा है। वह भारतीय टीम के भविष्य के सबसे महत्वपूर्ण बल्लेबाजों में से एक माने जा रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी में स्थिरता और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन देखने को मिलता है।

प्रीतम शॉ की महाराष्ट्र में एंट्री

इस टीम में एक और बड़ा नाम प्रीतम शॉ का है। प्रीतम ने इस सीजन मुंबई से महाराष्ट्र में घरेलू क्रिकेट खेलने का फैसला लिया है। यह कदम उनके करियर को नई दिशा देने के लिए उठाया गया है। प्रीतम ने रुतुराज की गैरमौजूदगी में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में महाराष्ट्र की कप्तानी भी की थी।

हैदराबाद के खिलाफ प्रीतम ने तुरंत अपना प्रभाव दिखाया और 36 गेंदों में 66 रन की तेज पारी खेली। मुंबई से महाराष्ट्र में आना और आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स में जाना, दोनों ही उनके करियर में नए अध्याय हैं। यह बदलाव उनकी घरेलू किस्मत को फिर से बनाने का प्रयास है।

प्रीतम एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनमें अपार प्रतिभा है। उन्होंने कम उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाई थी। हालांकि पिछले कुछ समय से उनका प्रदर्शन कुछ कमजोर रहा है। महाराष्ट्र में खेलकर वह एक बार फिर से अपनी पहचान बनाने की कोशिश करेंगे।

अनुभव और युवा खिलाड़ियों का संतुलन

महाराष्ट्र की टीम में अनुभव की कोई कमी नहीं है। जलज सक्सेना, राहुल त्रिपाठी और रजनीश गुरबानी जैसे दिग्गज खिलाड़ी टीम में मौजूद हैं। इन खिलाड़ियों का अनुभव टीम के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। वहीं दूसरी ओर आर्शिन कुलकर्णी, राजवर्धन हंगरगेकर, सिद्धेश वीर और विकी ओस्तवाल जैसे युवा खिलाड़ी टीम को गहराई देते हैं।

यह चयन महाराष्ट्र की सोची-समझी रणनीति को दर्शाता है। टीम तुरंत परिणाम भी चाहती है और लंबे समय की योजना भी बना रही है। अनुभवी खिलाड़ियों के साथ युवा प्रतिभाओं को मौका देना एक बेहतरीन संतुलन है।

पिछले प्रदर्शन पर नजर

हालांकि महाराष्ट्र सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की सुपर लीग में नेट रन रेट की वजह से चूक गया, लेकिन सभी फॉर्मेट में टीम की स्थिति अच्छी है। पिछली विजय हजारे ट्रॉफी में टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी। रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप बी में महाराष्ट्र 18 अंकों के साथ अजेय है और कर्नाटक के बाद दूसरे स्थान पर है।

यह प्रदर्शन दिखाता है कि महाराष्ट्र की टीम फॉर्म में है। सभी फॉर्मेट में लगातार अच्छा खेलना किसी भी टीम के लिए बड़ी बात है। टीम का आत्मविश्वास ऊंचा है और खिलाड़ी अच्छी तैयारी के साथ उतर रहे हैं।

आगे की चुनौतियां

महाराष्ट्र के सामने ग्रुप सी में कड़ी चुनौतियां हैं। मुंबई जैसी मजबूत टीम का सामना करना आसान नहीं होगा। पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड भी अच्छे खिलाड़ियों से भरी टीमें हैं। हर मैच में पूरी तैयारी और मेहनत की जरूरत होगी।

रुतुराज की कप्तानी में टीम को नई ऊर्जा मिलेगी। उनका अनुभव और हालिया फॉर्म टीम के लिए बड़ा फायदा होगा। प्रीतम शॉ अगर अपने पुराने फॉर्म में लौटते हैं तो महाराष्ट्र की बल्लेबाजी और भी मजबूत हो जाएगी।

टीम की पूरी सूची और रणनीति

18 सदस्यीय टीम में विकेटकीपर के रूप में सौरभ नवले और निखिल नायक शामिल हैं। गेंदबाजी में अनुभव और युवाओं का अच्छा मिश्रण है। ऑलराउंडर्स की मौजूदगी से टीम को संतुलन मिलता है।

टीम की रणनीति साफ है – शुरुआती मैचों में अच्छा प्रदर्शन करके आगे के चरण के लिए मजबूत स्थिति बनानी है। रुतुराज जैसे अनुभवी कप्तान के साथ यह लक्ष्य हासिल करना आसान हो जाएगा।

24 दिसंबर को जयपुर में पंजाब के खिलाफ पहला मैच खेलते हुए महाराष्ट्र एक मजबूत शुरुआत करना चाहेगी। रुतुराज की अगुवाई में टीम विजय हजारे ट्रॉफी में एक और सफल अभियान की उम्मीद कर रही है। पिछले सीजन के सेमीफाइनल से आगे जाकर इस बार खिताब जीतने का सपना पूरा करना टीम का लक्ष्य होगा।

Rashtra Bharat
Rashtra Bharat पर पढ़ें ताज़ा खेल, राजनीति, विश्व, मनोरंजन, धर्म और बिज़नेस की अपडेटेड हिंदी खबरें।

Asfi Shadab

एक लेखक, चिंतक और जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता, जो खेल, राजनीति और वित्त की जटिलता को समझते हुए उनके बीच के रिश्तों पर निरंतर शोध और विश्लेषण करते हैं। जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों को सरल, तर्कपूर्ण और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध।