लंबी उम्र और मजबूत सेहत का सबसे आसान नुस्खा — रोज़ 10 मिनट की सैर
हम सभी चाहते हैं लंबी और स्वस्थ ज़िंदगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके लिए आपको घंटों जिम में पसीना बहाने की ज़रूरत नहीं? हालिया शोध कहता है कि रोज़ाना केवल 10 मिनट की वॉक भी आपके दिल, दिमाग और उम्र पर अद्भुत असर डाल सकती है।
रिसर्च में क्या निकला नतीजा?
‘Annals of Internal Medicine’ में प्रकाशित एक नई रिपोर्ट में 30,000 से अधिक लोगों के डाटा का विश्लेषण किया गया। इसमें पाया गया कि जो लोग रोज़ 8,000 कदमों से कम चलते हैं, लेकिन 10–15 मिनट तक लगातार चलते हैं, उनमें दिल की बीमारियों और असमय मृत्यु का खतरा काफी हद तक घट जाता है।
अर्थात्, बात सिर्फ कदमों की संख्या की नहीं, बल्कि चलने के निरंतरता की भी है। लगातार तेज़ गति से चलना शरीर पर कहीं अधिक सकारात्मक प्रभाव डालता है।

हर कदम एक दवा जैसा
शोधकर्ता बोरजा डेल पोरो क्रूज के अनुसार, “हर कदम सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन जब आप लगातार कुछ मिनटों तक चलते हैं, तो इसका असर दोगुना होता है।”
उनके मुताबिक, रोज़ाना कुछ मिनट की सैर न सिर्फ हृदय की कार्यक्षमता बढ़ाती है बल्कि तनाव, मोटापा और थकान को भी कम करती है। यानी “थोड़ा चलो, लंबा जियो” — यही इस अध्ययन का सार है।
कम बैठो, ज़्यादा चलो
आधुनिक जीवनशैली ने हमें स्क्रीन और कुर्सी से बांध दिया है। शोध के मुताबिक, आज औसतन व्यक्ति दिनभर में 5,000 कदम भी नहीं चलता। यह “बैठे-बैठे रहने वाली जीवनशैली (Sedentary Lifestyle)” शरीर में वसा बढ़ाने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ और दिल की बीमारियों का बड़ा कारण बन चुकी है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति रोज़ाना सिर्फ 10 मिनट पैदल चलता है, तो वह अपनी उम्र में औसतन 6–8 साल तक का सुधार कर सकता है।
ज्यादा मेहनत नहीं, बस थोड़ी आदत बदलें
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि फिट रहने के लिए जिम या महंगी एक्सरसाइज ज़रूरी नहीं है।
बस अपने रोज़मर्रा के कामों में थोड़ा-सा बदलाव कर लें:
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बाज़ार जाने के लिए वाहन के बजाय पैदल जाएं
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ऑफिस लंच ब्रेक में 10 मिनट की वॉक करें
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बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद कुछ कदम चलें
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लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें
ये छोटे कदम धीरे-धीरे बड़े बदलाव लाते हैं।

सैर करने की मुश्किलें और समाधान
अमेरिका और भारत जैसे देशों में शहरों की बनावट ने पैदल चलने की आदत को लगभग खत्म कर दिया है। ट्रैफिक, असुरक्षा और खराब फुटपाथ लोगों को वॉक से दूर रखते हैं।
वहीं, स्पेन जैसे देशों के कस्बों में लोग रोज़मर्रा के कामों के लिए पैदल चलते हैं, जिससे वे बिना किसी एक्सरसाइज के दिन में 15,000 कदम तक चल लेते हैं।
पब्लिक पॉलिसी शोधकर्ता क्रिस विएलगा कहते हैं, “शुरुआत वहीं से करें, जहां आप हैं। सैर के लिए किसी पार्क या फिटनेस ट्रैक की जरूरत नहीं। अपने मोहल्ले या ऑफिस परिसर में ही 10 मिनट पैदल चलना शुरू करें।”
वॉक के मानसिक लाभ भी कम नहीं
वैज्ञानिकों का कहना है कि वॉक केवल शरीर के लिए नहीं, बल्कि मानसिक सेहत के लिए भी जरूरी है। टहलने से एंडोर्फिन नामक “खुशी के हार्मोन” का स्तर बढ़ता है, जिससे तनाव घटता है और मन शांत रहता है।
यह ध्यान, आत्मचिंतन और प्रकृति के करीब आने का भी एक तरीका है।
वॉक से फैट कैसे बर्न होता है?
जब आप चलते हैं, तो आपका शरीर ऊर्जा (Energy) खर्च करता है।
यह ऊर्जा दो स्रोतों से आती है:
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कार्बोहाइड्रेट (Glucose) – जल्दी जलने वाला ईंधन
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फैट (Stored Fat) – धीरे जलने वाला लेकिन स्थायी ईंधन
जब आप धीमी या मध्यम रफ्तार से लंबे समय तक चलते हैं, तो शरीर को एनर्जी धीरे-धीरे चाहिए होती है, इसलिए यह फैट रिज़र्व्स को जलाना शुरू कर देता है।
इसी को कहते हैं — Fat Oxidation या Fat Burning Zone।

फैट बर्न ज़ोन क्या होता है?
फैट बर्न करने के लिए आपकी हार्ट रेट एक खास दायरे में रहनी चाहिए:
Fat Burn Zone = आपकी अधिकतम हार्ट रेट का 60–70%
उदाहरण के लिए:
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अगर आपकी उम्र 30 साल है, तो अधिकतम हार्ट रेट लगभग 190 होगी (220 – उम्र)।
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इसका 60–70% = 114 से 133 बीट्स प्रति मिनट।
मतलब — इस रेंज में चलना आपको फैट जलाने में मदद करता है।
वॉक के प्रकार और उनके फायदे
Slow Walk (धीमी चाल, 3–4 किमी/घंटा)
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आरामदायक गति, शुरुआती लोगों के लिए बेहतर
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ब्लड सर्कुलेशन सुधारती है
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डाइजेशन में मदद करती है
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लंबी अवधि में वज़न घटाने में सपोर्ट करती है
समय: 30–45 मिनट
Brisk Walk (तेज़ चाल, 5–6 किमी/घंटा)
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यह फैट बर्निंग और हार्ट स्ट्रेंथनिंग दोनों के लिए सबसे प्रभावी मानी जाती है।
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मेटाबॉलिज़्म बढ़ाती है
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ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखती है
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मानसिक तनाव घटाती है
समय: 20–30 मिनट
लक्षण: चलते वक्त सांस थोड़ी तेज़ हो लेकिन बात कर सकें — यही आदर्श ब्रिस्क वॉक है।

Power Walk (तेज़ चाल + हाथों की मूवमेंट)
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6–7 किमी/घंटा की रफ्तार पर
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पूरे शरीर की कैलोरी बर्न बढ़ जाती है
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पेट की चर्बी घटाने में असरदार
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कोर और लेग मसल्स मजबूत होते हैं
समय: 15–25 मिनट
Incline या Uphill Walk (ढलान पर चलना)
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सबसे ज़्यादा कैलोरी बर्न करता है
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जांघों, हिप्स और ग्लूट्स के लिए बढ़िया
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कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को बूस्ट करता है
सप्ताह में 2–3 बार
वॉक से कितनी कैलोरी बर्न होती है?
| वॉक का प्रकार | औसत गति | अनुमानित कैलोरी (30 मिनट में) |
|---|---|---|
| Slow Walk | 3 किमी/घंटा | 90–100 कैलोरी |
| Brisk Walk | 5–6 किमी/घंटा | 150–180 कैलोरी |
| Power Walk | 6–7 किमी/घंटा | 200–250 कैलोरी |
| Uphill Walk | 5 किमी/घंटा (ढलान पर) | 250–300 कैलोरी |
(60 किलो वजन वाले व्यक्ति के लिए अनुमानित आँकड़े)
वॉकिंग के असर को बढ़ाने के आसान तरीके
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वॉक से पहले और बाद में हल्का स्ट्रेच करें
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सीधी मुद्रा में चलें (पोश्चर ठीक रखें)
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फोन पर बात करते हुए या पॉडकास्ट सुनते हुए चलना इसे और मज़ेदार बनाता है
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वॉक के बाद 1 गिलास पानी पिएं — हाइड्रेशन जरूरी है
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हफ्ते में कम से कम 5 दिन और कुल 150 मिनट वॉक करें
बोनस: वॉक से सिर्फ फैट नहीं, पूरी सेहत सुधरती है
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ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है
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डिप्रेशन और एंग्ज़ायटी घटती है
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नींद की गुणवत्ता बढ़ती है
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इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
निष्कर्ष — हर कदम मायने रखता है
कुल मिलाकर, यह जरूरी नहीं कि फिटनेस पाने के लिए आप लंबा वर्कआउट करें या जिम में घंटों बिताएं। बस रोज़ाना 10 मिनट की वॉक भी आपके शरीर, मन और जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकती है।
यह एक ऐसी दवा है जो बिना खर्च और बिना साइड इफेक्ट के आपको लंबी और खुशहाल जिंदगी की ओर ले जाती है।