नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 25 सितंबर 2025 से शुरू होकर 25 दिसंबर तक चलने वाले 90-दिनीय स्वदेशी संकल्प अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य देश में आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहित करना है और हर परिवार से आग्रह करना है कि वे भारतीय उत्पाद खरीदें और किसानों, कारीगरों तथा लघु-मध्यम उद्योगों (MSMEs) का समर्थन करें।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रत्येक परिवार को वार्षिक रूप से कम से कम ₹5,000 खादी पर खर्च करना चाहिए, जिससे रोजगार सृजन में मदद मिले। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्योहारों के समय स्वदेशी अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि यह खर्च में कटौती के साथ-साथ राष्ट्रीय शक्ति को भी बढ़ाता है।
अभियान के तहत कई क्षेत्रों की प्रगति को भी उजागर किया गया है। रक्षा उत्पादन में अब 75% उत्पाद देशीय रूप से तैयार हो रहे हैं। इसके अलावा, टेक्सटाइल क्षेत्र में PLI योजना के माध्यम से निवेश बढ़ा है और MSMEs का योगदान देश की GDP में 30% तक पहुंच गया है।
पार्टी का यह अभियान केवल उत्पाद खरीद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों में राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता और स्वदेशी भाव को मजबूत करने का प्रयास है। त्योहारों और खरीदारी के मौकों पर जनता को स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देने का संदेश दिया जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के अभियान से न केवल घरेलू उत्पादन बढ़ेगा बल्कि छोटे उद्योग और कारीगरों के लिए स्थायी रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।