2047 तक 7,000 किमी हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर
नई दिल्ली। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 16वें अंतरराष्ट्रीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी में घोषणा की कि भारत 2047 तक 7,000 किमी लंबे उच्च गति वाले कॉरिडोर विकसित करेगा। ये कॉरिडोर यात्रियों के लिए समर्पित होंगे और 350 किमी प्रति घंटे की गति से चलने में सक्षम होंगे।
इस पहल का उद्देश्य है भारत की 1.4 अरब आबादी के लिए बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध कराना और रेलवे नेटवर्क की क्षमता बढ़ाना।
आधुनिक तकनीक और नियंत्रण
इन हाई-स्पीड कॉरिडोरों में स्वदेशी सिग्नलिंग सिस्टम और अत्याधुनिक कंट्रोल सेंटर स्थापित किए जाएंगे। मंत्री ने बताया कि यह योजना हाल ही में हासिल की गई उपलब्धियों पर आधारित है, जैसे:
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35,000 किमी नई ट्रैक लाइनें
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156 वंदे भारत ट्रेनें
साथ ही, वंदे भारत 4.0 ट्रेन को अगले 18 महीनों में लॉन्च करने की योजना है।
गुणवत्ता और आपूर्ति
रेल मंत्रालय ने सप्लायरों के लिए उच्च गुणवत्ता मानक सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया है। मंत्री वैष्णव ने कहा कि यह परियोजना भारतीय रेलवे के लिए गुणवत्ता, सुरक्षा और विश्वसनीयता के नए मानक स्थापित करेगी।
महत्व
यह परियोजना भारतीय रेलवे को दुनिया के उच्च गति वाले रेल नेटवर्क में शामिल करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे यात्रियों के समय की बचत होगी, शहरों और औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ने में मदद मिलेगी, और देश के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।