Pilot Arrest: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सामने आई एक घटना ने न केवल विमानन जगत, बल्कि आम यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एयर इंडिया एक्सप्रेस के पायलट वीरेंद्र सेजवाल को एक यात्री पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 19 दिसंबर की बताई जा रही है, जब टर्मिनल-1 पर सुरक्षा जांच से पहले लाइन को लेकर कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई और गंभीर चोट तक पहुंच गया।
हवाई अड्डा वह स्थान माना जाता है, जहां अनुशासन, शिष्टाचार और सुरक्षा का सर्वोच्च स्तर अपेक्षित होता है। ऐसे में एक वरिष्ठ विमानन कर्मी पर हिंसा का आरोप लगना पूरे सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।
सुरक्षा जांच के बाहर शुरू हुआ विवाद
पीड़ित यात्री अंकित दीवान के अनुसार, वह अपनी सात साल की बेटी और चार महीने के शिशु के साथ यात्रा कर रहे थे। टर्मिनल-1 पर सुरक्षा जांच क्षेत्र के बाहर यात्रियों की लंबी कतार लगी हुई थी। इसी दौरान लाइन को लेकर कुछ लोगों के बीच कहासुनी शुरू हुई।
अंकित का आरोप है कि यह मामूली बहस अचानक गंभीर रूप लेती चली गई और इसी बीच एयर इंडिया एक्सप्रेस के पायलट वीरेंद्र सेजवाल ने उनसे बहस के बाद शारीरिक हमला कर दिया। यह पूरी घटना उनके बच्चों के सामने हुई, जिसने उन्हें मानसिक रूप से भी गहरा आघात पहुंचाया।
बच्चों के सामने हुई हिंसा ने बढ़ाई गंभीरता
इस मामले को और संवेदनशील बना देता है यह तथ्य कि घटना के समय पीड़ित के साथ उसके छोटे बच्चे मौजूद थे। सात साल की बच्ची के सामने पिता पर हमला होना किसी भी परिवार के लिए गहरे मानसिक आघात का कारण बन सकता है। अंकित दीवान का कहना है कि उनकी बेटी इस घटना के बाद काफी डरी हुई है और बार-बार वही दृश्य याद कर रही है।
मेडिकल जांच में नाक की हड्डी टूटने की पुष्टि
घटना के बाद अंकित दीवान की मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें उनकी नाक की हड्डी में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई। यह चोट इस बात का संकेत है कि विवाद सिर्फ धक्का-मुक्की तक सीमित नहीं था, बल्कि इसमें गंभीर शारीरिक हमला हुआ। मेडिकल रिपोर्ट ने मामले को कानूनी रूप से और मजबूत आधार प्रदान किया।
शिकायत के बाद सक्रिय हुई दिल्ली पुलिस
पीड़ित की शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने एयरपोर्ट परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और मौके पर मौजूद यात्रियों व कर्मचारियों के बयान दर्ज किए।
प्रारंभिक जांच में मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने आरोपी पायलट वीरेंद्र सेजवाल को पूछताछ के लिए बुलाया। पर्याप्त साक्ष्य सामने आने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस का कहना है कि मामले में सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है।
कानून सभी के लिए समान
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या पद, पेशा या वर्दी किसी को कानून से ऊपर रख सकती है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी चाहे किसी भी पेशे से जुड़ा हो, कानून के सामने सभी समान हैं। जांच पूरी होने के बाद मामले में चार्जशीट दाखिल की जाएगी और अदालत में साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
एयरलाइंस की जिम्मेदारी भी जांच के दायरे में
हालांकि इस मामले में मुख्य आरोपी व्यक्ति विशेष है, लेकिन इससे एयरलाइंस की आंतरिक अनुशासन व्यवस्था पर भी सवाल उठते हैं। यात्रियों का मानना है कि एयरलाइंस को अपने कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर और सख्त मानक तय करने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।