यूपी समेत छह राज्यों में चुनाव आयोग की दया: SIR की समयसीमा में मिला नया जीवन
देश भर के लाखों मतदाताओं के लिए गुरुवार को एक खुशखबरी आई है। चुनाव आयोग (Election Commission) ने उन सभी लोगों की सुनी है जो मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाना चाहते हैं लेकिन अब तक समय की कमी के कारण परेशान थे। आयोग ने यूपी, तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) की अवधि को बढ़ाने का फैसला किया है। यह निर्णय उन राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की सीधी मांग के बाद लिया गया है, जिन्होंने महसूस किया था कि 11 दिसंबर की पहली समयसीमा पर्याप्त नहीं है।
यह कदम उन लाखों नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत है जो विभिन्न कारणों से अब तक आवेदन नहीं कर सके थे। कुछ लोगों के पास जरूरी दस्तावेज़ पूरे नहीं थे, तो कुछ को मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाने की प्रक्रिया का पता ही नहीं था। इसी परिस्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने यह उदार निर्णय लिया है।
उत्तर प्रदेश में बड़ी राहत: 14 अतिरिक्त दिन मिले
उत्तर प्रदेश, जहां की जनसंख्या लगभग 24 करोड़ से भी अधिक है, के मतदाताओं के लिए यह खबर विशेष महत्व रखती है। पहले जहां यूपी में SIR की समयसीमा 11 दिसंबर थी, अब इसे बढ़ाकर 26 दिसंबर कर दिया गया है। इसका अर्थ है कि उत्तर प्रदेश के नागरिकों को 14 अतिरिक्त दिन मिल गए हैं अपने नाम मतदाता सूची में दर्ज करवाने के लिए। यह समय वाकई सुनहरा है क्योंकि इसी अवधि में कई लोग अपने आवश्यक दस्तावेज़ संकलित कर सकते हैं और फार्म भर सकते हैं। यूपी में अब 31 दिसंबर तक सूचियों का प्रकाशन होगा, और अंतिम मतदाता सूची 28 फरवरी 2026 को जारी की जाएगी।
अन्य राज्यों में नई तारीखें: एक व्यापक दृष्टिकोण
चुनाव आयोग का यह निर्णय सभी प्रभावित राज्यों के लिए एक समान दृष्टिकोण अपनाता है, लेकिन फिर भी प्रत्येक राज्य की आवश्यकता को ध्यान में रखता है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में अब 18 दिसंबर तक संशोधित नामावली तैयार की जाएगी और 23 दिसंबर को इसका प्रकाशन होगा। तमिलनाडु के मतदाताओं के लिए यह प्रक्रिया 14 दिसंबर तक चलेगी और 19 दिसंबर को प्रकाशित होगी। गुजरात में भी समान व्यवस्था की गई है जहां 14 दिसंबर तक आवेदन लिए जाएंगे और 19 दिसंबर को सूचियां जारी की जाएंगी।
प्रक्रिया को समझें: आप क्या कर सकते हैं
अब जब आपको अतिरिक्त समय मिल गया है, तो यह समझना जरूरी है कि SIR प्रक्रिया में आप क्या कर सकते हैं। यदि आप एक नई मतदाता सूची में शामिल होना चाहते हैं, या आपका नाम पहले से दर्ज है लेकिन कोई त्रुटि है, तो यह आपका अवसर है। आपको अपने निकटतम मतदाता पंजीकरण कार्यालय में जाना होगा और संबंधित आवेदन फार्म जमा करना होगा। साथ ही, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट जैसे पहचान संबंधी दस्तावेज़ लाना होगा। यह सब करने के लिए अब आपके पास पर्याप्त समय है।
मतदाता अधिकार का महत्व: एक जरूरी बातचीत
इस पूरी प्रक्रिया का असल महत्व यह है कि यह प्रत्येक नागरिक को अपने मताधिकार का उपयोग करने का अधिकार देता है। मतदाता सूची में शामिल होना केवल एक कागजी कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब आप मतदाता सूची में रजिस्टर्ड होते हैं, तो आप अपने देश के भविष्य को तय करने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। चुनाव आयोग का यह कदम यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी योग्य नागरिक इस महत्वपूर्ण अधिकार से वंचित न रहे।
समय का सदुपयोग करें: आवश्यक टिप्स
अगर आप इस अतिरिक्त समय का लाभ लेना चाहते हैं, तो कुछ बातों को ध्यान में रखें। सबसे पहले, अपने दस्तावेज़ों की जांच कर लें और सुनिश्चित करें कि वे मान्य हैं। दूसरा, अपने जिले के मतदाता पंजीकरण कार्यालय का पता जान लें और वहां का संपर्क नंबर नोट करें। तीसरा, यदि आप किसी व्यक्तिगत कारण से स्वयं नहीं जा सकते, तो किसी विश्वसनीय व्यक्ति को प्रतिनिधि के रूप में भेज सकते हैं। देरी न करें, क्योंकि अंतिम तारीख के करीब भीड़ बहुत अधिक हो सकती है।