गोपालगंज के अपराधी सुरेश यादव की हत्या, ताबड़तोड़ फायरिंग से मौत

Suresh Yadav Howrah murder
Suresh Yadav Howrah murder
अक्टूबर 1, 2025

Suresh Yadav Howrah murder से इलाके में हड़कंप

गोपालगंज का कुख्यात अपराधी Suresh Yadav Howrah murder के दौरान हावड़ा जिले में मृत पाया गया। मंगलवार रात संध्या बाजार इलाके में बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली चलाकर सुरेश यादव की हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे इलाके में भय और तनाव का माहौल बना दिया।

सुरेश यादव, जो गोपालगंज के कुकुरभुक्का गांव का निवासी था, लंबे समय से फरार था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह कई गंभीर अपराधों में वांछित था, जिनमें त्रिपल हत्या और मुखिया हत्याकांड जैसी घटनाएँ शामिल थीं।


हत्या कैसे हुई

स्थानीय लोगों के अनुसार, सुरेश यादव हावड़ा में रहते हुए बालू का ठेके का काम कर रहा था। देर रात बाइक पर सवार दो अज्ञात हमलावर उसके घर पहुंचे और अचानक गोलियों की बौछार कर दी। घटनास्थल पर ही सुरेश यादव की मौत हो गई।

घटना के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय निवासी डर के मारे अपने घरों में छिप गए। कई लोगों ने बताया कि हमलावर पूरी तरह से योजनाबद्ध तरीके से आए थे और घटना के बाद फरार हो गए।

Suresh Yadav Howrah murder
Suresh Yadav Howrah murder

पुलिस की जांच और संभावित कारण

स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गोपालगंज पुलिस भी Howrah पुलिस के साथ मिलकर जांच में जुट गई है।

पुलिस का मानना है कि Suresh Yadav Howrah murder किसी गैंग संघर्ष या पुरानी रंजिश का परिणाम हो सकता है। सुरेश यादव का नेटवर्क बिहार से बंगाल तक फैला हुआ था, इसलिए उसकी हत्या से कई पुराने अपराधों की परतें उजागर हो सकती हैं।

सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सूत्रों से सुराग जुटाए जा रहे हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह हत्या किसी संगठित अपराधी समूह की योजना थी या व्यक्तिगत दुश्मनी का नतीजा।


बिहार और बंगाल पुलिस हुई सतर्क

Suresh यादव की हत्या के बाद दोनों राज्यों की पुलिस उच्च सतर्कता पर है। बिहार और बंगाल के पुलिस अधिकारी मिलकर संयुक्त जांच कर रहे हैं।

पुलिस की शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि यह हत्या किसी संगठित अपराधी समूह की योजना का हिस्सा हो सकती है। साथ ही, सुरेश यादव के पुराने अपराध और प्रतिद्वंदी गैंगों के संभावित संबंधों की भी समीक्षा की जा रही है।


स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोग इस घटना से भयभीत हैं। कई लोगों का कहना है कि सुरेश यादव का आतंक कई सालों से इलाके में फैला हुआ था, और उसकी मौत से कुछ राहत मिली है।

हालांकि, लोग यह भी मानते हैं कि कुख्यात अपराधियों की हत्या अक्सर और हिंसा को जन्म देती है, इसलिए इलाके में सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता है।

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