बिहार में चुनावी सरगर्मी तेज
आकाश श्रीवास्तव, बिहार | बिहार में चुनावी माहौल लगातार गर्माता जा रहा है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह का तीन दिवसीय बिहार दौरा तय हुआ है। वे 23 से 25 अक्टूबर तक राज्य के विभिन्न जिलों में रहेंगे और एनडीए (NDA) प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
23 अक्टूबर को पटना आगमन
जानकारी के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह 23 अक्टूबर (बुधवार) को पटना पहुँचेंगे। उनके स्वागत की तैयारियाँ भाजपा प्रदेश कार्यालय में जोर-शोर से चल रही हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को जिलेवार जिम्मेदारी दी गई है ताकि उनके दौरे को सफल बनाया जा सके।
24 अक्टूबर को सीवान और बक्सर में सभा
दूसरे दिन यानी 24 अक्टूबर (गुरुवार) को अमित शाह सीवान और बक्सर जिलों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। दोनों ही जिलों को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। सीवान में शाह का कार्यक्रम एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित किया जाएगा, जबकि बक्सर में वे भाजपा के रणनीतिक मुद्दों और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखेंगे।
25 अक्टूबर को नालंदा, मुंगेर और खगड़िया में जनसभाएँ
25 अक्टूबर (शुक्रवार) को शाह का दौरा नालंदा, मुंगेर और खगड़िया जिलों तक रहेगा। बताया जा रहा है कि नालंदा में वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गढ़ में सीधे जनसमर्थन जुटाने की कोशिश करेंगे। मुंगेर और खगड़िया में वे केंद्र सरकार की योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना और पीएम किसान सम्मान निधि की उपलब्धियों का उल्लेख करेंगे।
एनडीए में जोश भरने की रणनीति
भाजपा सूत्रों के अनुसार, यह दौरा एनडीए गठबंधन के लिए चुनावी ऊर्जा का संचार करने वाला साबित होगा। अमित शाह अपनी जनसभाओं में विपक्ष पर निशाना साधेंगे और केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच रखेंगे। वे खासतौर पर युवाओं, किसानों और महिलाओं से संवाद पर जोर देंगे।
सुरक्षा और तैयारी के पुख्ता इंतजाम
गृह मंत्री के आगमन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए जा रहे हैं। प्रत्येक स्थल पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीमें तैनात की गई हैं। स्थानीय प्रशासन को भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक नियंत्रण और वीवीआईपी मूवमेंट के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह
अमित शाह के आगमन की खबर से भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। कई स्थानों पर स्वागत द्वार और पोस्टर लगाए गए हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि “गृह मंत्री का यह दौरा संगठन के लिए प्रेरक साबित होगा और पार्टी को मजबूत आधार मिलेगा।”
विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
वहीं, विपक्षी दलों ने शाह के दौरे को “राजनीतिक ड्रामा” बताया है। राजद और कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के वादे केवल भाषणों में हैं, ज़मीन पर नहीं। हालांकि, भाजपा ने इसे विपक्ष की “हताशा” करार दिया है और दावा किया कि जनता इस बार भी एनडीए के साथ खड़ी है।
अमित शाह का यह बिहार दौरा आगामी चुनावों की दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनकी यह यात्रा एनडीए के जनाधार को सुदृढ़ करने और विपक्ष के हमलों का जवाब देने की रणनीति का हिस्सा है। अब देखना यह होगा कि शाह की जनसभाएँ कितनी प्रभावशाली साबित होती हैं और इसका चुनावी परिणामों पर क्या असर पड़ता है।