अररिया में बाढ़ से बेहाल जनजीवन
अररिया, बिहार – 7 अक्टूबर 2025
नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण अररिया जिले में तबाही का माहौल है। परमान, बकरा, रतुआ, सुरसर और नूना जैसी नदियाँ उफान पर हैं, जिससे जिले के दर्जनों गांव जलमग्न हो गए हैं।
ग्रामीण ऊँचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं, वहीं खेत-खलिहान और घर बाढ़ के पानी में समा गए हैं।
प्रभावित क्षेत्र और सड़कें
सबसे ज्यादा असर फारबिसगंज-कुर्साकांटा-सिकटी मार्ग पर देखा जा रहा है, जहां कई स्थानों पर सड़कें कट गई हैं।
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धनपुरा शिव मंदिर के पास और अम्हारा जाने वाली सड़क को पानी की तेज धार बहा ले गई।
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जोगबनी नगर परिषद के टिकुलिया बस्ती और पुरानी जोगबनी में कमर भर पानी जमा हो गया।
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फारबिसगंज के बथनाहा, पिपरा, कुशमाहा, सहबाजपुर, रमई, तिरसकुंड, रहीकपुर, मझुआ और अम्हारा समेत कई पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस चुका है।
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सिकटी, कुर्साकांटा और जोकीहाट प्रखंडों में भी सैलाब ने आम जनजीवन ठप कर दिया।

राहत कार्य और प्रशासनिक चुनौतियाँ
स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि राहत और बचाव कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी के अपने गांव कुशमाहा में भी लोग त्रस्त हैं, लेकिन विधायक अब तक कोई सुध नहीं ले रहे।
लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।

चुनाव पर संभावित असर
अगर बाढ़ का यही प्रकोप जारी रहा तो न सिर्फ जीवन प्रभावित होगा, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों पर भी इसका सीधा असर पड़ सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मतदान और राजनीतिक गतिविधियों पर असर पड़ने की संभावना है।