राहुल गांधी का पीएम मोदी पर तंज — “सीट जीतवा दो, तो मोदी जी डांस करने लगेंगे”
बिहार विधानसभा चुनाव अभियान के बीच बेगूसराय में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने रविवार को केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा और तीखा हमला बोला।
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव के समय तो जनता के बीच आते हैं, लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म होते हैं, नेता “गायब” हो जाते हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा —
“आप कहो यह सीट जीतवा देंगे, तो मोदी जी डांस भी करने लगेंगे।”
उनके इस बयान पर सभा में मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं, और माहौल कुछ देर के लिए जोशीला हो गया।
“अडानी को एक रुपये में जमीन, बिहार के लोगों को नहीं”
राहुल गांधी ने अपने भाषण में अडानी-अंबानी के मुद्दे को फिर से हवा दी। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश की ज़मीनें और उद्योग अपने पूंजीपति मित्रों को सौंप रही है।
राहुल ने कहा —
“अडानी को एक रुपये में जमीन दी जा रही है, जबकि बिहार की जनता के पास रहने और खेती करने के लिए जमीन नहीं है।”
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से देश ने जो उद्योग खड़े किए, उन्हें निजी हाथों में सौंप दिया गया है। “भारत के संसाधनों पर जनता का अधिकार है, लेकिन यह सरकार उसे कुछ चुनिंदा लोगों को दे रही है।”
नालंदा को फिर से शिक्षा का केन्द्र बनाने का वादा
राहुल गांधी ने अपने भाषण में बिहार के गौरवशाली अतीत का ज़िक्र किया और कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो नालंदा को फिर से शिक्षा का केन्द्र बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा —
“नालंदा वह धरती है जहाँ से ज्ञान पूरी दुनिया में गया। हमारी सरकार आएगी तो बिहार के युवाओं को यहीं रोजगार मिलेगा। अब बिहार के लोगों को दूसरे प्रदेशों में मजदूरी करने नहीं जाना पड़ेगा।”
राहुल ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी की प्राथमिकता “मेड इन बिहार” होगी — यानी बिहार में बने उत्पादों को बढ़ावा देना और स्थानीय उद्योगों को सशक्त करना।
“दिल्ली में सरकार आई तो नालंदा विश्वविद्यालय और अति-पिछड़ों की सरकार”
सभा में राहुल गांधी ने तीन गारंटियां दीं —
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नालंदा विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित करना।
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बिहार में अति-पिछड़ों और दलितों की सरकार बनाना।
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‘मेड इन बिहार’ को राष्ट्रीय नीति में शामिल करना।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आएगी तो नालंदा, गया और पटना को शिक्षा और रोजगार के त्रिकोण के रूप में विकसित किया जाएगा।
बीजेपी और आरएसएस पर चुनावी धांधली का आरोप
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि बीजेपी और आरएसएस मिलकर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों पर हमला हो रहा है और मतदाताओं को पोलिंग बूथ पर सतर्क रहने की आवश्यकता है।
“भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। लेकिन इस बार बिहार के लोग वोट चोरी नहीं होने देंगे।”
युवाओं को रोजगार और उद्योग से जोड़ने का वादा
राहुल गांधी ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य होगा कि बिहार का युवा अब बिहार में ही रोजगार पाए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक गलियारा, कृषि-आधारित उद्योग और स्टार्टअप हब जैसी योजनाओं को बिहार में लाया जाएगा।
“हम बिहार के युवाओं के सपनों को दिल्ली तक पहुंचाएंगे, उन्हें रोजगार मिलेगा, सम्मान मिलेगा।”
सभा में उमड़ी भीड़, राहुल के बयान बने चर्चा का विषय
बेगूसराय में राहुल गांधी की इस सभा में भारी भीड़ उमड़ी। उनके “डांस” वाले बयान और अडानी पर निशाने ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी।
बीजेपी ने राहुल के बयान को “राजनीतिक हताशा” बताया, जबकि कांग्रेस नेताओं ने इसे “जनभावना की अभिव्यक्ति” कहा।
स्थानीय स्तर पर राहुल का “मेड इन बिहार” और “नालंदा शिक्षा केन्द्र” वाला वादा चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है।
निष्कर्ष — बिहार में राहुल गांधी ने साधा सीधा निशाना
राहुल गांधी का बेगूसराय भाषण इस बात का संकेत है कि कांग्रेस अब बिहार में सक्रिय राजनीतिक जमीन तलाश रही है।
उनका “मेड इन बिहार”, नालंदा पुनर्जीवन और युवा रोजगार का एजेंडा जनता के दिल में जगह बनाने की कोशिश है, जबकि अडानी-अंबानी पर हमला उनके राष्ट्रीय नैरेटिव को मजबूती दे रहा है।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी की यह रणनीति बिहार की चुनावी हवा में कितनी असर डाल पाती है।