भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडलीय न्यायालय में उस समय सनसनी फैल गई जब इस्माइलपुर थाना क्षेत्र के अभियुक्त सोनू कुमार ने कोर्ट से भागने का प्रयास किया। अभियुक्त को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया था और इसी दौरान उसने हथकड़ी सरकाकर कोर्ट के पहले तल से नीचे छलांग लगा दी।
मौके पर उपस्थित होमगार्ड जवान कुंदन कुमार ने तुरंत ही सावधानी और बहादुरी दिखाते हुए पीछे छलांग लगाई और फरार होने के प्रयास में लगे अभियुक्त को पकड़ लिया। इस साहसिक कार्य के दौरान दोनों को चोटें आईं। अभियुक्त सोनू कुमार के पैर में चोट लगी, जबकि बहादुर जवान कुंदन कुमार भी घायल हो गए।
दोनों को तुरंत नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया। पुलिस ने जवान कुंदन कुमार की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि उनकी तत्परता से एक बड़ी घटना टल गई।

जवान की बहादुरी और तत्परता
होमगार्ड जवान कुंदन कुमार की यह साहसिक प्रतिक्रिया दर्शाती है कि कैसे तुरंत निर्णय लेकर किसी भी गंभीर स्थिति को टाला जा सकता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर जवान ने समय पर प्रतिक्रिया नहीं दी होती तो अभियुक्त फरार हो सकता था और कोर्ट परिसर में सुरक्षा चुनौती उत्पन्न हो सकती थी।
ग्रामीण और स्थानीय लोगों ने भी जवान की बहादुरी की प्रशंसा की और कहा कि ऐसे कर्मठ और साहसी जवान समाज में सुरक्षा की भावना बढ़ाते हैं।
अभियुक्त की भागने की कोशिश
जानकारी के अनुसार, अभियुक्त सोनू कुमार को इस्माइलपुर थाना कांड के तहत पेश किया गया था। कोर्ट में पेशी के दौरान उसने मौका पाकर हथकड़ी सरकाई और पहले तल से नीचे छलांग लगा दी। यह घटना कोर्ट परिसर में उपस्थित लोगों के लिए भी चौंकाने वाली थी।
हालांकि, कुंदन कुमार की तत्परता ने किसी बड़ी घटना को टाल दिया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नवगछिया थाना में फरार होने के प्रयास के तहत मामला दर्ज किया।

सुरक्षा और कोर्ट परिसर में सावधानी
यह घटना यह दर्शाती है कि कोर्ट परिसर में सुरक्षा और सतर्कता का होना कितना महत्वपूर्ण है। अभियुक्तों की पेशी के दौरान प्रशासन और सुरक्षा कर्मियों की सतर्कता किसी भी अप्रिय घटना को रोक सकती है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि होमगार्ड जवान कुंदन कुमार ने तुरंत प्रतिक्रिया देकर न केवल अभियुक्त को रोका, बल्कि यह संदेश भी दिया कि कोर्ट परिसर में कोई भी अनियंत्रित घटना नहीं होने दी जाएगी।
स्थानीय प्रतिक्रिया और प्रशंसा
स्थानीय लोगों और कोर्ट परिसर में उपस्थित नागरिकों ने जवान कुंदन कुमार की बहादुरी को सराहा। उनका कहना था कि कुंदन कुमार जैसे कर्मठ जवान सुरक्षा में विश्वास और साहस का प्रतीक हैं।

पुलिस ने भी कुंदन कुमार को सुरक्षा और तत्परता में अनुकरणीय उदाहरण बताते हुए उनकी प्रशंसा की।