भोजपुर में मतदाता संख्या में भारी गिरावट
आरा से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग के विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान (SIR) के बाद भोजपुर जिले में कुल मतदाता संख्या में लगभग 38 हजार की कमी आई है। इस गिरावट ने जिले की राजनीतिक तस्वीर और चुनावी समीकरणों को प्रभावित किया है।
महागठबंधन और एनडीए को बड़ा झटका
इस गिरावट से सबसे अधिक असर आईएनडीआईए गठबंधन की सीटों पर पड़ा है। गठबंधन के कब्जे वाली चार विधानसभा सीटों पर कुल 24,000 मतदाता कम हुए हैं। वहीं, एनडीए के तीन सीटों पर करीब 14,000 मतदाता घटे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कमी मतदाता सूची के शुद्धिकरण, डुप्लीकेट नाम हटाने, और पलायन की वजह से हुई है।
डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम हटाए गए
एसआईआर प्रक्रिया के तहत मृत, स्थानांतरित और डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं। खासकर उन सीटों पर जहां पिछली बार जीत या हार बेहद कम अंतर से हुई थी, वहां यह बदलाव निर्णायक हो सकता है।
घटे वोटरों की तालिका
आईएनडीआईए गठबंधन की सीटों पर घटे वोटर:
विधानसभा क्षेत्र | 2020 में | 2025 में | अंतर |
---|---|---|---|
संदेश | 288,815 | 286,472 | 2,343 |
अगिआंव | 266,587 | 260,696 | 5,891 |
जगदीशपुर | 306,446 | 302,958 | 3,488 |
शाहपुर | 315,268 | 303,160 | 12,108 |
कुल | – | – | 23,830 |
एनडीए की सीटों पर घटे वोटर:
विधानसभा क्षेत्र | 2020 में | 2025 में | अंतर |
---|---|---|---|
बड़हरा | 310,415 | 305,572 | 4,843 |
आरा | 327,492 | 323,376 | 4,116 |
तरारी | 303,481 | 298,371 | 5,110 |
कुल | – | – | 14,069 |
चुनावी समीकरणों पर असर
इस घटे वोटरों की स्थिति ने दोनों गठबंधनों की रणनीतियों में नई चुनौती पैदा कर दी है। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि घटे वोटरों का यह आंकड़ा चुनावी समीकरणों को किस दिशा में मोड़ेगा। क्या यह बदलाव सत्ता संतुलन को प्रभावित करेगा, या दोनों गठबंधन अपनी खोई जमीन वापस पा सकेंगे, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा।