भोजपुर में मतदान के दौरान हिंसक झड़प, पुलिस और ग्रामीणों में भिड़ंत से मचा हड़कंप
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान के दौरान भोजपुर जिले के चौरी थाना क्षेत्र के दुल्लमचक गांव में शुक्रवार सुबह अचानक हिंसक झड़प हो गई। यह झड़प उस समय हुई जब पुलिस संदिग्ध हथियारबंद युवकों को भीड़ से छुड़ाने पहुंची। मामला कुछ ही देर में इतना बढ़ गया कि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और गांव में अफरातफरी मच गई।
घटना की शुरुआत कैसे हुई
जानकारी के अनुसार, ग्रामीणों ने गांव में घूम रहे गुलजारपुर निवासी दो संदिग्ध युवकों को पकड़ लिया था। दोनों पर हथियार रखने का आरोप था। ग्रामीणों ने उन्हें पकड़कर पूछताछ की और बाद में पिटाई भी कर दी। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस दल जब मौके पर पहुंचा तो उसने संदिग्धों को भीड़ से छुड़ाने की कोशिश की।
पुलिस की इस कार्रवाई से ग्रामीण भड़क उठे। उनका आरोप था कि पुलिस अपराधियों को बचा रही है। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई, जो जल्द ही हिंसक रूप ले गई।
पुलिस पर पथराव, वाहन क्षतिग्रस्त
ग्रामीणों ने पुलिस दल पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। इस हमले में एक दारोगा और एक चौकीदार घायल हो गए। भीड़ ने दो-तीन निजी गाड़ियों के साथ-साथ आधा दर्जन पुलिस वाहनों के शीशे तोड़ दिए। मौके पर भगदड़ मच गई और कई पुलिसकर्मी जान बचाकर भागे।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ के.के. सिंह, थाना प्रभारी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया और स्थिति पर काबू पाया गया।
संदिग्धों के पास से बरामद हुआ हथियार
पुलिस ने बाद में तलाशी अभियान चलाया और झड़प के दौरान भागे संदिग्धों के पास से एक देसी पिस्तौल बरामद की। फिलहाल दोनों आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों की ग़लतफ़हमी के कारण स्थिति बिगड़ी और इस पर नियंत्रण पाने में कुछ समय लगा।
गांव में पहले से था तनाव
बताया जा रहा है कि मतदान के पहले दिन यानी गुरुवार को भी गांव में चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में झड़प हुई थी। इसके बाद से ही माहौल तनावपूर्ण था। स्थानीय प्रशासन ने गुरुवार रात को ही अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए थे, फिर भी शुक्रवार सुबह की यह घटना बड़ी चुनौती बनकर सामने आई।
प्रशासन ने दी शांति बनाए रखने की अपील
घटना के बाद भोजपुर के एसपी ने बयान जारी करते हुए कहा कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने ग्रामीणों से संयम बरतने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। एसपी ने यह भी कहा कि जो लोग पुलिस पर हमला करने में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चुनाव आयोग की सख्ती
चुनाव आयोग ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए स्थानीय प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने कहा कि मतदान प्रक्रिया को बाधित करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
गांव के कुछ ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस ने संदिग्धों को बिना पूछताछ के छुड़ा लिया, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ी। वहीं कुछ अन्य ग्रामीणों का कहना है कि बाहरी तत्वों ने जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की ताकि मतदान प्रभावित हो सके।
माहौल सामान्य करने की कोशिशें
फिलहाल दुल्लमचक गांव में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने गांव में शांति समिति की बैठक बुलाई है ताकि स्थिति को पूरी तरह सामान्य किया जा सके। मतदान के बाकी हिस्सों में शांति बनी हुई है, लेकिन प्रशासन अब किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहता।