बिहार में नीतीश कुमार के दसवीं बार मुख्यमंत्री बनने के 24 घंटे बाद भी मंत्रिमंडल के 26 मंत्रियों के बीच विभागों और मंत्रालयों के बंटवारे का इंतजार जारी है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के बाद पटना लौट आए हैं। अब मुख्यमंत्री निवास और राजभवन के बीच औपचारिकताएं पूरी होने के बाद मंत्रियों के विभागों की घोषणा कभी भी हो सकती है।
आज शाम तक हो सकती है घोषणा
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, आज शाम तक मंत्रियों के मंत्रालय आवंटन की घोषणा हो सकती है। राज्यपाल के पटना लौटने के बाद सरकारी तंत्र इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है। मंत्रियों को उनके विभाग आवंटित होने के बाद ही प्रशासनिक कार्य की औपचारिक शुरुआत हो सकेगी।
गृह मंत्रालय नीतीश के पास
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पहले की तरह इस बार भी गृह मंत्रालय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास ही रहेगा। गृह विभाग राज्य की कानून व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण विभाग माना जाता है। नीतीश कुमार ने अपने पिछले कार्यकालों में भी इस विभाग को अपने पास रखा था।
बीजेपी को मिलेगा स्पीकर पद
भारतीय जनता पार्टी को पहले की तरह विधानसभा में स्पीकर यानी अध्यक्ष का पद मिलने की प्रबल संभावना है। गया टाउन सीट से 1990 से लगातार जीत रहे प्रेम कुमार को इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है, जिससे वह विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार बन गए हैं।
प्रेम कुमार की विशेष स्थिति
सुशील मोदी और नंद किशोर यादव के जमाने से बीजेपी के बड़े नेता रहे प्रेम कुमार का राजनीतिक अनुभव और सम्मान उन्हें स्पीकर पद के लिए उपयुक्त बनाता है। उनका लंबा विधायी अनुभव और विधानसभा की कार्यवाही की गहरी समझ इस पद के लिए महत्वपूर्ण योग्यता मानी जा रही है।
बीजेपी और जेडीयू के बीच विभागों का बंटवारा
अटकलों के अनुसार, वित्त मंत्रालय समेत कई बड़े विभाग बीजेपी कोटे के मंत्रियों को मिल सकते हैं। इनमें उद्योग, स्वास्थ्य, कृषि, पर्यटन, खान, पथ निर्माण और सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय शामिल हैं। ये विभाग राज्य के आर्थिक विकास और बुनियादी ढांचे से सीधे जुड़े हुए हैं।
जेडीयू कोटे के विभाग
जनता दल यूनाइटेड कोटे के मंत्रियों को संसदीय कार्य, शिक्षा, परिवहन, जल संसाधन, ग्रामीण विकास और भवन निर्माण जैसे मंत्रालय मिलने की चर्चा है। ये विभाग सामाजिक विकास और ग्रामीण क्षेत्रों की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
शपथ ग्रहण समारोह का भव्य आयोजन
नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की आठवीं सरकार का गुरुवार को शपथ ग्रहण हुआ था। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे। गांधी मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में लाखों लोगों ने हिस्सा लिया था।
मंत्रिमंडल की संरचना
सरकार में नीतीश कुमार के अलावा 26 मंत्री बनाए गए हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत बीजेपी के 14, जेडीयू के 9, लोजपा-रा के 2, हम और रालोमो के 1-1 मंत्री शामिल किए गए हैं। यह संरचना गठबंधन की राजनीतिक समीकरणों को दर्शाती है।
कैबिनेट विस्तार की योजना
नीतीश कुमार ने जेडीयू की बैठक में कहा था कि खरमास के बाद एक कैबिनेट विस्तार होगा। कैबिनेट में अभी भी 9 मंत्री बनाने की जगह है, जिसमें जेडीयू की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी होगी। यह विस्तार गठबंधन में विभिन्न समुदायों और क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए किया जाएगा।
क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन
कैबिनेट विस्तार में क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिन क्षेत्रों या समुदायों का प्रतिनिधित्व कम है, उन्हें प्राथमिकता दी जा सकती है। यह राजनीतिक स्थिरता और व्यापक जनाधार के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मंत्रियों की सूची और उनके पद
नीतीश कैबिनेट में शामिल मंत्रियों के नाम और पद निम्नलिखित हैं:
| नाम | पद | विभाग 01 | विभाग 02 | विभाग 03 |
|---|---|---|---|---|
| नीतीश कुमार | मुख्यमंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| सम्राट चौधरी | उपमुख्यमंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| विजय कुमार सिन्हा | उपमुख्यमंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| विजय कुमार चौधरी | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| बिजेंद्र प्रसाद यादव | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| श्रवण कुमार | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| मंगल पांडेय | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| दिलीप जायसवाल | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| अशोक चौधरी | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| लेशी सिंह | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| मदन साहनी | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| नितिन नबीन | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| रामकृपाल यादव | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| संतोष सुमन | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| सुनील कुमार | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| जमा खान | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| संजय सिंह टाइगर | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| अरुण शंकर प्रसाद | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| सुरेंद्र मेहता | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| नारायण प्रसाद | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| रमा निषाद | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| लखेंद्र कुमार रौशन | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| श्रेयसी सिंह | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| प्रमोद कुमार | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| संजय पासवान | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| संजय कुमार सिंह | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
| दीपक प्रकाश | मंत्री | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं | घोषणा नहीं |
नोट: यह सूची अपडेट की जाएगी जैसे ही सरकार विभाग आवंटन की घोषणा करेगी।
राजनीतिक समीकरण और गठबंधन धर्म
विभाग बंटवारे में गठबंधन के सभी साझेदारों को संतुष्ट करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। बीजेपी और जेडीयू दोनों ही अपने मंत्रियों के लिए महत्वपूर्ण विभाग चाहते हैं। छोटे गठबंधन साझेदारों की भी अपनी अपेक्षाएं हैं।
सत्ता का संतुलन
इस बार के विभाग बंटवारे से यह भी स्पष्ट होगा कि गठबंधन में किस दल का कितना प्रभाव है। महत्वपूर्ण विभागों का आवंटन राजनीतिक ताकत का संकेत माना जाता है। विश्लेषकों की नजर इस बात पर है कि कौन से विभाग किस दल को मिलते हैं।