सोनपुर, बिहार। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही बिहार की राजनीति गरमा गई है। रविवार को सोनपुर प्रखंड के गंगाजल गांव स्थित हाई स्कूल परिसर में आयोजित NDA कार्यकर्ता सम्मेलन ने अचानक हंगामे का रूप ले लिया। मंच पर मौजूद नेताओं की उपस्थिति में ही दो गुटों के समर्थकों के बीच जोरदार नारेबाजी और हाथापाई हो गई। मामला टिकट की दावेदारी (Ticket Dawaidari) को लेकर था, जिसने पूरे कार्यक्रम का माहौल बिगाड़ दिया।
वेब स्टोरी:
टिकट की होड़ ने बढ़ाई गरमी
जानकारी के अनुसार, सम्मेलन में पूर्व विधायक विनय सिंह और भाजपा नेता पंकज सिंह के समर्थक आमने-सामने आ गए। दोनों गुट अपने-अपने नेता के पक्ष में टिकट की मांग कर रहे थे। समर्थकों ने “जिंदाबाद” के नारे लगाने शुरू किए, जो धीरे-धीरे आक्रामक हो गए। देखते ही देखते विवाद ने उग्र रूप ले लिया और कुर्सियां फेंकने तक की नौबत आ गई।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
कार्यक्रम के दौरान मचे बवाल का वीडियो किसी ने मौके पर बना लिया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। कुछ ही घंटों में यह वीडियो वायरल हो गया, जिससे Bihar Politics में नई चर्चा शुरू हो गई। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह घटना दर्शाती है कि NDA के भीतर टिकट को लेकर असंतोष और गुटबाजी कितनी गहरी है।
नेताओं की अपील, पर हंगामा जारी
स्थिति बिगड़ते देख मंच पर मौजूद बिहार के सड़क निर्माण मंत्री कृष्ण कुमार मंटू, पूर्व विधायक विनय सिंह और अन्य नेताओं ने कार्यकर्ताओं से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की। हालांकि, अपील के बावजूद कई मिनट तक हंगामा चलता रहा।
नेताओं की कोशिश के बाद धीरे-धीरे स्थिति नियंत्रित हुई, लेकिन तब तक माहौल पूरी तरह बिगड़ चुका था और सम्मेलन का संदेश पीछे छूट गया।
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क्षेत्रीय राजनीति में चर्चा तेज
इस घटना के बाद स्थानीय और क्षेत्रीय राजनीति में टिकट की लड़ाई को लेकर चर्चा तेज हो गई है। सोनपुर विधानसभा क्षेत्र में Ticket Dawaidari पहले से ही कई नेताओं के बीच विवाद का विषय रहा है। इस बवाल ने साफ कर दिया कि कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष गहरा है और इसका असर आगामी चुनावी रणनीति पर पड़ सकता है।
NDA की एकता पर सवाल
Bihar Politics में NDA बार-बार एकजुटता का दावा करता रहा है, लेकिन सोनपुर की यह घटना एक अलग तस्वीर पेश करती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि गठबंधन के भीतर ऐसे ही मतभेद और गुटबाजी जारी रही, तो इसका फायदा विपक्ष उठा सकता है।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि टिकट बंटवारे के समय आंतरिक कलह अक्सर बढ़ जाती है, लेकिन मंच से लेकर कार्यकर्ता सम्मेलन तक हंगामा होना NDA की छवि पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
सोनपुर के इस सम्मेलन में हुआ बवाल साफ संकेत देता है कि Ticket Dawaidari को लेकर NDA के भीतर टकराव गहरा रहा है। आने वाले दिनों में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, यह विवाद और भी तेज हो सकता है। फिलहाल, इस घटना ने Bihar Politics में हलचल मचा दी है और सभी की निगाहें इस बात पर टिक गई हैं कि गठबंधन इस आंतरिक कलह को कैसे संभालता है।