बगहा। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 2025 विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रमुख उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। बगहा, वाल्मीकिनगर और रामनगर विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी ने टिकट वितरण कर दिया है। बगहा से राम सिंह, वाल्मीकिनगर से रिंकू सिंह और रामनगर से नंदकिशोर राम को पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है।
बगहा सीट पर मौजूदा विधायक राम सिंह को फिर से मौका मिला है। राम सिंह दूसरी बार इस सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने वाले राम सिंह मूल रूप से रामनगर विधान सभा के भावल गांव के निवासी हैं। पार्टी ने उन पर दोबारा भरोसा जताते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाया है, यह संकेत है कि एनडीए इस सीट पर अनुभव और जनता के विश्वास को महत्व दे रही है।
वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक धीरेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह को जदयू ने टिकट दिया है। रिंकू सिंह ने निर्दलीय विधायक के रूप में राजनीति में अपनी पहचान बनाई है और युवाओं में उन्हें खासा समर्थन प्राप्त है। उन्होंने दावा किया कि वे लगातार जनता के बीच सक्रिय रहे हैं और क्षेत्र में कई विकास कार्य कराए हैं।
रामनगर सीट पर इस बार भागीरथी देवी का टिकट कट गया है। उनकी जगह नंदकिशोर राम को एनडीए का उम्मीदवार बनाया गया है। नंदकिशोर राम कोल्हुआ चौतरवा के निवासी हैं और पहले जदयू में सामान्य कार्यकर्ता रहे हैं। बाद में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और सक्रिय राजनीति में अपनी पकड़ बनाई। 1998 में उन्होंने बसपा के टिकट पर बगहा लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था।
एनडीए के इस फैसले ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है। अब सबकी निगाहें भागीरथी देवी के अगले कदम पर टिकी हैं। उन्होंने अभी तक अपने भविष्य की राजनीतिक रणनीति पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
तीनों सीटों पर टिकट वितरण में एनडीए ने जनता के बीच पकड़ और विकास कार्यों को निर्णायक मानदंड के रूप में रखा। राम सिंह और रिंकू सिंह दोनों ने लगातार जनता के साथ जुड़े रहने और उनकी समस्याओं के समाधान में सक्रिय रहने का दावा किया है। पार्टी के इस निर्णय से स्पष्ट है कि इस बार गठबंधन अनुभव, जनविश्वास और विकास पर जोर दे रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बगहा और वाल्मीकिनगर सीटों पर एनडीए की रणनीति स्थिर और अनुभवी नेताओं पर आधारित है। वहीं, रामनगर सीट पर नया उम्मीदवार नंदकिशोर राम पार्टी की क्षेत्रीय पकड़ और युवा नेताओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है। एनडीए का यह प्रयास संकेत देता है कि पार्टी पुराने और नए नेताओं के संतुलन के साथ चुनावी रणभूमि में उतर रही है।
विशेषज्ञों के अनुसार, आगामी विधानसभा चुनाव में जनता विकास, जनसंपर्क और नेताओं की विश्वसनीयता को प्राथमिकता देगी। एनडीए ने इस बार टिकट वितरण में यही कारक प्रमुखता से लिया है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि गठबंधन सफल और जनप्रिय उम्मीदवारों पर भरोसा कर अपनी रणनीति को मजबूत कर रहा है।
इस प्रकार, एनडीए उम्मीदवार सूची 2025 ने बगहा, वाल्मीकिनगर और रामनगर के राजनीतिक परिदृश्य को नया आयाम दिया है। पार्टी का यह कदम चुनावी रणनीति, जनता के बीच नेताओं की पकड़ और विकास कार्यों को ध्यान में रखकर किया गया है। आगामी चुनाव में इन उम्मीदवारों की सफलता गठबंधन की राजनीतिक ताकत और क्षेत्रीय प्रभाव को मापने का अहम पैमाना होगी।