छपरा में वीर शहीदों के सम्मान में जले दीप, ‘एक दिया शहीदों के नाम’ कार्यक्रम से उमड़ा देशभक्ति का माहौल
दीपावली की पूर्व संध्या पर बिहार के सारण जिले के छपरा कचहरी स्टेशन परिसर में एक बार फिर देशभक्ति की अनूठी मिसाल देखने को मिली। ‘एक दिया शहीदों के नाम’ कार्यक्रम के तहत इस वर्ष भी सैकड़ों लोगों ने अपने घरों और दिलों को शहीदों की याद में रोशन किया।

शहीदों के सम्मान में जले दीप, गूंजा भारत माता की जय
गोधूली बेला से आरंभ हुआ यह कार्यक्रम शाम होते-होते एक भव्य रूप ले चुका था। कचहरी स्टेशन परिसर में हजारों दीपों की रौशनी से वातावरण पवित्र और भावुक हो गया। लोगों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाते हुए शहीदों को नमन किया।
संगठनों के सदस्यों ने दीपदान करते हुए शहीदों के नाम पंक्तियाँ लिखीं — “एक दिया शहीदों के नाम” — और उन पर जलता दीप रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिकों को भी मंच पर सम्मानित किया गया।

संगठनों ने मिलकर किया आयोजन
यह आयोजन शहर की कई सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थाओं के संयुक्त प्रयास से संपन्न हुआ। प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी कार्यक्रम ने लोगों के दिलों में देशभक्ति की नई लौ जलाई। शहर के युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने दीपदान में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
कार्यक्रम आयोजकों ने बताया कि यह परंपरा वर्षों पुरानी है, जो आज भी उतनी ही श्रद्धा और जोश के साथ निभाई जा रही है।
छोटी दीपावली पर दीपदान की परंपरा
छपरा में ‘एक दिया शहीदों के नाम’ कार्यक्रम छोटी दीपावली के दिन आयोजित किया जाता है। इस दिन सैकड़ों नागरिक शाम ढलते ही कचहरी स्टेशन परिसर में जुटते हैं और दीपदान करते हैं।

दीपों से जगमगाता यह स्थल शहीदों की वीरता और बलिदान की याद दिलाता है। हर दीप जैसे एक संदेश देता है कि देश की आज़ादी के लिए प्राण न्योछावर करने वाले वीरों को हम कभी नहीं भूल सकते।
युवाओं ने सजाया कार्यक्रम, दी मतदान की प्रेरणा
इस वर्ष कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि स्थानीय युवाओं ने न केवल पूरे परिसर को दीपों और फूलों से सजाया, बल्कि “मतदान हमारा अधिकार” का संदेश भी दिया।
उन्होंने उपस्थित नागरिकों से आगामी चुनावों में मतदान अवश्य करने की अपील की। युवाओं ने कहा कि “शहीदों ने हमें अधिकार दिलाए हैं, अब हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम लोकतंत्र को मजबूत करें।”
भूतपूर्व सैनिकों को दिया गया सम्मान
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों को मंच पर सम्मानित किया गया। अनुज कुमार और कुंवर जायसवाल जैसे आयोजकों ने कहा कि यह आयोजन सिर्फ दीप जलाने का नहीं, बल्कि उन वीर सपूतों के बलिदान को याद करने का अवसर है जिन्होंने देश की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर किया।
एक भूतपूर्व सैनिक ने भावुक होते हुए कहा, “जब हम इन दीपों को जलते देखते हैं, तो लगता है कि देश हमें अब भी याद करता है। यही हमारे लिए सबसे बड़ा सम्मान है।”
शहर में छाया देशभक्ति का उत्साह
कार्यक्रम के दौरान पूरे कचहरी स्टेशन परिसर में देशभक्ति गीत बजते रहे। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सभी हाथों में दीप लेकर शहीदों को नमन करते दिखे। दीपों की लौ जैसे हर चेहरे पर श्रद्धा और गर्व की आभा बिखेर रही थी।
लोगों का कहना था कि इस तरह के आयोजन से आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति और बलिदान के महत्व का बोध होता है।
छपरा में आयोजित ‘एक दिया शहीदों के नाम’ कार्यक्रम न केवल शहीदों की स्मृति को जीवित रखता है, बल्कि समाज में एकता, कृतज्ञता और राष्ट्रीय भावना को भी प्रज्वलित करता है। दीपावली की रोशनी में जब शहीदों के नाम दीप जलते हैं, तो वह केवल प्रकाश नहीं फैलाते — वे एक संदेश देते हैं कि देश के लिए कुर्बानी देने वालों का सम्मान सदा अमर रहेगा।