दरभंगा में अंतरराष्ट्रीय साइबर गैंग का भंडाफोड़
दरभंगा में आर्थिक अपराध इकाई (EOW) और डीआरआई (DRI) की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। कार्रवाई के दौरान तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से 141 सिम कार्ड, 5 सिम बॉक्स, और चार लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार हुए तीन साइबर अपराधी
गिरफ्तार आरोपियों में रोशन झा (बलहा), बिट्टू झा (हावीबौहार), और बॉबी कल्याण (हरियाणा निवासी) शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, ये तीनों अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय एक साइबर नेटवर्क के सदस्य हैं जो भारत से लेकर चीन तक फैला हुआ है।
चीन से मंगवाए गए थे सिम बॉक्स
पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह के सरगना रोशन झा ने चीन से स्टीमर के जरिए पांच सिम बॉक्स मंगवाए थे, जिन्हें बाद में कस्टम जांच के दौरान पकड़ा गया।
पुलिस ने बताया कि इन बॉक्सों का इस्तेमाल एक साथ सैकड़ों ऑटोमेटिक कॉल करने और ठगी के लिए किया जाता था।
हरियाणा के बॉबी कल्याण का खुलासा
हरियाणा निवासी बॉबी कल्याण इस गैंग का अहम सदस्य था। वह लोगों के आधार कार्ड और आंखों के वीडियो (iris scan) लेकर एक ही व्यक्ति के नाम पर कई सिम कार्ड निकालता था।
गैंग के सदस्यों ने ग्रामीण इलाकों में जाकर नए मोबाइल कनेक्शन का लालच देकर लोगों से दस्तावेज जुटाए थे।
पुलिस ने 141 सिम कार्ड और कई उपकरण किए जब्त
छापेमारी में पुलिस को भारी मात्रा में उपकरण मिले —
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141 सिम कार्ड
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5 सिम बॉक्स
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3 जिओ राउटर
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3 इनवर्टर
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नकद चार लाख रुपये
इसके साथ ही गिरोह द्वारा ठगी में उपयोग किए जाने वाले कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज भी जब्त किए गए।
किराए के कमरों से चलता था ठगी का नेटवर्क
जांच में यह भी सामने आया कि रोशन झा ने खुद को “एयरटेल एरिया मैनेजर” बताकर दरभंगा में कई किराए के कमरे ले रखे थे। इन कमरों को ही ठगी नेटवर्क का केंद्र बनाया गया था, जहां से सैकड़ों कॉल देशभर में की जाती थीं।
“चीन से होता था नेटवर्क का संचालन”
साइबर डीएसपी विपिन कुमार ने बताया कि यह पूरा नेटवर्क चीन से संचालित होता था।
उन्होंने कहा —
“गिरोह एक बार में 150 सिम बॉक्स में सिम लगाकर ऑटोमेटिक कॉल करता था। इससे लोगों को झांसे में लेकर ठगी की जाती थी।”
मुख्य सरगना फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, लेकिन EOW और DRI की टीम उसकी तलाश में जुटी है।
आरोपियों की पत्नियों और सहयोगियों पर भी केस
पुलिस ने मुख्य आरोपी रोशन झा की पत्नी निर्मला कुलपति समेत 7 अन्य सहयोगियों पर भी केस दर्ज किया है।
सभी की तलाश के लिए पुलिस ने कई जिलों में छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है।
बाइट:
विपिन कुमार, साइबर डीएसपी
“यह पूरा ठगी नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करता था और चीन से नियंत्रित होता था। कई राज्यों में इसके लिंक मिले हैं। जांच जारी है।”
दरभंगा में पकड़े गए इस साइबर गैंग का खुलासा राज्य में साइबर अपराध के बदलते स्वरूप की गवाही देता है। अब पुलिस की कोशिश है कि चीन से जुड़े इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जाए और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।