गया में HAM के नेताओं का जसुपा में विलय
गया जिले से आए हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के कई नेताओं ने जन सुराज पार्टी (जसुपा) की सदस्यता लेकर चुनावी राजनीति में बड़ा मोड़ दिया। प्रशांत किशोर ने पीला गमछा ओढ़ाकर सभी नेताओं का स्वागत किया।
मांझी पर लगाया परिवारवाद और पूंजीपतियों का आरोप
नेताओं ने कहा कि जीतनराम मांझी की पार्टी परिवार और रिश्तेदारों तक ही सिमट गई है। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी अब पूंजीपतियों के पक्ष में काम कर रही है और आम जनता की अपेक्षाओं से भटक गई है।
बच्चों के भविष्य को बदलने का संकल्प
जसुपा में शामिल डॉ. शशि यादव ने कहा कि बिहार बदल रहा है और अब वे अपने बच्चों के भविष्य को सुधारने के लिए प्रशांत किशोर के साथ काम करेंगे। राजेश्वर मांझी ने भी प्रशांत किशोर की विचारधारा को गरीबों और आम जनता के हित में बताते हुए कहा कि अब समय बिहार में बदलाव का है।
जसुपा में शामिल हुए प्रमुख नेता
इस मौके पर जसुपा में शामिल हुए नेता इस प्रकार हैं:
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राजेश्वर मांझी – HAM के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष
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डॉ. शशि यादव – राष्ट्रीय महासचिव
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लक्ष्मण मांझी – प्रदेश महासचिव
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राकेश कुमार सिंह – प्रदेश सचिव
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सुनील चंद्रवंशी – प्रदेश युवा सचिव
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पार्वती देवी और गणेश मांझी – जिला परिषद सदस्य
HAM का मतलब अब परिवार नहीं, जनता के लिए काम
पार्वती देवी ने कहा कि मांझी का रवैया अब केवल अपने परिवार तक सीमित रह गया है, इसलिए वे अब प्रशांत किशोर के साथ रहकर जनता और बच्चों के भविष्य के लिए काम करना चाहती हैं। जसुपा अब बिहार में युवा और बच्चों के विकास, पलायन रोकने और शिक्षा-सशक्तिकरण के मुद्दों पर केंद्रित होगी।
प्रशांत किशोर की नेतृत्व में जन सुराज पार्टी ने एक बार फिर बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचा दी है। HAM के नेताओं का जसुपा में विलय, मांझी पार्टी के लिए चुनावी चुनौती और आलोचना का संकेत है।