गिरफ्तारी का विवरण
तलाशी के दौरान बाबर के पास से एक देसी कार्बाइन, एक डीसी पिस्टल, 9mm के नौ जिंदा कारतूस, 8mm का एक कारतूस, तीन मैगजीन (दो कार्बाइन और एक पिस्टल की), एक मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन, चाकू और हथियार साफ करने की किट बरामद हुई। एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि बाबर का क्रिमिनल रिकॉर्ड लंबा है। पहले वह पटना के एक हॉस्टल में रहता था और वहां आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान जेल भी गया था।
पिछली आपराधिक गतिविधियाँ
बाबर पर वर्ष 2024 में पटना कोतवाली थाना क्षेत्र में लगभग 5.50 किलो सोने की लूट कांड में गोली चलाने का भी आरोप था। उसके बाद उसे जेल भेजा गया। हाल के महीनों में बाबर गोपालगंज में जमीन कारोबार के नाम पर सक्रिय था और कई विवादित जमीन मामलों में उसका नाम सामने आया।
जमीन विवाद और मारपीट की घटना
एसपी ने बताया कि होटल शबनम के पीछे एक विवादित जमीन में बाबर अपने पार्टनर के साथ कार्यरत था। दिवाली के समय वहां बड़ी मारपीट हुई थी। आरोप है कि बाबर इस घटना का प्रतिशोध लेने और इलाके में “भाई” जैसा माहौल बनाने के लिए अपने पार्टनर से हथियार खरीदा। प्रारंभिक पूछताछ में संकेत मिले हैं कि बाबर इन हथियारों का उपयोग किसी बड़ी वारदात, संभवतः हत्या के लिए कर सकता था।
गैंग और नेटवर्क की जांच
पुलिस अब यह पता लगाने में लगी है कि बाबर हथियार कहाँ से लाता था और उसका गैंग नेटवर्क कैसा है। पूछताछ में कई व्हाइट कॉलर, जमीन माफियाओं और कुछ आत्मघोषित जनप्रतिनिधियों के नाम सामने आए। एसपी के अनुसार बाबर का नेटवर्क गोपालगंज, वैशाली और पटना तक फैला हुआ है। वह बालू माफिया के साथ भी सक्रिय था।
पुलिस की सक्रियता और भविष्य की कार्रवाई
एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि बाबर के खिलाफ कई और गंभीर मामले सामने आ रहे हैं। हथियारों के स्रोत, गैंग का नेटवर्क और जमीन-माफिया से संबंध की गहन जांच जारी है। यह कार्रवाई जिले में कानून-व्यवस्था के प्रति पुलिस की सजगता और सक्रियता को दर्शाती है।
बाइट – अवधेश दीक्षित, एसपी, गोपालगंज: “हम किसी भी अपराधी को कानून के शिकंजे से बाहर नहीं जाने देंगे। बाबर की गिरफ्तारी इसका प्रमाण है।”