महागठबंधन के चुनावी समीकरण पर माले का रुख
जहानाबाद जिले के घोषी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित जनसभा में भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिए। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सीट बंटवारे की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, और संभावना है कि इसे आज या कल तक सार्वजनिक कर दिया जाएगा।
भट्टाचार्य ने बताया कि 2020 के चुनाव में महागठबंधन में पांच दल शामिल थे, जबकि इस बार छह दल मिलकर चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। इस वजह से सीटों के बंटवारे में थोड़ी देरी हुई है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पूरा गठबंधन पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के संकल्प को दोहराया।
महासचिव का तेजस्वी पर जोर
भट्टाचार्य ने साफ किया कि इस बार महागठबंधन का प्रदर्शन 2020 से बेहतर होगा और गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों, दलितों और वंचित तबकों के वोट दबाने की साजिश कर रही है। SIR जैसे हथकंडे अपनाकर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन जनता अब जागरूक हो चुकी है और अपने अधिकारों की रक्षा करना जानती है।
जेडीयू नेताओं पर हमला
इस दौरान महासचिव ने जेडीयू नेता अशोक चौधरी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और वोट चोरी में शामिल नेताओं को जनता जवाब देगी और उन्हें अपने ऊपर उठे सवालों का जवाब देना होगा। भट्टाचार्य ने यह भी चेतावनी दी कि महागठबंधन के खिलाफ कोई भी चाल चलने से पहले जनता की जागरूकता को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
गिरिराज सिंह पर तीखा पलटवार
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा दिए गए बयान पर भी महासचिव ने तीखा हमला बोला। गिरिराज सिंह ने दावा किया था कि तेजस्वी यादव केवल राजद का CM फेस हैं। इस पर भट्टाचार्य ने कहा, “गिरिराज सिंह कौन हैं? वो तो सिर्फ बयानवीर हैं। तेजस्वी यादव न सिर्फ राजद, बल्कि पूरे महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।“
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि महागठबंधन की सभी पार्टियाँ तेजस्वी यादव के नेतृत्व में एकजुट होकर चुनावी लड़ाई लड़ेंगी, और विपक्षी दलों के बयान किसी भी तरह से गठबंधन की मजबूत स्थिति को प्रभावित नहीं कर सकते।
जनसभा में भारी समर्थन
इस जनसभा में बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण, कार्यकर्ता और समर्थक उपस्थित थे। उन्होंने महासचिव के बयान का समर्थन करते हुए जोर दिया कि महागठबंधन के मजबूत और एकजुट नेतृत्व के लिए तेजस्वी यादव ही सबसे उपयुक्त चेहरे हैं।
भट्टाचार्य ने कहा कि महागठबंधन गरीबों, किसानों, युवा और पिछड़े वर्गों के हित में काम करेगा, और उनका प्रयास है कि सभी वर्गों के लिए न्याय और विकास सुनिश्चित किया जाए।
दीपांकर भट्टाचार्य के बयान से स्पष्ट है कि भाकपा माले महागठबंधन के CM फेस के रूप में तेजस्वी यादव पर पूरी तरह केंद्रित है। उन्होंने गिरिराज सिंह के बयान को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि केवल बयान देने से कोई मुख्यमंत्री नहीं बनता, बल्कि जनता के विश्वास और गठबंधन की मजबूती ही निर्णायक होती है।
महासचिव के इस बयान ने बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव के राजनीतिक परिदृश्य को और स्पष्ट कर दिया है। यह संकेत देता है कि महागठबंधन पूरे प्रदेश में एकजुट होकर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है, और इसके सामने किसी भी बयानबाजी का प्रभाव सीमित रहेगा।