तस्करी की बड़ी साज़िश फेल, उत्पाद विभाग ने की कार्रवाई
कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र में स्थित दिल्ली-कोलकाता राजमार्ग पर शुक्रवार की सुबह उत्पाद विभाग ने अवैध शराब तस्करी को नाकाम कर दिया। दो अलग-अलग वाहनों में तहखाना बनाकर यूपी से बिहार लाई जा रही 310 लीटर शराब जब्त की गई। इस कार्रवाई में दो तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं।
उत्पाद चेकपोस्ट प्रभारी गुंजेश कुमार ने बताया कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर समेकित जांच चौकी मोहनिया पर सख्त चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान यूपी की ओर से आ रही एक क्रेटा कार्य वाहन को रोककर उसकी जांच की गई। वाहन में छिपाकर लाई गई 270 लीटर विदेशी शराब बरामद की गई। इस वाहन के चालक अजय प्रताप मिश्रा पुत्र सरोज कुमार स्वामी, निवासी मोहनिया वार्ड 9 को गिरफ्तार किया गया।
ऑटो में छिपाकर लाई जा रही देशी शराब
साथ ही उत्पाद विभाग ने एक ऑटो में छिपाकर लाई गई 40 लीटर देशी शराब को भी जब्त किया। ऑटो के चालक शशि प्रसाद पुत्र कामेश्वर प्रसाद सिंह, निवासी कुदरा को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों के अनुसार, दोनों वाहनों में शराब ले जाने का उद्देश्य विधानसभा चुनाव के दौरान उसे खपाने का प्रतीत होता है।
विभाग की सतर्कता और कार्रवाई
उत्पाद विभाग की सतर्कता के कारण तस्करों की साजिश फेल हुई। गुंजेश कुमार ने बताया कि विधानसभा चुनाव के समय शराब तस्करी और उसका वितरण रोकने के लिए विभाग ने विशेष टीम गठित की है। अभियान के तहत हर वाहन की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बर्दाश्त की जाएगी।
तस्करों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया
गिरफ्तार किए गए दोनों तस्करों के खिलाफ स्थानीय पुलिस और उत्पाद विभाग की संयुक्त कार्रवाई में आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्राथमिक पूछताछ में दोनों ने शराब तस्करी के अपने रूट और नेटवर्क का खुलासा किया। विभाग का कहना है कि विधानसभा चुनाव के दौरान शराब तस्करी रोकने के लिए और भी सघन निगरानी रखी जाएगी।
चुनावी माहौल और अवैध शराब
विशेषज्ञों का कहना है कि चुनावी माहौल में अवैध शराब की खपत और वितरण बढ़ जाता है। ऐसे में उत्पाद विभाग की सतर्कता और समय पर कार्रवाई बेहद आवश्यक है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई कितनी प्रभावी साबित हो सकती है।
भविष्य में और कड़े कदम
उत्पाद विभाग भविष्य में और भी कड़े कदम उठाने की योजना बना रहा है। अधिकारी कहते हैं कि तस्करी की रोकथाम के लिए निगरानी चौकियों को और मजबूत किया जाएगा और आम जनता को भी अवैध शराब की सूचना देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस तरह की कार्रवाइयों से यह संदेश जाता है कि अवैध शराब तस्करी किसी भी कीमत पर सहन नहीं की जाएगी। चुनाव के मद्देनजर तस्करों की योजना को विफल करना कानून और व्यवस्था के प्रति विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।