कैमूर, बिहार:
Adhoura Block के अंधेरे में अब आखिरकार रोशनी की शुरुआत होने जा रही है। Independence (आज़ादी) के 78 साल बाद, यहां के ग्रामीणों को पहली बार Electricity (बिजली) की सौगात मिलेगी। बिहार सरकार के Minority Welfare Minister (अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री) और चैनपुर विधानसभा के विधायक Mohammad Zama Khan ने गुरुवार को अधौरा प्रखंड में बिजली आपूर्ति परियोजना का शिलान्यास किया।
वेब स्टोरी:
दशकों से बिजली का इंतजार
जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर Adhoura Hills (अधौरा पहाड़ी) पर बसे 123 गांवों में से 100 से अधिक गांव अब तक पूरी तरह अंधेरे में थे। आज़ादी के बाद से ग्रामीण Lanterns और ढिबरी (oil lamps) पर निर्भर थे। इस परियोजना की शुरुआत से उनका लंबा इंतजार अब खत्म होने वाला है।
शिलान्यास और उत्सव का माहौल
मंत्री जमा खां ने Duggha और Sarodag सहित चार गांवों में नारियल फोड़कर और बिजली के पोल गाड़कर परियोजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर पूरे इलाके में Festival-like Environment (उत्सव जैसा माहौल) देखा गया। आदिवासी समाज ने अपने पारंपरिक गीत और नृत्य से मंत्री का स्वागत किया, जिससे पूरा इलाका उल्लास से भर उठा।
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मंत्री का वादा
शिलान्यास समारोह में मंत्री मोहम्मद जमा खां ने कहा:
“Adhoura Block के सभी गांवों तक जल्द ही बिजली पहुंचाई जाएगी। आज हमने इसके पहले चरण की शुरुआत की है।”
ग्रामीणों की प्रतिक्रियाएं
एक स्थानीय ग्रामीण ने कहा –
“हमें विश्वास नहीं हो रहा कि अब हमारे गांव में भी बिजली आएगी। यह हमारे बच्चों की पढ़ाई और जीवन के लिए बदलाव है।”
एक महिला ने उत्साह से कहा –
“अब रात में भी रोशनी रहेगी। घर का काम और बच्चों की पढ़ाई दोनों आसान होंगे।”
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ऐतिहासिक दिन
अधौरा के लिए यह दिन Historic Milestone (ऐतिहासिक मोड़) साबित हुआ। पहली बार जब गांवों में बिजली पहुंचेगी तो यह न केवल ग्रामीणों के जीवन को बदल देगी बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास की राह को भी रोशन करेगी। इस परियोजना के पूरा होने पर अधौरा का हर घर रोशनी से जगमगाएगा और अंधेरे का लंबा इंतजार खत्म होगा।