राजनीतिक हलचल के बीच बरारी में बढ़ी सुरक्षा चिंता
बिहार के कटिहार ज़िले से एक सनसनीखेज़ मामला सामने आया है, जहाँ बरारी विधानसभा क्षेत्र के जदयू विधायक विजय सिंह को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। इस घटना ने न केवल स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह धमकी ऐसे समय पर आई है जब राज्य में विधानसभा चुनावों की तैयारी चल रही है और राजनीतिक माहौल पहले से ही तनावपूर्ण है।
घटना की पुष्टि और पुलिस की तत्पर कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, विधायक विजय सिंह को बुधवार की देर शाम एक अज्ञात व्यक्ति ने मोबाइल फोन पर कॉल कर प्राणघातक धमकी दी। धमकी भरे लहजे में उस व्यक्ति ने कहा कि यदि विधायक ने “कुछ विशेष राजनीतिक निर्णयों” में हस्तक्षेप किया तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा।
विधायक ने तत्काल इसकी सूचना बरारी थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर छानबीन शुरू की और कुछ ही घंटों में एक युवक को हिरासत में लिया गया।
बरारी थाना प्रभारी ने बताया कि संदिग्ध युवक से पूछताछ जारी है और तकनीकी जांच के आधार पर कॉल की लोकेशन तथा कॉल रिकॉर्ड्स की जांच की जा रही है।
विजय सिंह ने जताई चिंता, सुरक्षा बढ़ाने की माँग
इस घटना के बाद विधायक विजय सिंह ने कहा —
“मुझे अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर धमकी दी गई है। यह केवल मेरे खिलाफ नहीं, बल्कि लोकतंत्र की आवाज़ को डराने का प्रयास है। मैंने पुलिस प्रशासन को पूरी जानकारी दी है और उम्मीद है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
विधायक ने राज्य सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि राजनीति में विरोध स्वाभाविक है, परंतु धमकी और हिंसा किसी भी लोकतांत्रिक समाज में स्वीकार्य नहीं हो सकती।
स्थानीय प्रशासन सतर्क, जांच जारी
कटिहार के पुलिस अधीक्षक (SP) ने बताया कि यह मामला गंभीर है और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की जा रही है ताकि मामले की तह तक पहुँचा जा सके।
पुलिस अधिकारी ने कहा —
“हमने प्राथमिक जांच में कुछ अहम सुराग हासिल किए हैं। कॉल ट्रेसिंग और मोबाइल डेटा एनालिसिस से जल्द ही सभी तथ्यों का खुलासा किया जाएगा।”
प्रशासन ने विधायक के आवास और चुनावी क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की है ताकि किसी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा, विपक्ष ने उठाए सवाल
जदयू नेताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र पर हमला है और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। वहीं विपक्षी दलों ने भी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
राजद और कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राज्य में अपराधियों के हौसले बढ़ गए हैं और आम जन से लेकर जनप्रतिनिधि तक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
जनता में फैली चिंता, सोशल मीडिया पर उभरा समर्थन
बरारी और आसपास के क्षेत्रों में यह खबर फैलते ही लोगों में चिंता का माहौल बन गया। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने विधायक विजय सिंह के समर्थन में पोस्ट डालीं और सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
#JusticeForVijaySingh और #Barari विधायक जैसे हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे।
राज्य स्तर पर समीक्षा की उम्मीद
बिहार सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए गृह विभाग को रिपोर्ट तलब की है। सूत्रों के अनुसार, गृह सचिव ने कटिहार पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट माँगी है।
संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले की समीक्षा करेंगे और सभी विधायकों की सुरक्षा व्यवस्था पर पुनर्विचार किया जाएगा।
जन प्रतिनिधियों की सुरक्षा पर फिर उठा प्रश्न
यह मामला एक बार फिर इस प्रश्न को सामने लाता है कि आखिर जनता के चुने हुए प्रतिनिधि ही यदि असुरक्षित महसूस करें, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या होगा?
राजनीति में संवाद और मतभेद लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा हैं, परंतु हिंसक धमकी देना न केवल कानूनन अपराध है बल्कि लोकतंत्र की आत्मा के विरुद्ध भी है।
बरारी विधायक विजय सिंह को मिली धमकी ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। अब सबकी निगाहें पुलिस जांच और प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हैं। जनता उम्मीद कर रही है कि दोषी शीघ्र पकड़ में आएँ और कानून व्यवस्था में लोगों का विश्वास बना रहे।