Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मनेर क्षेत्र में विवाद
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान मनेर विधानसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रत्याशी भाई वीरेंद्र पर गंभीर आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने मतदान के दौरान पोलिंग बूथ पर तैनात एक पुलिस अधिकारी को धमकी दी और उनके खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया। इस घटना के कारण मनेर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
घटना का विवरण
मनेर थाना क्षेत्र के बूथ संख्या 79, 80 और 81 पर मतदान के समय यह विवाद उत्पन्न हुआ। प्रतिनियुक्त सहायक पुलिस अवर निरीक्षक अपने दायित्व का पालन कर रहे थे। उसी समय एक वृद्ध महिला ने अपने बूथ की जानकारी मांगी, जिसे अधिकारी ने विस्तार से समझाया। इसी दौरान आरजेडी प्रत्याशी भाई वीरेंद्र वहां पहुंचे और अधिकारी के साथ तीखी बहस करने लगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उन्होंने पदाधिकारी को धमकी दी और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। इसके अलावा आरोप है कि उन्होंने अधिकारी पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए स्थिति को और भी गंभीर बना दिया। यह पूरी घटना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानी जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई
मनेर थाना में FIR दर्ज कर ली गई है। दानापुर अनुमंडल के एसडीपीओ अमरेंद्र कुमार झा ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार चुनाव कार्य में बाधा डालने या आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
इस मामले ने चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है। मनेर विधानसभा क्षेत्र में आरजेडी और अन्य प्रमुख दलों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। इस तरह की घटनाएँ न केवल प्रत्याशियों की छवि पर असर डालती हैं, बल्कि मतदान प्रक्रिया की विश्वसनीयता को भी प्रभावित करती हैं।
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया – Bihar Chunav 2025
चुनाव आयोग ने भी इस घटना पर नजर रखते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। आयोग ने कहा कि किसी भी प्रत्याशी द्वारा मतदान केंद्र पर धमकी या दबाव डालना गंभीर अपराध है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भाई वीरेंद्र के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद राजनीतिक हलकों में इस मामले को लेकर चर्चा तेज हो गई है। चुनावी रणनीतियों और प्रचार अभियान में यह मामला उम्मीदवारों के लिए चुनौती बन सकता है। प्रशासन और पुलिस इस घटना की निष्पक्ष जांच कर रही है और आगामी दिनों में कार्रवाई की संभावना है।
भविष्य में ऐसे घटनाओं से बचने के लिए निर्वाचन आयोग, पुलिस और राजनीतिक दलों को साथ मिलकर कड़े कदम उठाने होंगे। मतदान प्रक्रिया की निष्पक्षता और लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखना प्रत्येक राजनीतिक दल की जिम्मेदारी है।