Motihari से आई यह shocking खबर पूरे जिले में हड़कंप मचा रही है। जिले के चर्चित Motihari Murder Case में नए खुलासे ने पुलिस और आम जनता दोनों को चौंका दिया है। इस हत्याकांड में मृतक अमोद यादव की पत्नी ही mastermind निकली, जिसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की पूरी साजिश रची।
जानकारी के अनुसार, चिरैया थाना क्षेत्र के खोड़ा गांव के पास बीते दिनों अज्ञात अपराधियों ने अमोद यादव को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। यह घटना Motihari Murder Case के रूप में चर्चा में आई और स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया। जिले में law-and-order की स्थिति पर सवाल उठने लगे।
Motihari पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने तुरंत अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सिकरहना के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया। SIT ने meticulous investigation के बाद खुलासा किया कि मृतक की पत्नी सुरभीता कुमारी का विकास कुमार नामक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होते रहते थे और इसी वजह से पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
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SIT की जांच में पता चला कि सुरभीता कुमारी ने अपने प्रेमी विकास कुमार के माध्यम से शूटर गोलू को 32 हजार रुपये की सुपारी दी। हत्या वाले दिन उन्होंने अपने पति की location लगातार शूटरों को दी। इसके बाद अपराधियों ने अमोद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। इस पूरी घटना ने Motihari में सामाजिक चेतना और सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए Motihari Murder Case में शामिल तीनों—सुरभीता कुमारी, विकास कुमार और शूटर गोलू—को गिरफ्तार किया। इनके पास से घटना में प्रयुक्त एक पिस्टल, एक देसी कट्टा, जिंदा कारतूस और अपाचे मोटरसाइकिल बरामद की गई।
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने SIT टीम की efficiency की सराहना की और उन्हें पुरस्कार देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि ऐसे घटनाओं में त्वरित और meticulous कार्रवाई से ही अपराधियों को पकड़ना संभव होता है और समाज में विश्वास बनाए रखा जा सकता है।
वेब स्टोरी:
इस Motihari Murder Case ने स्थानीय समाज में family disputes, trust issues और criminal behavior पर गंभीर चर्चा शुरू कर दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे मामलों को रोकने के लिए सामाजिक awareness programs और family counseling जरूरी हैं। साथ ही, law enforcement agencies को ग्रामीण और semi-urban areas में proactive policing बढ़ानी चाहिए।