मुंगेर से अपराध की बड़ी खबर
बिहार के मुंगेर जिले में बुधवार को STF और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक हथियार तस्करी गिरोह का पर्दाफाश हुआ है।
पुलिस ने दो खरीदारों और दो सप्लायरों को गिरफ्तार किया है। छापेमारी के दौरान एक पिस्टल, 50 जिंदा कारतूस, एक काला स्कॉर्पियो वाहन, चार मोबाइल फोन और ₹32,480 नकद बरामद किया गया।
घटना कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मिर्जापुर मोहल्ला की है, जहाँ पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग हथियारों की खरीद-बिक्री कर रहे हैं।

गुप्त सूचना पर STF और पुलिस की टीम ने की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि
पुरानीगंज निवासी अशोक साह के पुत्र राजु कुमार अपने साथियों के साथ मिर्जापुर बस्ती के बम पुलिस गली के पास हथियारों की डील कर रहा है।
इसके बाद SDPO सदर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई,
जिसमें कासिम बाजार थानाध्यक्ष रूबीकांत कच्छप, STF और सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे।
टीम जब मौके पर पहुँची तो देखा गया कि एक काले रंग का स्कॉर्पियो वाहन खड़ा है, जिसमें कुछ लोग बैठे हैं और दो व्यक्ति बाहर खड़े हैं।
जैसे ही पुलिस ने घेराबंदी की, दो लोग मोटरसाइकिल से भाग निकले, जबकि वाहन में मौजूद चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

वाहन से बरामद हुए पिस्टल और 50 कारतूस
जाँच के दौरान एक आरोपी के कमर से एक पिस्टल और वाहन के डैशबोर्ड से 50 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
साथ ही पुलिस ने ₹32,480 नकद और चार मोबाइल फोन भी जब्त किए।
पुलिस ने बताया कि मौके से फरार हुए दो अन्य सप्लायरों की पहचान कर ली गई है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार चारों आरोपियों की पहचान इस प्रकार की गई है —
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आकाश नामता, पुत्र जितेन नामता, निवासी — रामकृष्णा कॉलोनी, मानगो, थाना उलड़ी, जिला जमशेदपुर (झारखंड)
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गौरव कुमार उर्फ राजा सिंह, पुत्र राजीव लोचन सिंह, निवासी — मोहनपुर, थाना धरहरा, जिला मुंगेर
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रामलखन सिंह उर्फ पत्थर सिंह, पुत्र विवेकानंद सिंह
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राजु कुमार, पुत्र अशोक साह, निवासी — पुरानीगंज, थाना कासिम बाजार, जिला मुंगेर
एसपी ने बताया कि आकाश और गौरव हथियार खरीदने आए थे,
रामलखन लाइजनर का काम करता था, जबकि राजु कुमार और दो अन्य व्यक्ति सप्लायर थे, जो मौके से फरार हो गए।

30 हजार में तय हुई थी पिस्टल की डील
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
उन्होंने बताया कि 30 हजार रुपये में एक पिस्टल और 50 जिंदा कारतूस की डील तय हुई थी।
गौरव कुमार के पिता राजीव लोचन सिंह पहले BSF में कार्यरत थे और सेवानिवृत्ति के बाद जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में बस गए थे।
गौरव भी वहीं रहता था और आकाश नामता उसका करीबी दोस्त था।
दोनों साथ मिलकर अपने स्कॉर्पियो वाहन से मुंगेर पहुँचे थे,
जहाँ राजु और रामलखन के साथ उनकी हथियार की खरीद-बिक्री की बात तय हुई थी।

FIR दर्ज, फरार आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस ने इस मामले में आर्म्स एक्ट के तहत कासिम बाजार थाना में मामला दर्ज कर लिया है।
एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि फरार आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई मुंगेर जिले में सक्रिय हथियार तस्करों के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार है,
और ऐसे नेटवर्क के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।
मुंगेर एक बार फिर से अवैध हथियार तस्करी के केंद्र के रूप में सुर्खियों में आ गया है।
STF और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से न केवल एक बड़ा सौदा नाकाम हुआ,
बल्कि इससे यह भी साफ़ हो गया है कि बिहार-झारखंड सीमा पर सक्रिय अपराधी नेटवर्क अब भी हथियारों की अवैध सप्लाई में जुटे हुए हैं।